करीब ढ़ाई साल पहले बंद कर दी गयी थी प्रीपेड ऑटो की सुविधा
चारबाग से 250 और लखनऊ जं. के प्रीपेड बूथ से 50 ऑटो का होगा संचालन
प्रीपेड बूथों पर निर्धारित किराया लिस्ट भी की जाएगी चस्पा
यात्रियों को मिलेगा फायदा, यात्रियों से मोटी रकम नहीं वसूल पाएंगे ओला-उबर
लखनऊ। चारबाग रेलवे स्टेशन और लखनऊ जंक्शन आने वाले यात्रियों के लिए खुशखबरी है। अब उन्हें यहां से अपने गंतव्य तक पहुंचने को साधन के लिए भटकना नहीं पड़ेगा। दरअसल, स्टेशन के बाहर फिर से प्रीपेड ऑटो सेवा शुरू करने की तैयारी की जा रही है। इससे जहां एक ओर कम किराया यात्रियों को राहत देगा वहीं दूसरी ओर ओला-उबर की मनमानी पर लगाम लगेगी। इस सेवा का संचालन पहले की ही तरह जीआरपी के हाथों में होगा। गौरतलब है कि कुछ कारणों के चलते करीब ढाई साल पहले प्रीपेड ऑटो का संचालन बंद कर दिया गया था। इसकी वजह से यात्रियों को काफी परेशानी हो रही थी। वहीं इसका फायदा उठाकर ओला-उबर यात्रियों से मोटी रकम वसूल रहे थे। जानकारों की मानें तो दस किमी की दूरी के लिए 350 से 400 रुपए तक वसूल किए जाते हैं। आमतौर पर उनके निशाने पर शताब्दी और पुष्पक के यात्री होते हैं। प्रीपेड सेवा के शुरू होने से जहां एक ओर यात्रियों को प्लेटफॉर्म से निकलते ही साधन मिलेगा वहीं उचित किराए में वह अपनी मंजिल तक पहुंच सकेंगे। जीआरपी के अधिकारियों के अनुसार करीब ढाई साल पहले परिवहन विभाग द्वारा निर्धारित किराया न लेने की वजह से इसका विरोध शुरू हुआ और बाद में यह सेवा बंद हो गई। इस बार दोनों ही प्रीपेड बूथों पर निर्धारित किराया लिस्ट लगाई जाएगी और उसी के अनुसार किराया वसूला जाएगा।
कटती हैं तीन पर्चियां
रेलवे अधिकारियों के अनुसार प्रीपेड ऑटो सेवा से यात्रियों का सफर भी सुरक्षित होगा। कारण, ऑटो चालकों का पूरा ब्यौरा जीआरपी के पास मौजूद रहता है। ऐसे में यात्रियों को किसी प्रकार की परेशानी नहीं होती। प्रपेड सेवा में तीन पर्चियां कटती हैं। जिसमें एक जीआरपी के पास, एक यात्री के पास और एक ऑटो चालक के पास रहती है। ऐसे में ऑटो में सामान छूटने पर यात्री इसकी सूचना जीआरपी को दे सकते हैं, ताकि उनका सामान उन तक पहुंचाया जा सके।
300 ऑटो चलने की संभावना
रेलवे प्रशासन के अनुसार चारबाग रेलवे स्टेशन से जहां 250 ऑटो का संचालन किया जाएगा, वहीं लखनऊ जंक्शन से 50 ऑटो संचालित किए जाएंगे। इससे रोजाना करीब 25 हजार से अधिक यात्रियों को राहत मिलेगी। जीआरपी अधिकारियों के अनुसार प्रीपेड टैक्सी सेवा जल्द शुरू करने के लिए इसकी तैयारी की जा रही है। इस सेवा के शुरू होने से यात्रियों को रेलवे स्टेशन से आते ही साधन मिल सकेगा। उन्हें इसके लिए परेशान नहीं होना पड़ेगा। प्रीपेड टैक्सी का किराया जहां कम होगा तो वहीं यात्रियों का सफर भी सुरक्षित होगा।
फैक्ट फाइल
2 साल 6 माह पहले बंद हुई थी सेवा
400 रुपये किराया दस किमी का वसूलते हैं ओला-उबर
300 प्रीपेड ऑटो चलाए जाएंगे
25 हजार यात्रियों को रोजाना होगा फायदा