प्रदेश में 222 तो राजधानी में खोले जाएंगे एक दर्जन सीएनजी स्टेशन
आगामी आठ वर्षों में प्रदेश में बिछेगा सीएनजी फिलिंग स्टेशनों का जाल
आठ सालों में प्रदेश में रखा गया 7.85 लाख पीएनजी कनेक्शन देने का लक्ष्य
लखनऊ। प्रदेश में प्रदूषण पर वार के लिए सूबे में सीएनजी (कम्प्रेस्ड नेचुरल गैस) और पीएनजी (पाइप्ड नेचुरल गैस) का जाल बिछाए जाने की तैयारी है। सीएनजी से चलने वाले वाहनों को लेकर लोग लंबी दूरी का सफर भी कर सके, इसके लिए तैयारियां की जा रही हैं। वहीं राजधानी में सीएनजी की किल्लत भी खत्म करने की कवायद के लिए वर्ष 2019 के अन्त तक 12 नये सीएनजी स्टेशन खोले जाएंगे। ताकि लोग वाहनों में सीएनजी, पेट्रोल की तरह बिना घंटों लाइन में इंतजार के भरवा सकें। इसके अलावा योजना के साथ अगले आठ साल में पूरे यूपी में कुल 222 सीएनजी स्टेशनों का नेटवर्क काम करेगा।
पीएनजी गैस कनेक्शनों को बढ़ावा देने के लिए सरकार ने सभी सरकारी आवासों में पीएनजी कनेक्शन लेने का अनुबंध किया है। इन गैस परियोजनाओं की जानकारी आईओसी के कार्यकारी निदेशक यूपी एके गंजू व ग्रीन गैस लिमिटेड के एमडी जिलेदार ने दी। उन्होंने बताया कि प्रधान मंत्री पूरे भारत में 65 भौगोलिक क्षेत्रों में सिटी गैस वितरण परियोजनाओं के लिए नींव रखेंगे। इस परियोजना में उत्तर प्रदेश के सभी नौ क्षेत्र होंगे जिसमें गोरखपुर के भौगोलिक क्षेत्र, संत कबीर नगर और कुशीनगर, इलाहाबाद, अमेठी, प्रतापगढ़, रायबरेली, बुलन्दशहर, मुजफ्फरनगर और शामली जिले शामिल हैं।
उन्होंने बताया कि सिटी गैस वितरण नेटवर्क एक ऐसा नेटवर्क है जो एक निर्धारित भौगोलिक क्षेत्र (जीए) में स्थित घरेलू औद्योगिक या वाणिज्यिक परिसरों और सीएनजी स्टेशनों को गैस की आपूर्ति के लिए बना है और पाइपलाइनों का एक दूसरे से जुड़ा नेटवर्क है। ग्रीन-गैस के एमडी जिलेदार ने बताया कि अगले आठ सालों में 7.85 लाख पीएनजी कनेक्शन देने का लक्ष्य यूपी में रखा गया है। इसमें वर्ष 2018-19 में करीब 50 हजार पीएनजी कनेक्शन लखनऊ में दिए जाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया। लखनऊ में वर्तमान में कुल 24 सीएनजी स्टेशन हैं, जिसमें 4 का मामला कोर्ट में होने के कारण बंद हैं।
शहर में खुलेंगे 12 नये सेंटर
ग्रीन गैस लिमिटेड के एमडी जिलेदार ने बताया कि शहर में भी सीएनजी की किल्लत काफी हद तक खत्म हो चुकी है। मौजूदा समय में 23 में से 19 जगहों से सीएनजी की आपूर्ति की जा रही है। चार सीएनजी रिफिलिंग सेंटर पेट्रोल पंपों पर हुई छापेमारी के दौरान बंद हो गए। अगले साल लखनऊ में 12 नए सीएनजी रिफिलिंग सेंटर खोले जाने की तैयारी है। इसमें भी दुबग्गा की तरफ सबसे बड़ा मदर प्लांट स्टेशन बनाया जाएगा।
लंबे सफर में होगा लाभ
एके गंजू ने बताया कि यूपीएसआरटीसी के साथ कोऑर्डिनेशन किया जा रहा है जिससे उनकी बसें भी लंबी दूरी की यात्रा सीएनजी से पूरी कर सकें। उन्नाव, रायबरेली, फैजाबाद और सुलतानपुर सहित प्रदेश के 26 शहरों में सीएनजी और पीएनजी की पाइप लाइन बिछाई जाएंगी। अगले पांच वर्षों में नौ क्षेत्रों में 2700 करोड़ का निवेश किया जाएगा। योजना से लगभग ढाई हजार से अधिक लोगों को रोजगार मिलेगा।
कहां कितने खुलेंगे सेंटर
उन्नाव-2, फैजाबाद-सुलतानपुर-4, अमेठी-प्रतापगढ़-रायबरेली-20, प्रयागराज- भदोही-कौशांबी-24, औरैया-कानपुर देहात-इटावा-27, मुरादाबाद क्षेत्र -27, गोरखपुर-संतकबीरनगर-कुशीनगर-36, मेरठ-मुजफ्फरनगर-शामली-36, बुलंदशहर-अलीगढ़-हाथरस-46
इन जनपदों में हैं रिफिलिंग सेंटर
लखनऊ, कानपुर, सहारनपुर, बागपत, गाजियाबाद, बरेली, मेरठ सिटी, मथुरा सिटी, फीरोजाबाद, वाराणसी नगर, झांसी और नोएडा