लखनऊ। लोकसभा चुनाव के संपन्न हो चुके तीन चरणों की अपेक्षा चौथे चरण के उम्मीदवारों में अपराधी किस्म के नेताओं की संख्या अधिक है। राष्टï्रीय स्तर पर प्रमुख पाॢटयों में बीजेपी ने ४४ प्रतिशत, कांग्रेस ने ३२ प्रतिशत और बीएसपी ने २० प्रतिशत ऐसे उम्मीदवारों को टिकट दिया है, जिनका पुलिस डायरी में आपराधिक इतिहास दर्ज है।
बात यदि चौथे चरण के तहत उत्तर प्रदेश में होने वाले चुनाव की करें, तो इस चरण में स्वतंत्र उम्मीदवारों में सात प्रतिशत, भाजपा के 58 प्रतिशत, कांग्रेस के 17 प्रतिशत, प्रसपा के 38 प्रतिशत, बीएसपी के 33 प्रतिशत और सपा के 43 प्रतिशत प्रत्याशियों ने अपने ऊपर गम्भीर आपराधिक मामले घोषित किये हैं। वहीं यूपी के 13 लोकसभा क्षेत्रों के कुल १५२ उम्मीदवारों में से 145 प्रत्याशियों के घोषणा पत्रों के परीक्षण में एडीआर ने पाया कि 21 प्रतिशत उम्मीदवारों ने अपने ऊपर आपराधिक मामले घोषित किये हैं, जिनमें 18 प्रतिशत पर गम्भीर आपराधिक मामले हैं।
लोकसभा चुनाव के चौथे चरण में सबसे ज्यादा ऐसे उम्मीदवार हैं जिनके खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं। नेशनल इलेक्शन वाच और एसोसिएशन ऑफ डेमोक्रेटिक रिफॉम्र्स ने चौथे चरण के कुल 943 उम्मीदवारों में से 928 के हलफनामों का अध्ययन कर यह रिपोर्ट तैयार की है। इस रिपोर्ट के मुताबिक, बीजेपी के 44 प्रतिशत 57 में से 25 उम्मीदवारों के खिलाफ आपराधिक मामले हैं। इसी तरह के कांग्रेस के 32 प्रतिशत 57 उम्मीदवारों में से 18 और बीएसपी के २० प्रतिशत 54 उम्मीदवारों में से 11 के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं। कुल 928 उम्मीदवारों में से 158 के खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले हैं।
चौथे चरण में करोड़पति उम्मीदवारों की भरमार
एडीआर की रिर्पोट के मुाताबिक, उत्तर प्रदेश की लोकसभा सीटों पर चौथे चरण में अपना भाग्य आजमानें वाले १४५ उम्मीदवारों में 57 उम्मीदवार 39 प्रतिशत करोड़पति हैं। बीजेपी के 100 प्रतिशत, कांग्रेस के 92 प्रतिशत, बसपा-सपा के 86 प्रतिशत, प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लोहिया के 88 प्रतिशत, निर्दलीय 19 प्रतिशत उम्मीदवार करोड़पति हैं।
झांसी संसदीय क्षेत्र से बीजेपी के प्रत्याशी अनुराग शर्मा अधिकतम सम्पत्ति वाले स्थान पर पहले नम्बर पर हैं। इनकी सम्पत्ति 124 करोड़ से अधिक हैं। वहीं उन्नाव से कांग्रेस पार्टी की उम्मीदवार अनु टण्डन दूसरे स्थान पर हैं, जिनकी सम्पत्ति 81 करोड़ से अधिक है। तीसरे नम्बर पर कानपुर संसदीय क्षेत्र से शिवसेना के उम्मीदवार बलवीर सिंह चंदेल हैं, जिनकी संपत्ति 66 करोड़ से अधिक है।
वहीं सबसे कम सम्पत्ति वाले उम्मीदवार खीरी संसदीय क्षेत्र से भारतीय शक्ति चेतना पार्टी की वंदना गुप्ता हैं, इनकी कुल सम्पत्ति मात्र 17,000 रूपये है। वहीं हरदोई संसदीय क्षेत्र से निर्दलीय उम्मीदवार भैया लाल की कुल सम्पत्ति 20,500 और मिश्रिख संसदीय क्षेत्र से राष्ट्रवादी श्रमजीवी दल के नरेन्द्र कुमार की सम्पत्ति 40,000 रुपये है।
चौथे चरण में यूपी की यह सीटें
यूपी में चौथे चरण के तह होने वाले चुनाव में संसदीय क्षेत्र अकबरपुर, इटावा, हमीरपुर, खीरी, शाहजहांपुर, कन्नौज, फर्रुखाबाद, हरदोई, उन्नाव, जालौन, कानपुर, झांसी और मिश्रिख में मतदान होना है। चुनाव में कई उम्मीदवार ऐसे हैं जिनके खिलाफ आपराधिक मामले हैं।
37 संसदीय क्षेत्र रेड अलर्ट
देश में लोकसभा चुनाव के चौथे चरण के लिए होने वाले मतदान में शामिल 71 संसदीय क्षेत्रों में से 37 को रेड अलर्ट क्षेत्र घोषित किया गया है। रेड अलर्ट क्षेत्र उसे कहा जाता है जहां तीन से ज्यादा उम्मीदवारों ने अपने खिलाफ आपराधिक मामलों की जानकारी दी हो।
लोकतंत्र के लिए घातक
चौथे चरण के विश्लेषण में निकलकर आया कि तीसरे चरण के सापेक्ष आपराधियों के प्रतिशत में एक प्रतिशत की बढ़ोत्तरी हुई है। तो वहीं शैक्षणिक योग्यता में भी अन्य तीन चरणों के सापेक्ष बढ़ोत्तरी देखने को मिली हैं। बहरहाल, चुनाव आयोग, सुप्रीम कोर्ट एवं सामाजिक संगठनों के तमाम प्रयासों के बावजूद बाहुबली और धनबलियों के प्रतिशत में गिरावट नहीं आ रही है, जो लोकतंत्र के लिए घातक है।