लखनऊ। लखनऊ से दिल्ली के बीच दौडऩे वाली तेजस एक्सप्रेस में यात्रियों को परोसा जाने वाला खाना शताब्दी व राजधानी एक्सप्रेस से स्वादिष्ट होगा। हालांकि इसके लिए भुगतान भी अधिक करना होगा। सेमी हाईस्पीड ट्रेनों में सबसे महंगी कैटरिंग तेजस एक्सप्रेस की होगी।
रेलवे बोर्ड के एक अधिकारी की माने तो चेयरकार में साढ़े तीन सौ रुपये से अधिक व एग्जीक्यूटिव में करीब चार सौ रुपये कैटरिंग शुल्क वसूला जाएगा। इस पर अभी मंथन चल रहा है। दिल्ली में बीते गुरुवार को रेलवे बोर्ड व आईआरसीटीसी अधिकारियों के बीच ट्रेन में कैटरिंग, किराये, मेंटेनेंस, ऑपरेशन, सेफ्टी- सिक्योरिटी पर विचार-विमर्श हुआ।
देश की पहली सेमी हाईस्पीड निजी ट्रेन तेजस रेल मंत्रालय की महत्वाकांक्षी ट्रेनों में शुमार है। सितम्बर से इसे पटरी पर लाने की तैयारी है। लखनऊ से सुबह चलकर यह ट्रेन दोपहर में दिल्ली पहुंचेगी। इस दौरान यात्रियों को नाश्ता दिया जाएगा। दिल्ली से ट्रेन शाम 4.30 बजे चलकर रात 10.45 बजे लखनऊ पहुंचेगी। ऐसे में यात्रियों को शाम की चाय के साथ नाश्ता और रात का खाना परोसा जाएगा। इसमें स्थानीय खान-पान को शामिल करने पर विचार हो रहा है।
खाने की गुणवत्ता बेहतर होगी, इसके लिए भुगतान अधिक करना पड़ेगा। बता दें कि ट्रेन में फलैक्सी फेयर लगेगा, जिसका किराया शताब्दी की तरह बढ़ेगा। इसमें यात्रियों को दिए जाने वाले न्यूजपेपर व पीने के पानी की बोतल की कीमत शामिल रहेगी। वहीं, डिनर में दस तरह के आइटम होंगे, जिसमें सूप, साइड डिश, मेन कोर्स, डाइजेस्टिव फूड (म_ा-छाछ वगैरह) व मिष्ठान प्रमुख होंगे।
लखनऊ से दिल्ली जाते समय कानपुर से खान-पान की सेवाएं मिल सकती हैं। वापसी में दिल्ली के बेस किचन से खाने का सामान आएगा।आपको बता दें कि पहली तेजस एक्सप्रेस मुंबई से गोवा के बीच 24 मई, 2017 को शुरू हुई थी। यह 552 किमी की दूरी 8.30 घंटे में पूरी करती है।
दूसरी तेजस चेन्नई एगमोर से मदुरई के बीच 2 मार्च को शुरू हुई और यह 497 किमी की दूरी महज छह घंटे में पूरी करती है। जानकारी के अनुसार तेजस के रैक को जांचने दिल्ली की टीम आएगी। हालांकि, इसके गुरुवार को आने की संभावनाएं जताई जा रही थीं। ट्रेन का रैक काफी समय पहले ही लखनऊ आ चुका है और गोमतीनगर स्टेशन की न्यू वॉशिंग पिट पर खड़ा है। इसे आईआरसीटीसी को हैंडओवर किया जाना है। ऐसे में रैक की गहन जांच को टीम आ रही है।
कोटा व पास अमान्य
तेजस में सभी तरह के कोटा एवं पास अमान्य रहेंगे। यहां तक रेलकर्मियों का ड्यूटी पास भी इसमें अमान्य रहेगा। ट्रेन शुरू होने से पूर्व ही आईआरसीटीसी ने स्पष्ट कर दिया है कि तेजस में किसी भी तरह का कोटा मान्य नहीं होगा। जबकि अन्य ट्रेनों में विकलांग कोटा, सीनियर सिटीजन कोटा, वीआईपी कोटा आदि मान्य होते हैं।
काउंटर से खरीद सकेंगे टिकट
लखनऊ- दिल्ली और मुंबई- अहमदाबाद के बीच चलने वाली तेजस एक्सप्रेस का टिकट सिस्टम भी हवाई जहाज जैसा होगा। इसमें आप पहले से रिजर्वेशन कराने की बजाए सीधे स्टेशन पहुंचकर ‘तुरंत आओ, तुरंत टिकट पाओÓ की तर्ज पर करंट काउंटर से टिकट लेकर ट्रेन में बैठ सकेंगे। हालांकि विमानों की तर्ज पर ही डायनामिक प्राइसिंग लागू होने से इस ट्रेन का सफर अन्य के मुकाबले थोड़ा महंगा साबित हो सकता है। स्टेशनों पर करंट टिकट काउंटर खोलने की जिम्मेदारी भी आईआरसीटीसी की ही होगी।