ऊर्जा मंत्री के निर्देश पर प्रमुख सचिव ऊर्जा ने सभी डिस्काम के प्रबंध निदेशकों को जारी किया आदेश
ऊर्जा विभाग को उपभोक्ताओं से अभद्रता की मिल चुकी हैं कई गंभीर शिकायतें
लखनऊ। ऊर्जा विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों के अभद्र व्यवहार का सामना अब विद्युत उपभोक्ताओं को नहीं करना पड़ेगा। विभाग के ऐसे अधिकारियों व कर्मचारियों पर सख्ती के लिए पावर कॉरपोरेशन प्रबंध तंत्र ने आदेश जारी किया है। विद्युत उपभोक्ताओं से अभद्र व्यवहार करने वाले अधिकारियों व कर्मचारियों पर ऊर्जा विभाग विधिक कार्रवाई करेगा। ऐसे में अब विभाग के कर्मियों को उपभोक्ताओं से सम्मानजनक व्यवहार करना ही पड़ेगा। उपभोक्ताओं के साथ विभागीय कर्मचारियों द्वारा सम्मान जनक व्यवहार न करने की कई शिकायतों के बाद ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा के निर्देश पर प्रमुख सचिव ऊर्जा एवं उप्र पावर कॉरपोरेशन के अध्यक्ष आलोक कुमार ने विद्युत विभाग के सभी वितरण निगमों के प्रबंध निदेशकों को कड़ा निर्देश जारी किया है। दिशा निर्देश में उन्होंने कहा है कि जन प्रतिनिधियों और मीडिया के माध्यम से ऐसी जानकारी मिल रही है कि विद्युत संबंधी शिकायतों के निस्तारण व नये कनेक्शन लेने के लिए आने वाले विद्युत उपभोक्ताओं से विद्युत वितरण निगमों के अधिकारियों व कर्मचारियों का व्यवहार सम्मानजनक नहीं रहता है। ऊर्जा प्रबंध तंत्र को ऐसी कुछ गंभीर शिकायतें भी मिली हैं जिनकी जांच कराकर कार्रवाई की जा रही है। प्रमुख सचिव ने निर्देशित किया है कि सभी अधिकारी व कर्मचारी विद्युत उपभोक्ताओं की बिजली संबंधी शिकायतों का निस्तारण तत्परता और तय समय में करने के साथ ही उनसे सम्मानजनक व्यवहार भी करें। साथ ही यह भी निर्देशित किया कि यदि किसी मामले में इनका उल्लंघन किया गया तो इसे गंभीर कदाचार मानते हुए संबंधित कार्मिक के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने उच्चाधिकारियों को भी निर्देशित किया कि अधीनस्थ किसी भी अधिकारी व कर्मचारी के खिलाफ इस संबंध में शिकायत सामने आने पर नियमानुसार कार्रवाई सुनिश्चित करें। प्रमुख सचिव ने कहा कि विभाग के लिये उपभोक्ता महत्वपूर्ण हैं। हर विभागीय कार्मिक व अधिकारी का यह दायित्व है कि वह उपभोक्ताओं से सम्मान जनक व अच्छा व्यवहार करें, ताकि विभाग और विभागीय कार्मिकों की छवि बेहतर हो।