- RBI के निर्देशानुसार, मैग्नेटिक स्ट्रिप वाले डेबिट या क्रेडिट कार्ड को हर हाल में 31 दिसंबर तक नए EMV चिप वाले कार्ड से बदल दिया जाए.
साल 2019 के पहले दिन यानी 1 जनवरी 2019 से आपका डेबिट और क्रेडिट कार्ड काम करना बंद कर देगा. रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) के निर्देशानुसार, मैग्नेटिक स्ट्रिप वाले डेबिट या क्रेडिट कार्ड को हर हाल में 31 दिसंबर तक नए EMV चिप वाले कार्ड से बदल दिया जाना है. यह कार्ड PIN पर आधारित हैं. यह कार्ड पुराने के मुकाबले ज्यादा सेफ है. इसलिए आपको नए साल में नए डेबिट-क्रेडिट कार्ड की जरूरत पड़ेगी. पुराने ATM और डेबिट कार्ड के पीछे की तरफ एक काली पट्टी नजर आती है. यही काली पट्टी मैग्नेटिक स्ट्रिप है, जिसमें आपके खाते की पूरी जानकारी दर्ज होती है. ATM में इसे डालने के बाद पिन नंबर डालते ही आप अपने खाते से पैसे निकल पाते हैं. खरीदारी के समय ऐसे कार्ड्स को स्वाइप किया जाता है.
मैग्नेटिक स्ट्रिप कार्ड नहीं हैं सुरक्षित
रिजर्व बैंक के अनुसार, मैग्नेटिक स्ट्रिप कार्ड अब पुरानी टेक्नोलॉजी हो चुकी है. ऐसा कार्ड बनना अब बंद भी हो गया है, क्योंकि ये कार्ड पूरी तरह से सुरक्षित नहीं थे, जिसकी वजह से इन्हें बंद कर दिया गया है. अब इनकी जगह EMV चिप कार्ड को तैयार किया गया है. सभी पुराने कार्ड को नए चिप कार्ड से बदला जाएगा.
ऐसे बदलें पुराना एटीएम कार्ड
यदि आप मैग्नेटिक स्ट्रिप एटीएम कार्ड को चिप एटीएम कार्ड से बदलना चाहते हैं तो इसके लिए 2 तरीके हैं. पहला तरीका नेट बैंकिंग और दूसरी तरीका है अपनी होम ब्रांच में जाकर अप्लाई करना.
चिप वाले कार्ड हैं ज्यादा सुरक्षित
चिप वाले कार्ड ज्यादा सुरक्षित हैं. इसमें डाटा चोरी होने की आशंका नहीं है. क्योंकि, उपभोक्ता की डिटेल चिप में होती है. इसे कॉपी नहीं किया जा सकता. चिप वाले कार्ड में हर ट्रांजैक्शन के लिए एक इनक्रिप्टेड कोड जारी होता है. इस कोड में सेंध लगाना बहुत ही मुश्किल है. इसलिए ये कार्ड ज्यादा सेफ हैं. मैग्नेटिक स्ट्रिप वाले कार्ड से डाटा कॉपी करना आसान है. स्ट्रिप पर दिए गए डाटा को कॉपी करके नकली कार्ड बनाना काफी आसान है. यही वजह है कि इस तरह के एटीएम बंद करके आरबीआई लोगों की डिटेल्स और पैसे को सुरक्षित बना रहा है.