सौभाग्य केन्द्र की महत्वाकांक्षी योजना, इसे मिशन मोड में पूरा करने की आवश्यकत : सीएम
31 दिसंबर तक यूपी के सभी घरों में बिजली कनेक्शन देने की समयावधि निर्धारित
प्रदेश में सौभाग्य योजना के तहत 1.18 करोड़ बिजली कनेक्शन देने का लक्ष्य
बिजनेस लिंक ब्यूरो
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विद्युत क्षेत्र में सभी प्रकार के कार्यों के लिए केन्द्र सरकार से अतिरिक्त मदद की मांग की है। इसके लिए सीएम ने केन्द्र से 1100 करोड़ रुपये अतिरिक्त मांगे हैं। मुख्यमंत्री ने गुरुवार को शास्त्री भवन में सौभाग्य योजना में विद्युतीकरण कार्य की समीक्षा केंद्रीय बिजली एवं नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) राज कुमार सिंह के साथ मिलकर की। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के हापुड़, गौतमबुद्धनगर, शामली व बागपत में सौभाग्य (प्रधानमंत्री सहज बिजली हर घर योजना) में सभी इच्छुक घरों का विद्युतीकरण पूर्ण कराया गया है।
मुख्यमंत्री ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से प्रदेश के 12 जनपदों संभल, बुलन्दशहर, अलीगढ़, कानपुर देहात, जालौन, लखीमपुर-खीरी, गोण्डा, हरदोई, महराजगंज, जौनपुर, इलाहाबाद और बिजनौर के जिलाधिकारियों से योजना की प्रगति की जानकारी ली और निर्देशित किया कि शत-प्रतिशत लक्ष्य को हासिल करें। जिलाधिकारियों को हर दिन कार्यदायी संस्था व ऊर्जा विभाग के अधिकारियों के साथ आधे घंटे की समीक्षा सुनिश्चित करें और इसकी रिपोर्ट सप्ताह भर बाद प्रमुख सचिव ऊर्जा तथा मुख्यमंत्री कार्यालय को भी उपलब्ध कराएं। उन्होंने कहा कि सौभाग्य योजना केन्द्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजना है, इसको मिशन मोड में पूरा करने की आवश्यकता है। इसके लिए मुख्य सचिव को साप्ताहिक समीक्षा के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि जिन जनपदों, तहसीलों, ब्लॉकों, गांवों व मजरों में विद्युत संयोजन लक्ष्य को शत-प्रतिशत प्राप्त कर लिया गया है वहां जनप्रतिनिधियों के साथ मिलकर इसका व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाए। केंद्रीय बिजली मंत्री ने कहा कि वर्तमान सरकार के गठन के बाद से ही विद्युतीकरण में काफी सुधार हुआ है। पूर्ववर्ती सरकारों ने विद्युतीकरण की उपेक्षा की जिससे आमजन को मात्र 5 से 6 घंटे बिजली मिलती थी। वहीं अब 18 से 24 घंटे विद्युत उपलब्ध कराने का काम किया जा रहा है। बैठक में सीएम ने योजना के तहत प्रदेश के सभी घरों में बिजली कनेक्शन देने की समयावधि घटाकर 31 दिसंबर 2018 कर दी। पहले यह अवधि 31 मार्च 2019 थी। बैठक में बताया गया कि राज्य सरकार ने सौभाग्य योजना के तहत 1.18 करोड़ बिजली कनेक्शन देने का लक्ष्य रखा है। इनमें 52.55 लाख घरों (73 हजार मजरों) का विद्युतीकरण किया जा चुका है।
यूपी में सौभाग्य योजना का काम बेहतर
केंद्रीय ऊर्जा मंत्री राज कुमार सिंह ने यूपी में हो रहे विद्युतीकरण के काम पर संतोष जताया। उनके मुताबिक आबादी के हिसाब देश के सबसे बड़े प्रदेश यूपी में सौभाग्य योजना का प्रभावी होना जरूरी है। उन्होंने कहा कि देश में 3.60 करोड़ घरों में बिजली कनेक्शन देने का लक्ष्य है। इसमें अकेले यूपी के 1.18 करोड़ घर हैं। यूपी के मजरों में विद्युतीकरण में बड़ा गैप था। मजरों में बिजली पहुंचाने की चुनौती पर यूपी सरकार तेजी से काम कर रही है।
जल्द लगेंगे स्मार्ट मीटर
राज कुमार सिंह ने कहा कि सरकार का लक्ष्य 24 घंटे बिजली की आपूर्ति करना है। यह तभी संभव होगा, जब बिजली चोरी रोकी जा सके। इसके लिए पूरे प्रदेश में स्मार्ट और प्रीपेड मीटर भी लगाए जाएंगे। ऊर्जा मंत्रालय के ऐप के मुताबिक अब प्रदेश में 18 से 24 घंटे बिजली मिल रही है। बिजली विभाग का जो घाटा 2014-15 में 60 हजार करोड़ रुपये था, वह अब 18 हजार करोड़ रुपये रह गया है। यूपी में ट्रांसमिशन और डिस्ट्रीब्यूशन को ठीक करने के लिए 20 हजार करोड़ रुपये मंजूर हुए हैं।
पश्चिमांचल के चार जिले सौभाग्यशाली घोषित
सौभाग्य योजना में कनेक्शन देने में अन्य डिस्काम के मुकाबले पश्चिमांचल अव्वल
गाजियाबाद समेत पांच जनपद में हो चुके हैं सौ फीसदी आच्छादित
बिजनेस लिंक ब्यूरो
लखनऊ। केंद्र सरकार की ओर से हर घर को बिजली देने के लिए सौभाग्य योजना संचालित की जा रही है। इसके तहत सभी पांचों डिस्कामों में कनेक्शन बांटे जा रहे हैं। सौभाग्य योजना के तहत डिस्काम के प्रदर्शन की बात की जाय तो इसमें अब तक पश्चिमांचल डिस्काम लगातार बेहतरीन प्रदर्शन कर रहा है।
बीते बुधवार को इस डिस्काम के अंतर्गत आने वाले चार अन्य जनपदों को भी सौभाग्यशाली घोषित कर दिया गया। इन चारों जनपदों में निर्धारित लक्ष्य के मुताबिक सौ फीसदी कनेक्शन देने का कार्य पूरा कर लिया गया है। जबकि अन्य सभी डिस्काम की स्थिति बहुत बेहतर नहीं की जा सकती। इस डिस्काम में सबसे अधिक तेजी से जिलों को सौभाग्यशाली घोषित किया जा रहा है। खास बात यह है कि जिलों को सौभाग्यशाली घोषित करने का पैमाना कागजी आंकड़े नहीं बल्कि ग्राउंड लेवल पर घरों में कनेक्शन दिए जाने का स्थलीय परीक्षण है।
इस डिस्काम के अंतर्गत आने वाले गाजियाबाद को सबसे पहले सौभाग्यशाली घोषित किया गया था। वहीं अब बागपत, शामली, हापुड़ और गौतमबुद्ध नगर को भी सौभाग्यशाली घोषित कर दिया गया है। जबकि इसी डिस्काम के अंतर्गत आने वाले नौ अन्य जिलों में भी कनेक्शन देने का कार्य सत्तर फीसदी से अधिक पूरा हो चुका है। मेरठ में 90 प्रतिशत से अधिक कनेक्शन देने का कार्य पूरा किया जा चुका है। केंद्र सरकार कनेक्शन देने के साथ बिजली चोरी पर भी अंकुश लगाने के लिए प्रभावी कदम उठा रही है।
यह है सौभाग्य योजना
इस योजना में डिस्काम के अंतर्गत आने वाले सभी गांवों में शतप्रतिशत विद्युतीकरण किया जाना है। जिन गांवों में शतप्रतिशत विद्युतीकरण हो गया है उनको सौभाग्यशाली घोषित किया गया है। डिस्काम के प्रबंध निदेशक आशुतोष निरंजन ने ट्वीट कर सौभाग्यशाली घोषित किए गए जिलों के बारे में जानकारी दी। उनके मुताबिक अब तक कुल पांच जिलों को सौभाग्यशाली घोषित किया जा चुका है।
ये हैं आंकड़े
जिला हाउस होल्ड्र्स इलेक्ट्रिफिकेशन
बागपत 205341 100 प्रतिशत
शामली 156933 100 प्रतिशत
हापुड़ 108458 100 प्रतिशत
गौतबुद्धनगर 79858 100 प्रतिशत
गाजियाबाद 112999 100 प्रतिशत
ये जनपद सौभाग्यशाली
बागपत शामली
हापुड़ गौतमबुद्ध नगर
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