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चीनी उद्योग प्रोत्साहन के लिये शोध आवश्यक

  • चीनी उद्योग और गन्ना किसानों को प्रोत्साहित करने के लिय राज्य सरकार संकल्पित : गन्ना मंत्री
  • सीआईआई ने शुगर टेक पाचवें संस्करण का किया आयोजन

CII (2)बिजनेस लिंक ब्यूरो

लखनऊ। उत्तर प्रदेश की अर्थ व्यवस्था में महत्वपूर्ण योगदान देने वाले चीनी उद्योग पर आधारित शुगर टेक-२०१७ का सीआईआई आयोजन किया। आयोजन के इस पांचवें संस्करण में चीनी उद्योग से सम्बंधित समस्याओं एवं उनके निदान के नये अवसरों को खोजने पर विशेषज्ञों ने अपनी राय रखी। इस दौरान चीनी उद्योग एवं गन्ना विकास मंत्री सुरेश राणा ने कहा सरकार उद्योग को प्रोत्साहित करने के लिये संकल्पित है।

गन्ना मंत्री ने कहा चीनी उद्योग को प्रोत्साहित करने में लायी गयी नवीन नीतियों एवं सुधारों पर कहा भारत सरकार ने किसानों की सुविधा के लिये एवं उन्हें फसल सम्बन्धी सही जानकारी प्रदान करने के लिये एम किसान नामक ई-पोर्टल की स्थापना की है। महज छह माह में ही इस पोर्टल से तीन लाख किसान जुड़ गये हैं। इस वर्ष के अंत तक 33 लाख किसानो को इस पोर्टल से जोडऩे का लक्ष्य है। उन्होंने बताया चीनी उद्योग के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने गन्ना विभाग आपके द्वार का नारा दिया है जिससे गन्ना किसानों को और अधिक पैदावार सुनिश्चित करने के लिये प्रोत्साहित किया जा सके।

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शुगर टेक-2017 में प्रमुख सचिव चीनी उद्योग एवं गन्ना विकास संजय भूषरेड्डी ने कहा इस क्षेत्र में कुशलता एवं मित्वैता सुनिश्चित करने के लिये पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप की अत्यधिक आवश्यकता है। साथ ही उन्होंने इस तथ्य पर भी बल दिया कि चीनी उद्योग में शोध एवं विकास को अधिक महत्व देने की आवश्यकता है। इसे एक निवेश के रूप में देखा जाना चाहिये नाकि व्यय के रूप में। उन्होंने कहा की इससे न सिर्फ घरेलू चीनी उत्पादन बढ़ेगा बल्कि निर्यात के लिये चीनी का उत्पादन भी बढ़ेगा।

सीआईआईए यूपी स्टेट के चेयरमैन जय अग्रवाल ने कहा भारत विश्व का दूसरा सबसे बड़ा चीनी उत्पादक है तथा सबसे बड़ा चीनी उपभोक्ता भी है। विश्व के संपूर्ण चीनी उत्पादन का 15 प्रतिशत भारत से होता है। भारत में चीनी का वाॢषक उत्पादन 25 से 28 मिलियन टन है। वर्ष 2016-17 में उत्तर प्रदेश का वाॢषक उत्पादन 87.5 लाख टन था जो की पूरे विश्व का 5.75 प्रतिशत था। उन्होंने इन उपलब्धि का श्रेय इंडियन इंस्टिट्यूट फॉर शुगरकेन रिसर्च, शुगर ब्रीडिंग इंस्टिट्यूट तथा नेशनल शुगर इंस्टिट्यूट को देते हुए कहा की ये संस्थान हमारे देश का गौरव बढ़ा रहे हैं।

इन विषयों पर हुई चर्चा
आयोजन के प्रथम अधिवेशन का विषय चीनी उद्योग में चुनौतियों एवं सततता रहा। तो वहीं अन्य दो अधिवेशनों का विषय प्रक्रिया सम्बंधित तकनीकीकरण तथा फार्म लेवल पर नवीनीकरण रहा। कार्यक्रम में चीनी उद्योग तथा सम्बंधित क्षेत्रो से लगभग 150 से अधिक लोगों ने शिरकत की।

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