- इंतजार खत्म, अब सरकार की अनुमति मिलते ही लोगों को मेट्रो के सफर का आनंद मिलना शुरू होगा
- लखनवाइट्स का मेट्रो सफर का रास्ता साफ, अब सरकार की बारी
लखनऊ। एलएमआरसी ने हमेशा ही यात्रियों की सुविधाओं और जरूरतों का विशेष ध्यान रखा है। चैधरी चरण सिंह एयरपोर्ट से मुंशीपुलिया तक संपूर्ण उत्तर- दक्षिण कॉरिडोर (फेज-1ए) परियोजना को अमलीजामा पहनाने के दौरान एलएमआरसी ने यह सुनिश्चित किया है कि यात्रियों की सुविधा और सहूलियत को प्राथमिकता दी जाए। कॉरिडोर के सभी स्टेशनों के स्थान का चुनाव इस बात को ध्यान में रखते हुए किया गया कि शहर के सभी महत्वपूर्ण स्थल, मेट्रो स्टेशनों से करीब हों। हुसैनगंज से हजरतगंज तक के इस कॉरिडोर का भूमिगत सेक्शन, लखनऊ के सभी प्रतिष्ठित और लोकप्रिय बाजारों, इमारतों, सरकारी एवं गैर-सरकारी संस्थानों इत्यादि से होकर गुजरने के लिए बेताब है, इसलिए कॉमर्शियल रन शुरू होने के बाद मेट्रो यात्रियों को इन जगहों तक पहुंचने के लिए जाम और भीड़ की समस्या से निजात मिल सकेगा। साथ ही, यात्रा की सहूलियत के साथ- साथ यात्रियों के समय की भी बचत होगी।
हुसैनगंज स्टेशन पर उतरने के बाद यात्री बड़ी ही आसानी से लालकुआं, बर्लिंगटन चैराहा, सदर, ओ.सी.आर., लाटूश रोड और अमीनाबाद पहुंच सकेंगे। हुसैनगंज इलाके में रिहायशी आबादी की बहुलता है और इस तथ्य को ध्यान में रखते हुए मेट्रो सेवा की बदौलत यहां का यातायात पहले की अपेक्षा कहीं अधिक सुचारू रुप से चल सकेगा। हुसैनगंज चैराहे पर खुलने वाला द्वार यात्रियों को हेविट रोड से होते हुए सीधे अमीनाबाद से जोड़ेगा। हुसैनगंज स्टेशन में तीन निकास द्वार होंगे। ये द्वार ट्यूलिप होटल, त्रिपाठी मिष्ठान भंडार (हुसैनगंज चैराहा) और सीएमएस मुख्यालय पर खुलेंगे।
सचिवालय, बापू भवन, लोकभवन, विधानसभा, सहकारिता भवन, आकाशवाणी जाने वाले यात्री सचिवालय मेट्रो स्टेशन पर उतरकर बड़ी ही सहजता के साथ अपने गंतव्य तक पहुंच सकेंगे। साथ ही, कई विद्यालयों और बैंकों के दफ्तर भी इस इलाके में स्थित हैं। इस मेट्रो स्टेशन पर निकासी के लिए चार गेट होंगे। गेट नं. 1, 2, 3 और 4 क्रमश: एनआरसीबी, सहकारिता भवन, आंबेडकर भवन और बापू भवन की ओर खुलेंगे। भूमिगत सेक्शन के तीनों स्टेशनों में हजरतगंज स्टेशन सबसे खास स्थान रखता है। इस स्टेशन से यात्री जनपथ, कैथीड्रल चर्च, जीपीओ, नरही, चिडिय़ाघर, पार्क रोड, दारूलशफा, नाजा मार्केट, एलआईसी दफ्तर, साहू मार्केट, हलवासिया मार्केट, लालबाग और कालिदास मार्ग समेत अन्य कई प्रसिद्ध इलाकों तक अपना सफर आसान कर सकेंगे। लखनऊ आने वाले पर्यटकों के लिए भी हजरतगंज हमेशा से ही आकर्षण का केंद्र रहा है। आमतौर पर ऐसे यात्रियों को शहर की भौगौलिक संरचना की कम जानकारी होती है। ऐसे में मेट्रो स्टेशनों पर विस्तृत जानकारी के साथ लगे मैप्स और गो स्मार्ट टूरिस्ट कार्ड की बदौलत पर्यटक भी पूरी सुरक्षा और सहूलियत के साथ शहर की सैर कर सकेंगे। हजरतगंज मेट्रो स्टेशन में भी 4 गेट होंगे, जो डीआरएम ऑफिस, मेफेयर, चर्च और एलआईसी की ओर निकलेंगे।
सीएमआरएस की टीम ने स्पीड टेस्ट के साथ ऑटोमैटिक फेयर कलेक्शन (एएफसी), टिकट ऑपरेटिंग मशीन (टीओएम), टिकट वेंडिंग मशीन (टीवीएम) और स्टेशन कंट्रोल रूम (एससीआर) की भी जांच की। नार्थ- साउथ कॉरिडोर के बैलेंस सेक्शन के पूरे खंड का ट्रैक मेजरमेंट भी चेक किया गया। यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा के अलावा अंडरग्राउंड स्ट्रेच की वेंटिलेशन प्रणाली का भी निरीक्षण किया गया। इन सब चुनौती को पार करने के बाद आखिरकार शनिवार देर शाम लखनऊ के लोगों को एक खुशखबरी आ ही गयी। जी हां, सीएमआरएस एके जैन को तीन दिनों के ट्रायल में लखनऊ मेट्रो में थे, इसके बाद बीते शनिवार की देर शाम लखनऊ मेट्रो के लिए खुशखबरी आ गयी। वो ये थी कि जल्द ही मेट्रो लोगों के लिए एयरपोर्ट से मुंशी पुलिया तक चलने के आसार है। हालांकि अभी भी इसमें एक पेंच अड़ा हुआ है वो सरकार की अनुमति। अब देखना ये होगा कि आखिर सरकार कब तक इसको पब्लिक के लिए खोलती है। हालांकि सूत्रों की माने तो एक मार्च के पहले ही लोगों को इसकी सौगात दी जा सकती है। एलएमआरसी के प्रबंध निदेशक कुमार केशव ने बीते शनिवार को बताया कि मुझे काफी खूशी है कि हमारे स्टॉफ ने इतनी मेहनत और लगन के साथ तय समय से पहले ही सारा काम बाखूबी पूरा किया। केशव ने पिछले कई दिनों से कमर्शियल रन आरंभ करने हेतु सीएमआरएस का प्रमाणपत्र प्राप्त करने के लिए पूरी टीम द्वारा किए जा रहे प्रयासों के लिए उनका धन्यवाद किया। अब यह प्रमाणपत्र मिल जाने के बाद सीसीएस एयरपोर्ट से मुंशीपुलिया तक संपूर्ण उत्तर-दक्षिणी कॉरीडोर (फेज 1ए) पर मेट्रो सेवाएं जल्द ही आरंभ हो सकेंगी। उन्होंने इस अवसर पर लखनऊवासियों को उनके निरंतर सहयोग के लिए आभार व्यक्त किया, जिससे यह कार्य अपने निर्धारित समय से पूर्व पूर्ण हो सका।
मेट्रो का ट्रायल सफल
एयरपोर्ट से ट्रांसपोर्टनगर तथा चारबाग से मुंशीपुलिया के बीच मेट्रो का ट्रायल पूरी तरह सफल रहा है। सीएमआरएस एके जैन को तीन दिनों के ट्रायल में लखनऊ मेट्रो में कोई खामी नहीं मिली। उन्होंने ट्रायल सफल होने पर प्रसन्नता जतायी है। साथ ही शनिवार तक सेफ्टी प्रमाण पत्र भी जारी करने का संकेत दिया है, लेकिन खबर लिखे जाने तक प्रमाण पत्र नहीं मिल पाया था। ट्रायल पूरा कराकर सीएमआरएस शुक्रवार की शाम को ही मुम्बई के लिए रवाना हो गए। बता दे कि सीएमआरएस चारबाग से मुंशीपुलिया तथा ट्रांसपोर्ट नगर से चौधरी चरण सिंह एयरपोर्ट स्टेशन के बीच तीन दिनों से मेट्रो का ट्रायल कर रहा रहे थे। आखिरी दिन 22 फरवरी को सीएमआरएस ने मेट्रो में सवार होकर इसका स्पीड टेस्ट किया। एयरपोर्ट से मुंशीपुलिया के बीच में उन्होंने करीब सात जगह ट्रेन रुकवायी। कभी स्टेशन पर तो कभी बीच में ट्रेन रुकवाकर विभिन्न सेफ्टी इंतजामों को परखा। उन्होंने 90 की स्पीड में भी ट्रेन दौड़ायी। मेट्रो व इसका हर सिस्टम उनके ट्रायल में सफल रहा है।