परिवहन निगम तलाश कर रहा ऐसा चालक जिसने कभी न किया हो एक्सीडेंट
चालक को सेवानिवृत्ति के समय निगम देगा एक लाख रुपए का पुरस्कार
लखनऊ। सड़क सुरक्षा को बढ़ावा देने और कर्मचारियों को प्रोत्साहितकरने के लिए परिवहन निगम ने घोषणा की थी कि जिस चालक ने एक भी एक्सीडेंट नहीं किया होगा, उसे एक लाख रुपए से पुरस्कृत किया जाएगा। इसके लिए परिवहन निगम में ऐसे चालक की तलाश भी की जा रही है। लेकिन सूबे के किसी भी डिपो में अब तक ऐसा कोई भी चालक नहीं मिला जिससे अपने कार्यकाल में कभी भी एक भी एक्सीडेंट न हुआ हो। प्रदेश के 20 रीजनल क्षेत्रों में ऐसे ‘लखटकियाÓ चालक की तलाश की जा रही है जिसको इस सम्मान से नवाजा जा सके। यह हाल तब है जब परिवहन निगम में नियमित और संविदा को मिलाकर लगभग 19 हजार से अधिक चालक मौजूद हैं। ऐसे में अब परिवहन निगम नियमों में बदलाव करने की तैयारी में है। दो माह पहले इस पुरस्कार की घोषणा की गयी थी। इसके तहत परिवहन निगम में दो महीने पहले घोषणा की गई थी जिस चालक ने अपने कार्यकाल में एक भी एक्सीडेंट नहीं किया, उसे सेवानिवृत्ति के समय उसे एक लाख रुपए का पुरस्कार दिया जाएगा। तब से अब तक 200 से अधिक चालक सेवानिवृत्त हो चुके हैं, जिसमें एक भी चालक ऐसा नहीं मिला जिसने कहीं न कहीं रोडवेज की बस न भिड़ा दी हो।
बनवाई जा रही है लिस्ट
फिलहाल परिवहन निगम प्रदेश भर के चालकों की लिस्ट तैयार करवा रहा है, जिन पर कार्यकाल के दौरान एक भी ‘दागÓ न लगा हो या कभी किसी ने बड़ा एक्सीडेंट न किया हो। लेकिन ऐेसे चालक मिल नहीं रहे हैं। इनमें कुछ चालक ऐसे हैं जिनसे एक्सीडेंट होने पर दो से तीन हजार तक वसूली की गई है और कुछ ऐसे हैं जिनसे कहीं एक्सीडेंट में गाड़ी डैमेज हो गई है तो किसी की गाड़ी में डेंट आ गया है। बीते दो महीने में तो जानवरों से होने वाले एक्सीडेंट भी तेजी से सामने आए हैं। इनमें चालकों के नाम से एफआईआर तक भी हो गई है। ऐसे में परिवहन निगम अब ऐसे चालकों की लिस्ट भी बनवा रहा जिन्होंने पिछले तीन सालों में एक भी एक्सीडेंट न किया हो। इन चालकों को परिवहन निगम के स्थापना दिवस समारोह में सम्मानित किया जाएगा।
बनाई जाए स्पष्ट नियमावली
यूनियन में शामिल चालकों का कहना है कि चयन प्रक्रिया में कोई नियम नहीं है। ऐसे में सभी चालक दागी निकल रहे हैं। कई बार तो चालक कोई गलती नहीं करता है और दूसरे लोग ही जानबूझ कर उसकी गाड़ी से आ भिड़ते हैं। ऐसे में इसके लिए स्पष्ट नियमावाली तैयार होनी चाहिए। रोडवेज कर्मचारी संयुक्त परिषद के कैसरबाग इकाई के अध्यक्ष रजनीश मिश्रा का कहना है कि चालकों के लिए स्पष्ट नियम होने चाहिए। नहीं तो परिवहन निगम की तलाश ऐसे कभी पूरी नहीं हो पाएगी।
प्रदेश भर में ऐसे चालकों की तलाश की जा रही है, जिन्होंने अपने कार्यकाल में कोई एक्सीडेंट ना किया हो।
एचएस गाबा, मुख्य प्रधान प्रबंधक संचालन, परिवहन निगम
फैक्ट फाइल
- कुल बसें 10,500
- कुल चालक
-नियमित 7,012
-संविदा= 12,367