- दिसंबर के अंत या जनवरी के पहले सप्ताह में ट्रायल रन की तैयारी
- एलएमआरसी ने सुरक्षा जांच के लिए रेलवे संरक्षा आयुक्त को किया आवेदन
- चारबाग से मुंशीपुलिया और टीपी नगर से एयरपोर्ट तक बचा काम तय समय से एक महीना पहले पूरा करने का दावा
बिजनेस लिंक ब्यूरो
लखनऊ। चारबाग से मुंशीपुलिया और ट्रंसर्पोटनगर से एयरपोर्ट तक मेट्रो रूट की टेस्टिंग की तैयारी शुरू हो गई है। इसके लिए एलएमआरसी के निदेशकों की टीम ने मुम्बई जाकर रेलवे के मुख्य संरक्षा आयुक्त एके जैन समेत कई अफसरों से मुलाकात कर आवेदन कर दिया है। दावा है कि एयरपोर्ट से मुंशी पुलिया रूट पर बचा काम जल्द पूरा करने के साथ तय समय से एक महीने पहले मेट्रो चला दी जाएगी।
एलएमआरसी के एमडी कुमार केशव ने दावा किया कि केंद्र और प्रदेश सरकार के प्रयासों से नॉर्थ-साउथ कॉरिडोर (अमौसी से मुंशी पुलिया रूट) रिकॉर्ड समय में तैयार होगा, हालांकि वह एलेवेटेड रूट पर लोड टेस्टिंग और ट्रायल शुरू होने की तारीख नहीं बता सके। एमडी के मुताबिक, अमौसी से मुंशीपुलिया रूट पर दिसंबर से पहले तक काम पूरा हो जाएगा। इसके बाद टीम कभी भी निरीक्षण के लिए आ सकती है। सब कुछ ठीक रहा तो दिसंबर के अंत या जनवरी के पहले सप्ताह में ट्रायल रन शुरू हो सकता है। इसके बाद मार्च २०१९ में इस रूट पर मेट्रो संचालन शुरू हो जाएगा, जबकि डीपीआर में इसके लिए अप्रैल का महीना तय किया गया है।
चारबाग से वसंत कुुंज का संशोधित डीपीआर तैयार
मेट्रो एमडी ने चारबाग से वसंत कुंज तक प्रस्तावित ईस्ट वेस्ट कॉरिडोर पर प्रदेश सरकार की ओर से आपत्ति किए जाने की अटकलों को सिरे से खारिज कर दिया। उन्होंने बताया कि प्रदेश सरकार इस रूट पर आने वाले खर्च को लेकर चिंतित थी। इसे कम करने का सुझाव दिया गया था। इस रूट का डीपीआर दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन ने बनाया था। सरकार के सुझाव पर संशोधित डीपीआर बनाया है।
95 फीसद सिविल कार्य पूरे
एयरपोर्ट से मुंशीपुलिया तक एलेवेटेड और अंडरग्राउंड रूट का 95 फीसद निर्माण कार्य हो चुका है। पटरियां बिछाने और विद्युतीकरण का काम भी पूरा होने वाला है। एलएमआरसी सूत्रों के मुताबिक, इस महीने के अंत तक यह पूरा रूट लोड टेस्टिंग के लिए तैयार हो जाएगा।
स्टेशनों पर मिलेंगे ई- रिक्शा
मेट्रो स्टेशनों पर चार पहिया गाडिय़ों की पार्किंग का इंतजाम नहीं है। ऐसे में यहां उतरने वालों को घर तक जाने के लिए ई-रिक्शा चलाने की योजना पर काम शुरू हो गया है। एमडी कुमार केशव के मुताबिक, परिवहन विभाग के साथ बात हो चुकी है। जल्द ही ई-रिक्शा मुहैया करवाने के लिए किसी एजेंसी से एग्रीमेंट किया जाएगा। इन ई-रिक्शों का रंग और चालकों की वर्दी भी अलग होगी।