मायावती द्वारा नसीमुद्दीन सिद्दीकी को पार्टी से निष्कासित करने के बाद बसपा में बगावत के सुर तेज हो गए हैं। बसपा के पूर्व एमएलसी प्रदीप सिंह ने बसपा की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। इसके अलावा आजमगढ़ जोन कोर्डिनेटर शेख अहमद अली उर्फ संजय भाई ने अपने सभी पदों से इस्तीफा दे दिया। सूत्रों की मानें तो प्रदीप सिंह के अलावा कई और बड़े नेता बहुजन समाज पार्टी से किनारा कर सकते हैं। बता दें कि प्रदीप सिंह प्रदेश में बसपा के क्षत्रिय भाईचारा कोऑर्डिनेशन में भी अहम भूमिका में थे।
बहुजन समाज पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा ने नसीमुद्दीन सिद्दीकी पर आरोप लगाते हुए कहा उन्होंने चुनाव के दौरान लोगों से पैसा लिया था। उन्होंने अपनी जिम्मेदारी का पूरी तरह से निर्वहन नहीं किया। पार्टी गतिविधियों में शामिल होने के कारण नसीमुद्दीन सिद्दीकी और उनके बेटे अफजल सिद्दीकी को बसपा से बाहर कर दिया गया।
नसीमुद्दीन को पार्टी से निकाले जाने के बाद पूरे प्रदेश में उनके समर्थकों के बहुजन समाज पार्टी से इस्तीफों का सिलसिला शुरू हो गया है। प्रदीप सिंह के अलावा आजमगढ़ जोन कोर्डिनेटर शेख अहमद अली उर्फ संजय भाई ने अपने सभी पदों से इस्तीफा दिया। इस दौरान उन्होंने मायावती पर तानाशाही का आरोप लगाया। बसपा के प्रदेश महासचिव मो. इरशाद खान ने भी पार्टी से किनारा कर लिया है। बता दें कि मो. इरशाद खान सरोजनीनगर से दो बार बसपा के टिकट पर विधायक रह चुके हैं।