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सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट गाइड लाइन के तहत लिया गया निर्णय
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होटल संचालकों को खुद करना होगा कूड़ा निस्तारण का इंतजाम
लखनऊ। सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट की हर गाइडलाइन को क्रियांवित करने के लिए नगर निगम एक्शन मोड में आ गया है। निगम प्रशासन ने फैसला किया है कि शहर के बड़े व्यावसायिक प्रतिष्ठानों से कूड़ा कलेक्ट नहीं किया जाएगा। इन्हें खुद ही कूड़ा कलेक्शन और उसके डिस्पोज की व्यवस्था करनी होगी। इतना ही नहीं अगर कोई व्यावसायिक प्रतिष्ठान इस नियम को फॉलो नहीं करेगा तो उस पर जुर्माना लगाया जाएगा।
गाइडलाइन में यह भी शामिल है कि अगर कोई व्यावसायिक प्रतिष्ठान कूड़ा निस्तारण की सुचारू व्यवस्था नहीं करता है तो पहले उस पर जुर्माना किया जाएगा, अगर इसके बाद भी स्थिति नहीं सुधरी तो उसके प्रतिष्ठान को सील तक किया जा सकता है। यह कार्रवाई निगम की ओर से की जाएगी।
जिन व्यावसायिक प्रतिष्ठानों से रोजाना सौ किलो से अधिक कूड़ा जेनरेट होता है, उन्हें बल्क जेनरेटर्स कहा जाता है। निगम के अधिकारियों की माने तो गाइडलाइन में साफ है कि इन व्यावसायिक प्रतिष्ठानों को अपने यहां कूड़ा कलेक्शन और उसके निस्तारण की व्यवस्था खुद करनी होगी। निगम ऐसे व्यावसायिक प्रतिष्ठानों से कूड़ा कलेक्ट नहीं करेगा।
नगर निगम की ओर से शहर में करीब 332 बल्क जेनरेटर्स चिन्हित किए गए हैं। जिन्हें कई बार खुद कूड़ा निस्तारण की नोटिस भी दी जा चुकी है। इसके बाद भी किसी भी प्रतिष्ठान ने कूड़ा निस्तारण की व्यवस्था नहीं की है। सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट को लेकर बैठक हुई जिसमें ये निर्णय लिया गया है, जिसमें सभी नगर निकायों को निर्देश दिए गए हैं कि दिसंबर 19 तक हर हालत में मैनेजमेंट की सभी गाइडलाइन लागू की जाए।
अस्पताल भी शामिल
निगम प्रशासन ने यह भी स्पष्ट किया है कि बड़े व्यावसायिक प्रतिष्ठानों की तरह ही अस्पतालों को भी मेडिकल वेस्ट के संग्रहण और उसके निस्तारण की व्यवस्था खुद करनी होगी। इसके लिए अस्पताल संचालकों को भी ट्रेनिंग दी जाएगी।
अभी वेट कूड़ा कलेक्ट करेंगे
निगम की ओर से यह भी स्पष्ट किया गया है कि जब तक व्यावसायिक प्रतिष्ठानों की ओर से कूड़ा कलेक्शन और उसके निस्तारण की प्रॉपर व्यवस्था नहीं होती है, तब तक निगम की ओर से सिर्फ वेट कूड़ा कलेक्ट किया जाएगा। वेट कूड़े में पॉलीथिन, प्लास्टिक, कांच की शीशी इत्यादि कंपोनेंट्स शामिल होते हैं, जबकि ड्राई कूड़े में ऐसी चीजें शामिल होती हैं, जिनकी मदद से खाद बनती है।
मिलेगी ट्रेनिंग
निगम प्रशासन पहले सभी बड़े व्यावसायिक प्रतिष्ठानों को खुद कूड़ा कलेक्शन और उसके निस्तारण की ट्रेनिंग देगा। लक्ष्य रखा गया है कि ट्रेनिंग प्रोग्राम 30 अप्रैल तक पूरा कर लिया जाएगा।
सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट की गाइडलाइन के अंतर्गत यह निर्णय लिया गया है। सभी बल्क जेनरेटर्स को इस बारे में अवगत कराने के साथ ट्रेनिंग भी दी जाएगी।
पंकज भूषण, पर्यावरण अभियंता, नगर निगम