यात्रियों को आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध होने का दावा
आरक्षित, अनारक्षित टिकटों की व्यवस्था, ट्रेन संचालन के अलावा सब कुछ निजी हाथों में होगा
लखनऊ। यात्रियों को आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए चारबाग रेलवे स्टेशन को निजी हाथों में सौंपा जाएगा। स्टेशन को निजी हाथों में सौंपे जान के बाद रेलवे के पास केवल आरक्षित व अनारक्षित टिकटों की व्यवस्था व ट्रेनों का संचालन ही रहेगा। चौधरी चरण सिंह इंटरनेशनल एयरपोर्ट (अमौसी) की तर्ज पर ऐतिहासिक रेलवे स्टेशन चारबाग को निजी हाथों में सौंपा जाएगा।
चारबाग स्टेशन का रि-डेवलपमेंट रेलवे भूमि विकास प्राधिकरण (आरएलडीए) की देखरेख में नेशनल बिल्डिंग कंस्ट्रक्शन कॉरपोरेशन (एनबीसीसी) करा रहा है। दो साल में चारबाग स्टेशन के पुनर्विकास का काम पूरा होगा। इसके बाद यह स्टेशन निजी हाथों में सौंप दिया जाएगा। आरक्षित व अनारक्षित टिकटों की व्यवस्था व ट्रेन संचालन के अलावा पार्किंग, विश्रामालय, कैफैटेरिया आदि काम निजी हाथों में होगा। यह जानकारी मंगलवार को उत्तर रेलवे के जीएम टीपी सिंह ने अपने लखनऊ दौरे के दौरान डीआरएम कक्ष में आयोजित पत्रकार वार्ता में दी।
उन्होंने बताया कि चारबाग रेलवे स्टेशन के रि-डेवलपमेंट के बाद यात्रियों को आधुनिक सुविधाएं मिलेंगी। उन्होंने बताया कि चारबाग स्टेशन पर बजट होटल, वेटिंग रूम, पार्किंग, खानपान केन्द्र, कामर्शियल काम्प्लेक्स, भूमिगत पार्किंग आदि बनेगी। चारबाग स्टेशन के गुड्स शेड में कामर्शियल काम्पलेक्स का निर्माण होगा। यहां साइट आफिस बन गया है और कुछ दिनों में काम शुरू होगा। सेकेंड इण्ट्री आनन्द नगर को तरफ नया स्टेशन भवन और बजट होटल बनेगा।
बनी रहेगी ऐतिहासिकता
चारबाग स्टेशन को भारत एवं उत्तर रेलवे की एक अमूल्य ऐतिहासिक धरोहर के रूप में जाना जाता है। एनबीसीसी ने ऐसी डिजाइन बनायी है ताकि चारबाग स्टेशन की ऐतिहासिकता बरकरार रहेगी और चारबाग स्टेशन को अति अत्याधुनिक बनाया जाएगा। चारबाग स्टेशन के प्रथम तल पर एलीवेटेड कॉनकोर्स कॉरीडोर बनाया जाएगा जो सीधे चारबाग मेट्रो रेलवे स्टेशन से जुड़ा रहेगा।