लखनऊ। जनेश्वर मिश्र पार्क के पुराने व नए प्रस्तावित काम होना अब मुश्किल है। सरकार से नए कामों के लिए बजट न मिलने से ऐसी स्थिति बन रही है। पुराने कामों के लिये मंजूर हुए बजट में से भी 6.72 करोड़ रुपए का बजट शासन ने रोक दिया है।
लोक निर्माण विभाग की विशिष्टियों से उच्च स्तर का काम स्वीकृत किए जाने से शासन ने बजट रोका। इसके अलावा कुछ नए कामों के लिए प्रस्तावित 11.24 करोड़ रुपए को भी शासन ने देने से मना कर दिया है।
जनेश्वर मिश्र पार्क में अभी कुछ काम होने बाकी हैं। सरकार बदलने के बाद पार्क में होने वाले नए व अधूरे कामों को रोक दिया गया था। पिछली सरकार में निर्माण के लिए जो बजट स्वीकृत था उसमें से भी 6.72 करोड़ रुपए का बजट एलडीए को नहीं दिया गया। एलडीए ने 19 सितम्बर 2018 को ही शासन को पत्र लिखकर अधूरे कामों को पूरा कराने के लिए इस रकम को जारी करने का अनुरोध किया था।
शासन ने इसका परीक्षण कराया तो पता चला कि सपा सरकार ने पार्क बनाने के लिए जो प्रस्ताव तैयार किया था उसमें कई काम ऐसे थे जो लोक निर्माण विभाग की विशिष्टियों से उच्च थे। इन पर लोक निर्माण विभाग के शेड्यूल्ड रेट से ज्यादा पैसा खर्च करने का प्रस्ताव था। इसे पकड़े जाने के बाद शासन ने बजट रोक दिया था।
उच्च विशिष्टियों के काम कराने की मंजूरी मंत्रिपरिषद देता है। ऐसे में अब शासन ने एलडीए से नया प्रस्ताव देने को कहा है ताकि मंत्रिपरिषद में इस पर विचार हो सके। इसी के साथ शासन ने एलडीए से पार्क के निर्माण पर खर्च हुई रकम व अन्य तमाम ब्योरा भी मांगा है।
उधर एलडीए के विद्युत यांत्रिक व उद्यान विभाग ने पार्क में कुछ नए कामों के लिए शासन से 11.24 करोड़ रुपए और मांगे थे। इसके लिए एक मार्च 2019 को एलडीए सचिव ने शासन को पत्र लिखा था।