- पूरेयूपी ही नहीं बल्कि शहर में भी आने वाला है बंपर रोजगार, लाटरी प्रक्रिया से होगा पेट्रोल पम्प आवंटन
- आवेदन के लिए खुद की भूमि होने की बाध्यता समाप्त, प्रदेश भर में खुलेंगे कुल 9367 पेट्रोल पम्प
बिजनेस लिंक ब्यूरो
लखनऊ। प्रदेश में पेट्रोल व डीजल वितरण की समस्या को समाप्त करने के साथ ही पेट्रोल पम्पों के जरिये रोजगार उपलब्ध कराने के उद्देश्य से भारत सरकार ने प्रदेश भर में तीनों पेट्रोलियम कम्पनियों को मिलाकर अलग-अलग शहरों व स्थानों पर कुल 9,367 पेट्रोल पम्प खोले जाने का निर्णय लिया है। इसकी प्रक्रिया भी ऑनलाइन शुरू कर दी गयी है। इसमें लखनऊ नगर निगम सीमा में व इससे लगे शहरी क्षेत्र में कुल 112 पम्प खोले जाएंगे और ग्रामीण क्षेत्रों में 12 किसान सेवा केन्द्र स्थापित होगें। खास बात ये है कि ये पहला मौका है, जबकि पेट्रोलियम कम्पनियों ने पम्पों का आवंटन लाटरी प्रक्रिया से होगा और इसमें कोई भी ऐसा व्यक्ति जो हाई स्कूल पास हो और भारत का नागरिक हो लाटरी में शामिल हो सकता है। इसके लिए पेट्रोलियम कम्पनियों ने अलग- अलग श्रेणी तय की हैं और इस आवंटन प्रक्रिया में भी सरकार की निर्धारित आरक्षण व्यवस्था लागू होगी। खास बात ये है कि पहली बार लाटरी प्रक्रिया में ऐसे लोगों को भी शामिल किया जाएगा, जिनके पास पम्प के संचालन के लिए वर्तमान में कोई भूमि नहीं है, लेकिन पम्प के आवंटन के तीन माह के भीतर उन्हें भूमि के प्रपत्र उपलब्ध करवाने होगें। इसके लिए यह जरूरी नहीं है कि भूमि पर आवंटी का स्वामित्व हो, वह अपने परिवार या फिर किसी दूसरे व्यक्ति से 20 साल की लीज पर भूमि लेकर पम्प का संचालन कर सकता है।
इंडियन ऑयल कारपरेरेशन लिमिटेड के उप- महाप्रबन्धक (रीटेल सेल्स) लक्ष्मी नारायण मिश्रा ने बीते सोमवार को गोमती नगर के विराज खण्ड- पेट्रोल पम्प को मॉडल के तौर पर दिखाते हुए यह जानकारी दी। उनके अनुसार पम्प के आवंटन की लाटरी प्रक्रिया में शामिल होने के लिए पेट्रोलियम कम्पनी ने वेबसाइड लांच कर दी है, इससे किसी भी पेट्रोल पम्प पर जाकर देखा जा सकता है। इसमें शहरी क्षेत्र के पम्प के लिए 20 गुडे 20 की जमीन होनी चाहिए, जबकि राष्ट्रीय राजमार्ग पर पम्प खोलने के लिए 35 गुडे 45 की जमीन होनी चाहिए। आवेदक को आठ हजार की धनराशि जमा करनी होगी जिसकी वापसी नही होगी। पेट्रोल पम्प के आवंटन के लिए तीन श्रेणी तय की गयी है, जिसके अनुसार प्राथमिकता दी जाएगी।