- लैपटॉप की स्क्रीन पर सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव और अखिलेश यादव के हैं चित्र
- साफ्टवेयर को अपडेट कर सपा सरकार का गुणगान हटाने की तैयारी
- अधिकारी सरकार के नये आदेश का कर रहे है इंतजार
संतोष यादव
सुल्तानपुर। सियासी दलों में सरकारी योजनाओं का श्रेय लेने की होड़ का खामियाजा छात्र भुगत रहे है। तत्कालीन अखिलेश सरकार में मेधावियों को देने के लिये आये लाखों के लैपटॉप धूल फांक रहे है। इसकी सुध लेने वाला कोई नहीं है। अखिलेश सरकार के बचे इन यह लैपटॉप छात्रों को नहीं दिये जा रहे हैं। वजह, लैपटॉप की स्क्रीन पर सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव और अखिलेश यादव के चित्र हैं। यह लैपटाप योगी सरकार बांटे तो कैसे बांटे। अब सरकार साफ्टवेयर में को अपडेट कर सपा सरकार का गुणगान हटाने की संभावनायें तलाश रही है। वहीं लैपटॉप की आस में छात्र दफ्तरों की परिक्रमा लगा रहे है। तो अधिकारी सरकार के नये आदेश का इंतजार कर रहे है।
अखिलेश सरकार की एक-एक योजनाओं को बदलनें पलटने में लगी योगी सरकार का रुख लैपटॉप योजना को लेकर क्या होगा यह स्पष्ट नही है। इसको लेकर जिम्मेदार असमंजस की स्थिति में हैं। समाजवादी सरकार की महत्वाकांक्षी योजनाओं में शुमार लैपटॉप योजना का भविष्य अधर में लटकने से इस योजना के चयनित पात्र मेधावियों की चिंता भी बढ़ गई है।
गौरतलब है कि जिले में लगभग 250 माध्यमिक विद्यालयों के इण्टर पास मेधावियों को इस योजना का लाभ मिला था जिसमें बीते सत्र 2015-16में 1698 मेधावियों का चयन लैपटॉप देने के लिये हुआ था। उस समय 1698 चयनित छात्रो के सापेक्ष तत्कालीन अखिलेश सरकार द्वारा 1609 लैपटॉप ही जिले में पहुंचाये गये थे, 89 लैपटॉप नही आ पाये थे। इन लैपटॉपो का वितरण हो ही रहा था कि विधान सभा चुनाव की काली छाया इस पर पड़ गई और वितरण रोक दिया गया था।हलाकि तब तक 1534 लैपटॉप वितरित किया जा चुका था 75 ही शेष रह गये थे। विधानसभा चुनाव बाद स्थिति ही बदल गई। योगी सरकार आने के बाद अखिलेश सरकार की योजनाये ठप्प हो गई। तभी से शेष बचे 75 लैपटॉप ताक पर रख उठे।अब वे धूल फांक रहे। 89 लैपटॉप जो नही आ पाया था और 75 लैपटॉप जो बंट नही पाया था मिलाकर 164 लैपटॉप मेधावियों को दीये जाने है। लेकिन सारा मामला ठन्डे बस्ते में है। इस योजना के क्रियान्वयन की जिम्मेदारी निभा रहे राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान के दफ्तर छात्र दौड़ लगा रहे है। लेकिन वहां के कर्मी भी सही सूचना दे पाने की स्थिति में नही है। अभियान के जिला समन्वयक अजय गुप्ता एवं पटल प्रभारी प्रशांत सिंह को भी अपने उच्चाधिकारियों के आदेश का इंतजार है।
शासन की प्राथमिकता के आधार पर कार्य किया जायेगा। लैपटॉप बितरण के लिये नये आदेश की प्रतीक्षा है। आदेश मिलते ही चयनित मेधावियों में लैपटॉप वितरित कर दिये जायेगे।
गिरीश कुमार सिंह, जिला विद्यालय निरीक्षक, सुल्तानपुर
अखिलेश सरकार मेधावियों को लैपटॉप देकर उन्हें प्रोत्साहित कर रही थी, जिससे छात्र किताबी ज्ञान के साथ तकनीकी ज्ञान अर्जित कर किसी भी स्पर्धा के लिये खुद को तैयार कर सके। इस योजना को लेकर योगी सरकार की मंशा साफ नहीं है। कमरों में रखे लैपटॉप मेधावियों को जल्द नहीं दिये गये, तो पार्टी आवाज उठायेगी।
प्रो. राम सहाय यादव, जिलाध्यक्ष, समाजवादी पार्टी सुल्तानपुर