दवा व उपकरण खरीदने को बनेगा एक कॉरपोरेशन, स्वास्थ्य मंत्री ने दिया निर्देश
लखनऊ। भ्रष्टाचार खत्म करने का वादा कर प्रदेश की सत्ता हासिल करने वाली भाजपा सरकार दवा व चिकित्सा उपकरण की खरीद के लिए एक कॉरपोरेशन बनाएगी। सीएमओ से दवा खरीदने का अधिकार वापस लिया जाएगा। स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने विभागीय समीक्षा के दौरान यह निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि सीएमओ का मुख्य कार्य अस्पतालों की स्वास्थ्य सेवाएं बेहतर करना है। दवा-उपकरण खरीद में सीएमओ के शामिल होने से मूल कार्य प्रभावित होता है। इसलिये वर्तमान नीति से दवा खरीद न की जाय।
सिंह ने कहा कि राज्य की स्वास्थ्य सेवाओं की बेहतरी के लिए केन्द्र सरकार की पूरी मदद ली जाएगी। मंत्री ने अपर मुख्य सचिव को अरुण सिन्हा को दवा खरीद में पारदॢशता के लिए एक कॉरपोरेशन गठित करने का निर्देश दिया है। मंडल मुख्यालय पर एमआरआइ की सुविधा उपलब्ध कराने को कहा है। दवा खरीद की वर्तमान व्यवस्था पर रोक लगाने का निर्देश दिया है।
मंत्री ने कहा कि वर्तमान में दवा व चिकित्सीय उपकरणों की खरीद में विलंब हो रहा है, जिससे मरीजों को दुश्वारी होती है। इस व्यवस्था में सुधार किया जाय अन्यथा संबंधित अधिकारी के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाय। मंत्री ने मोबाइल मेडिकल यूनिट शुरू करने और उसके लिए चिकित्सक एवं पैरामेडिकल स्टाफ की उपलब्धता भी सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। उन्होंने कैंप लगाकर नागरिकों को आवश्यक दवायें एवं जांच की सुविधा मौके पर मुहैया कराने को कहा।
इस दौरान उन्होंने लखीमपुर एवं सीतापुर में पायलट प्रोजेक्ट के तहत सिफ्सा द्वारा संचालित प्राथमिक स्वास्थ्य सुविधा का प्रेजेंटेशन देखा। मरीजों के लिए हेल्थ कार्ड बनाने और शहरी क्षेत्र की मलिन बस्तियों में संचालित क्लीनिकों से सुचारू संचालन के निर्देश दिये। अपर मुख्य सचिव अरुण सिन्हा ने बताया कि स्वास्थ्य मंत्री ने दवा खरीद के लिए कॉरपोरेशन गठित करने का निर्देश दिया है। इस दिशा में कार्रवाई शुरू कर दी गई है। मौजूदा समय में राजस्थान व ओडिशा में कॉरपोरेशन के जरिये दवा क्रय की जा रही है।