सेफ जोन बनाने की आलमबाग, चारबाग और कैसरबाग बस अड्डे से होगी शुरुआत
प्रदेश के प्रमुख शहरों के 20 बस अड्डों पर बनेगा सेफ जोन
एक सेफ जोन बनाने में करीब 20 लाख का बजट होगा खर्च
लखनऊ। महिलाओं को पिंक बस के जरिए सुरक्षित सफर की सौगात देने के बाद परिवहन निगम प्रबंध तंत्र ने आधी आबादी को एक और सहूलियत देने की कवायद शुरु की है। महिलाओं की सुरक्षा को लेकर परिवहन निगम ने एक और कदम उठाया है। परिवहन निगम के बस अड्डों पर महिलाओं को घर जैसी सुरक्षा प्रदान करने के लिए सेफ जोन बनाने की योजना है। परिवहन निगम के अधिकारियों के मुताबिक केंद्र सरकार से मिले निर्भया फंड से प्रदेश के 20 प्रमुख बस अड्डों पर महिलाओं के लिए सेफ जोन बनाया जाएगा। रोडवेज अधिकारियों का कहना है कि महिलाओं के लिए बस अड्डों पर सेफ जोन विकसित किया जाएगा। इस सेफ जोन में करीब 50 महिला यात्रियों के बैठने का इंतजाम होगा। सेफ जोन में बैठने के अलावा महिलाओं के लिए जरुरी बुनियादी सुविधाओं का भी इंतजाम होगा। सेफ जोन में महिलाओं के लिए रोडवेज महिला कर्मचारियों की ही तैनाती की जाएगी, ताकि महिला यात्री अपनी परेशानी महिला कर्मचारियों से आसानी से बता सकें। इसकी सफाई व्यवस्था भी महिलाओं के ही हाथों में होगी। रोडवेज अधिकारियों के अनुसार प्रदेश के 20 बस अड्डों पर बनने वाले सेफ जोन की शुरुआत राजधानी से होगी। राजधानी में आलमबाग बस टर्मिनल, कैसरबाग एसी बस अड्डा और चारबाग तीन बड़े बस अड्डे हैं। सबसे पहले इन बस अड्डों पर सेफ जोन विकसित किया जाएगा।
पिंक बसों के संचालन के बाद परिहवन निगम बस अड्डों पर महिलाओं की सुरक्षा को और पुख्ता करने की तैयारी में है। प्रदेश के कई बड़े बस अड्डों पर महिलाओं के लिए सेफ जोन बनाने की तैयारी है। यहां पर महिलाओं को घर जैसा माहौल मिलेगा।
जयदीप वर्मा सीजीएम टेक्निकल परिवहन निगम
महिलाओं को मिलेंगी ये सुविधाएं
50 महिला यात्रियों के बैठने की होगी व्यवस्था
वातानुकूलित होगा सेफ जोन
महिलाओं के लिए जरुरी होंगी सभी सुविधाएं
महिला कर्मचारियों की होगी तैनाती
प्रत्येक महिला यात्री की रजिस्टर में होगी एंट्री
इमरजेंसी बटन से लैस होगा सेफ जोन
इन शहरों के बस अड्डों पर बनेंगे सेफ जोन
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