लखनऊ। पिछले नौ साल से फिल्मी पर्दे से गायब रहने वाली चर्चित अभिनेत्री तनुश्री दत्ता एक बार फिर पर्दे पर नजर आयी है। उनके पर्दे पर आने की वजह क्या है, वो हम आपको बताएंगे। तनुश्री दत्ता ने बिजनेस लिंक संवाददाता धीरेन्द्र अस्थाना से खास बातचीत में बताया कि इस शार्ट मूवी के माध्यम से वे महिलाओं को जागरूक कर रही हैं। तनु कहती हैं कि इस मूवी के आने के बाद उत्पीडऩ की शिकार महिलाओं को लडऩे व आवाज उठाने की हिम्मत मिलेगी। साथ ही उन शोषित महिलाओं को अपने आवाज उठाने का बल मिलेगा, जो अब तक चुप थीं।
हैल्लो तनुश्री हाऊ आर यू, क्या चल रहा है यूएस में?
फाइन… हमारे फैंस को अगर लगता है कि मैं यहां स्ट्रगल कर रही हूं तो वो एकदम गलत है। मैं यहां इंडियन कंपनियों के साथ कई इवेन्टस में बिजी हूं और कई कंपनियों ने मुझे एडवाइजर बनाया हुआ है।
आपके फैंस जानना चाहते है आप इतने सालों से देश के बाहर क्या रही थी?
मैं देश के बाहर जरूर थी, लेकिन हर पल मैं इंडिया को मिस करती रही। मैंने देश के बाहर रहकर कई धर्मों का ज्ञान अर्जित किया और योग साधना की। मैं हमेशा से ही अपनी लाइफ में खूश ही रही हूं तो यहां भी खूश हूं।
क्या आप लाइट, कैमरा एक्शन मिस नहीं करती?
ऐसा कुछ नहीं है। मुझे जितना प्यार भारतीय फैंस से मिला उतना यहां तो नहीं, लेकिन इंडियन कम्यूनिटी के लोगों के बीच मैं यहां भी स्टार ही हूं। मुझे लोगों ने नोटिस करना बंद नहीं किया है। बल्कि यहां की मीडिया से भी काफी फैं्रडली हूं। आये दिन मेरा कुछ न कुछ इवेंट होता रहता है।
वहां डेली रूटीन क्या रहता है आपका?
यहां सुबह योग क्लास होती है। उसके बाद रनिंग। फिर ब्रेक फॉस्ट के बाद इवेंट्स एंड ऑफिसियल वर्क, कभी- कभी शाम को फैं्रडस के साथ शॉपिंग। शाम को डीनर फिर इंडियन फै्रंडस और घर पर बातचीत के बाद सोना।
अब आपकी लाइफ का मिशन क्या है?
मेरी लाइफ में बस यही मिशन है कि मैं अपने इर्द- गिर्द होने वाले अत्याचार और शोषण को रोकने में महिलाओं की मदद करूं। इसके अलावा मैं चाहती हूं कि मैंने जो इतने साल घर से दूर रहकर आध्यात्म का ज्ञान लिया है, वो लोगों के काम आये। अगर मैं अपने ज्ञान को लोगों की भलाई के लिए इस्तेमाल न कर पायी तो इसका क्या फायदा। अगर मैंने अपनी लाइफ में एक भी जिंदगी बर्बाद होने से बचा ली तो मैं समझूंगी कि मैं अपने मिशन में सफल हूं। हां इस काम में मेरी मदद के लिए आपको उल्लू पर रिलीज हुई शार्ट मूवी इंस्पीरेशन जरूर देखनी होगी। इसमें सारे जवाब मिल जाएंगे।
बॉलीवुड में किन समस्याओं पर आवाज उठनी चाहिए?
मुझे लगता है कि शोषण एक बड़ी समस्या है, जो मीटू से रिलेटेड है, लेकिन थोड़ा अलग है। इस समस्या को उल्लू पर रिलीज हुई शॉर्ट मूवी इंस्पीरेशन ही बताएगी।
शादी के बारे में क्या सोचा है?
अभी तो कुछ नहीं सोचा है। लाइफ में जितना भी प्लान कर लो होना होगा तो हो जाएगी। सब ईश्वर के हाथ में है।
बॉलीवुड में आप लौट रही है?
देखिए मेरा पैशन न पहले कम था और न आज कम है। मुझे अक्सर ही फिल्मों की स्क्रिप्ट आती रहती है, लेकिन मैंने जितना ज्ञान पा लिया है, उसके बाद मैं दूसरे के लिखे हुए डॉयलाग नहीं बोल सकती। मुझे इंडीपेन्डेंट काम करना है। अगर मेरा पैशन कम होता तो हावर्ड इंडिया कान्फे्रस में मुझे इनवाइट क्यों किया जाता और वो भी गेस्ट स्पीकर के तौर पर। इससे समझा जा सकता है कि मेरी लोकप्रियता में कोई कमी नहीं आयी है।