19 जनपदों के दो सौ उपकेंद्रों से पोषित कई हजार घरों को रोशन करने का है लक्ष्य
सभी घरों में मीटर लगाने का जेई को 15 अगस्त तक मिला लक्ष्य
मध्यांचल मुख्यालय से आदेश हुआ जारी
बिजनेस लिंक ब्यूरो
लखनऊ। मध्यांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के 19 जनपदों के दो सौ उपकेंद्रों से पोषित कई हजार घरों को रोशन करने का लक्ष्य रखा गया है। 15 अगस्त तक अवर अभियंताओं (जेई) को अपने क्षेत्र के हर घर में मीटर लगाना होगा। जहां कनेक्शन नहीं है उन्हें बिजली देनी होगी और जो कनेक्शन नहीं लेंगे उनकी सूची बनाकर प्रबंध निदेशक तक पहुंचानी होगी। इसके आदेश कर दिए गए हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में स्थित एक उपकेंद्रों से आठ से दस गांवों में बिजली सप्लाई होती है। अधिकांश ग्रामीणों के यहां अगर कनेक्शन है तो वहां मीटर नहीं लगे हैं और कई उपभोक्ता बिजली कनेक्शन लेना चाहते हैं तो जेई साहब की तिकड़म बाजी के आगे बेबस हैं। अब ऐसा नहीं होगा। जेई को बताना होगा कि उनके यहां से पोषित गांवों में कितने मकान हैं और कितने लोगों ने कितने-कितने किलोवॉट के कनेक्शन लिए हैं। इसकी नियमित रूप से मानीटरिंग संबंधित अधिशासी अभियंता व अधीक्षण अभियंता को करनी होगी। समय-समय पर रिपोर्ट से मध्यांचल मुख्यालय को भी अवगत कराना होगा। अगर कोई ग्रामीण उपभोक्ता कनेक्शन नहीं लेता है या फिर आनाकानी करता है तो उसे कनेक्शन न लेने का कारण बताना होगा और लिखित में देना होगा कि उसने कनेक्शन अपनी इच्छा से नहीं लिया है। विभाग की टीम मानीटरिंग करेगी कि कहीं उपभोक्ता बिजली चोरी तो नहीं कर रहा है। यही नहीं कहीं उपभोक्ता के दिमाग में यह तो नहीं है कि उसे ठगा जा रहा है या फिर बिजली बहुत महंगी है। अगर ऐसा होगा तो संबंधित जेई को उपभोक्ता की काउंसिलिंग करनी होगी और उसे बिजली कनेक्शन लेने के लिए प्रेरित करना होगा। मध्यांचल के प्रबंध निदेशक अरविंद राजवेदी का कहना है कि डिस्काम के 19 जनपदों में दो सौ उपकेंद्रों से पोषित गांवों को रोशन करने का बीड़ा उठाया गया है। यहां नए कनेक्शन के साथ-साथ मीटर लगाने की जिम्मेदारी संबंधित इलाके के जूनियर इंजीनियर की होगी। प्रत्येक गांव के हर घर तक बिजली पहुंचाने का लक्ष्य 15 अगस्त तक दिया गया है। यह आदेश भी जारी कर दिए गए हैं।
पहले चरण में मंगाए गए डेढ़ लाख मीटर
मध्यांचल के 19 जनपदों में 11.22 लाख मीटर की आवश्यकता है। पहले चरण में डेढ़ लाख मीटर मंगा लिए गए हैं और जुलाई के प्रथम सप्ताह तक साढ़े चार लाख मीटर अलग-अलग जिलों में पहुंचाने का दावा मध्यांचल के अधिकारियों ने किया है। अभियंताओं के मुताबिक पांच लाख मीटर टेंडर प्रक्रिया से मंगाए जाएंगे। वहीं घर से पोल तक केबल व मीटर लगाने का जिम्मा कार्यदायी संस्था को दिया जाएगा। इसके लिए प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।