सड़क सुरक्षा जागरुकता कार्यक्रम के तहत वर्दी देने का किया गया था ऐलान
कार्यक्रम के एक महीने बाद भी नहीं बांटी जा सकी वर्दी
लाटरी सिस्टम के जरिए 500-600 चालकों को दी जानी थी वर्दी
लखनऊ। राजधानी में आटो- टेम्पो चालकों को वर्दी देने का एलान परिवहन विभाग की ओर से दीपावली के पहले ही किया गया था। लेकिन दीपावली बीतने के करीब एक माह बाद भी चालकों को वर्दी नसीब नहीं हो पायी है। आटो-टेम्पो चालकों को वर्दी कब बांटी जायेगी इसका भी कुछ अता-पता नहीं है। वहीं सूत्रों की मानें तो परिवहन विभाग जिस कंपनी से वर्दी लेकर आटो-टेम्पो चालकों को देने वाला था, उस कंपनी ने वर्दी देने से ही इनकार कर दिया। जिसके बाद वर्दी बांटे जाने की कवायद ठप्प पड़ गयी।
अब परिवहन विभाग के अधिकारी भी वर्दी बांटे जाने को लेकर कुछ कह पाने की स्थिति में नहीं नजर आ रहे हैं। बताते चलें कि सड़क सुरक्षा जागरुकता कार्यक्रम के तहत परिवहन विभाग की ओर से आटो-टेम्पो चालकों को वर्दी बांटे जाने का ऐलान किया गया था। इसके तहत करीब 500-600 आटो-टेम्पो चालकों को वर्दी बांटी जानी थी। वहीं बीते 31 अक्टूबर को हुए उक्त कार्यक्रम में प्रतीकात्मक रुप से 5 चालकों को वर्दी बांटी भी गयी थी। वर्दी से वंचित रह गये चालकों को दीपावली बाद बांटे जाने की बात कही गयी थी। लेकिन दीपावली बीतने के एक माह बाद भी वर्दी नहीं बांटी जा सकी है। सूत्रों की मानें तो ग्रीन गैस लिमिटेड और आईओसीएल से लेकर परिवहन विभाग चालकों को वर्दी देने वाला था। लेकिन ग्रीन गैस लिमिटेड व आईओसीएल कंपनी ने अब वर्दी देने से इनकार कर दिया है। जिसके बाद अब चालकों को वर्दी मिलने पर संकट छा गया है।
चालक की बजाय गाड़ी का अपनाया पैरामीटर
चालकों को वर्दी देने के मामले में परिवहन विभाग ने चालक की बजाय गाड़ी का पैरामीटर तय किया। उसके तहत गाड़ी की फिटनेस समेत अन्य जरुरी चीजों को दुरुस्त रखने वाले चालक को ही लाटरी के जरिए वर्दी देने का फार्मूला अपनाया। वहीं सड़क सुरक्षा जागरुकता कार्यक्रम में शामिल होने आये चालकों को सीधे वर्दी देने से अछूता रखा गया। जबकि ऐसे चालकों को वर्दी दिया जाना चाहिए था जिन्होंने अपना समय देकर कार्यक्रम को सफल बनाया। लेकिन परिवहन विभाग अपना फामूला अपनाने पर अडिग रहा। हाल फिलहाल जिन स्पान्सर के जरिए वर्दी बांटी जानी थी उस पर संशय बना हुआ है।
महज 5 वर्दी गयी थी बांटी
सड़क सुरक्षा जागरुकता कार्यक्रम में प्रतीकात्मक रुप से 5 चालकों को वर्दी दी गयी थी। ये वे चालक थे, जिन्होंने सड़क सुरक्षा का प्रचार-प्रसार मुफ्त में महीने भर किया था। सड़क सुरक्षा का प्रचार प्रसार करने वाले ऐसे चालकों को परिवहन विभाग ने वर्दी देकर सम्मानित किया था। लेकिर सड़क सुरक्षा जागरुकता कार्यक्रम में बड़ी संख्या में शामिल हुए आटो व टेम्पो चालकों को वर्दी देने की बजाय परिवहन विभाग के अधिकारियों ने लॉटरी सिस्टम अपनाने की बात कही।