मीटर गेज से ब्रॉडगेज आमान परिवर्तन के बाद 120 किमी की रफ्तार से दौड़ी स्पेशल ट्रेन
50 मिनट में पूरा किया सीतापुर से डालीगंज तक का सफर कयात्रियों को अभी सीतापुर जाने के लिए खर्च करने पड़ रहे हैं 91 रुपये
लखनऊ। लंबे समय से ऐशबाग-सीतापुर पर ट्रेन चलने का इंतजार अब बस खत्म होने वाला है। जल्द ही ऐशबाग से सीतापुर के बीच पैसेंजर ट्रेनें और मालगाडिय़ां दौड़ेंगी। बीते रविवार को सीतापुर-ऐशबाग रेलखंड के आमान परिवर्तन के बाद पहली बार सीतापुर से डालीगंज तक स्पेशल ट्रेन से स्पीड ट्रायल किया गया। मध्य व पूर्वोत्तर रेलवे परिमंडल के रेल संरक्षा आयुक्त ने उच्चाधिकारियों के साथ अधिकतम 120 किमी की रफ्तार से विशेष ट्रेन का संचालन किया। सीतापुर से डालीगंज स्पेशल ट्रेन करीब 50 मिनट में पहुंची। आमान परिवर्तन के बाद तैयार हुए इस रूट पर यात्रियों के साथ व्यापारियों को भी फायदा मिलेगा। व्यापारियों को सहूलियत के लिए सीतापुर से सटे खैराबाद रेलवे स्टेशन में पहली बार गुड्स साइडिंग तैयार किया गया है। यहां से लखनऊ समेत स्थानीय उद्योग और किसानों को देशभर में कहीं भी सामान भेजना आसान और सस्ता होगा। मीटरगेज वाला ऐशबाग- सीतापुर ऐतिहासिक रेलखंड अब पूरी तरह ब्रॉडगेज में परिवर्तित हो गया है। यात्रियों को सीतापुर जाने के लिए अभी 91 रुपये खर्च करने पड़ रहे हैं।
ट्रेन चलने के बाद यात्री मात्र 30 रुपये में सीतापुर पहुंच जाएंगे। सीतापुर जाने वाले दैनिक यात्रियों को भी खासी राहत मिलेगी। पूर्वोत्तर रेलवे के अधिकारियों की मानें तो ऐशबाग-सीतापुर रूट को दिल्ली, पंजाब, जम्मू कश्मीर के वैकल्पिक रूट के तौर पर तैयार किया जाएगा। बताते चलें कि रेल संरक्षा आयुक्त ने प्रथम चरण में ऐशबाग से डालीगंज के बीच आमान परिवर्तन कार्य का जायजा लेने के बाद ट्रेन का स्पीड ट्रायल किया था। इसके बाद इस रेलखंड पर ऐशबाग होकर बाराबंकी की ओर आवागमन करने वाली ट्रेनों का संचालन शुरू हो गया था।
इंजन रहित ट्रेन के कामर्शियल रन की तैयारी
देश की पहली इंजन रहित ‘ट्रेन-18Ó का अब यात्रियों को ज्यादा इंतजार नहीं करना पड़ेगा। रेलवे बोर्ड इस ट्रेन के कामर्शियल रन की तैयारी में जुटा है। यह जानकारी आरडीएसओ को जारी प्रेस रिलीज में दी गयी। प्रवक्ता ने बताया कि चेन्नई के रेल कोच फैक्ट्री में तैयार किये गये ट्रेन-18 के पहले रेक का ट्रायल मुरादाबाद मंडल में 115 किमी की रफ्तार से किया जा रहा है। ट्रायल के दौरान यह ट्रेन संरक्षा मानकों के अनुसार मिली। ट्रेन-18 160 किमी की रफ्तार से चलेगी। इस गति से इसका ट्रायल कोटा मंडल में किया जाएगा।
सीधे हाइवे से जुड़ा पहला गुड्स टर्मिनल
खैराबाद रेलवे स्टेशन पर तैयार पूर्वोत्तर रेलवे का पहला गुड्स टर्मिनल ऐसा टर्मिनल है, जिसको सीधे हाइवे से जोड़ा गया है। यहां पर एक बड़ा प्लेटफार्म तैयार किया गया है, जिससे यहां पर ट्रकों से लदकर आने वाला माल सीधे ट्रेन तक पहुंचेगा। अनलोड करने के लिए भी ट्रेनों से माल को उतारकर सीधे ट्रकों में लादा जाएगा। इससे व्यापारियों का समय बचेगा और रेलवे को निगरानी करने में खासी मुश्किलें नहीं उठानी पड़ेंगी। ट्रक माल लादकर सीधे हाइवे के जरिए दूसरे शहरों के लिए आसानी से रवाना हो सकेंगे।