लखनऊ। परिवहन विभाग राजधानी लखनऊ में इलेक्ट्रिक ऑटो-टेम्पो चलाने पर विचार कर रहा है। इलेक्ट्रिक ऑटो-टेम्पो के संचालन से जहां सीएनजी की खपत कम होगी, वहीं यात्रियों को ध्वनि प्रदूषण से भी राहत मिलेगी। आरटीओ प्रशासन अशोक कुमार सिंह ने बताया कि इलेक्ट्रिक ऑटो-टेम्पो चलाने के लिए एक कंपनी ने आरटीओ कार्यालय में आवेदन किया है। परिवहन विभाग इसकी संभावनाओं पर विचार कर रहा है। हालांकि इलेक्ट्रिक ऑटो-टेम्पो को चार्ज करने वाली बैटरी महंगी है। उन्होंने बताया कि इलेक्ट्रिक ऑटो-टेम्पो खरीदने के बाद मालिकों को उसका संचालन कराने के लिए परमिट की जरूरत नहीं पड़ेगी। मालिकों को ई-रिक्शा की तर्ज पर आरटीओ में महज पंजीकरण कराना होगा। हालांकि पंजीकरण के लिए ड्राइविंग लाइसेंस जरूरी होगा। आरटीओ प्रशासन ने बताया कि इलेक्ट्रिक ऑटो-टेम्पो के संचालन से शहर में बढ़ते प्रदूषण पर काफी हद तक अंकुश लग सकेगा। फिलहाल सीएनजी ऑटो-टेम्पो की तुलना में इलेक्ट्रिक ऑटो-टेम्पो की कीमत कुछ अधिक है। ऑटो-टेम्पो की कीमत क्रमश: 3.50 लाख और आठ लाख रुपये बताई जा रही है। इन्हें चार्ज होने में तीन घंटे का समय लगेगा और एक बार की चार्जिंग में 100 किलोमीटर से अधिक दूरी तय करेंगे। ऑटो-टेम्पो की कीमत में लगभग 40 प्रतिशत लागत यानी दो से तीन लाख रुपये बैटरी चार्जिंग सिस्टम के भी शामिल हैं।