- पांच हजार मीट्रिक टन की होगी भंडारण क्षमता
- सभी गोदामों पर लगाये जाएंगे सोलर प्लांट
- ऊर्जा के मामले में आत्म निर्भर होगा भंडारण निगम
बिजनेस लिंक ब्यूरो
लखनऊ। राज्य भंडारण निगम प्रदेश की 40 प्रमुख का निर्माण कराने का जा रहा है। प्रत्येक भंडारण गृह की क्षमता पांच हजार मीट्रिक टन की होगी। दो एकड़ में बनने वाले यह भंडारण गृह अत्याधुनिक तकनीक से लैस होंगे। मिनी वेयर हाउस के लिए स्थान मंडी परिषद उपलब्ध कराएगा। निर्माण में होने वाले धन का खर्चा राज्य भंडारण निगम करेगा।
वेयर हाउस की सभी छतों पर सोलर प्लांट लगाए जाएंगे। इनसे पैदा होने वाली बिजली से वेयर हाउस में खर्च करने के बाद बिजली विभाग को बेच दी जाएगी। वेयर हाउस से मिलने वाले किराये (लाभांश) में मंडी परिषद व राज्य भंडारण निगम दोनों ही बराबर के हिस्सेदार होंगे। किसान मंडियों में भंडारण गृह बनाने की प्रक्रिया अंतिम चरणों में है। भंडारण निगम प्रबंधन की मानें तो यह कार्य अगले दो से तीन माह में शुरू कर दिया जाएगा। भंडारण की कमी से जूझ रहे प्रदेश के लिए यह योजना वरदान साबित होगी क्योंकि 40 मिनी भंडारगृह बनने के बाद राज्य भंडारण निगम की भंडारण क्षमता में दो लाख मीट्रिक टन की बढ़ोतरी हो जाएगी। किसान मंडियों में भंडारण गृह बनने से सबसे अधिक सुविधा किसानों को ही होने वाली है। वह अपने अनाज को सीधे भंडार गृहों में भंडारित कर सकेंगे।
जल्द सौपी जाएंगी मंडी की जमीनें- निदेशक
मंडी परिषद के निदेशक धीरज साहू कहते हैं कि मंडियों में बनने वाले वेयर हाउस के लिए जमीनों को चिह्नित करने का कार्य पूरा कर लिया गया है। विभागीय अनुबंध पत्र तैयार किया जा रहा है। एएमयू साइन होते ही मंडियों की जमीनें राज्य भंडारण निगम को हस्तांतरित कर दी जाएंगी। इन्हीं जमीनों पर मिनी भंडारण गृहों का निर्माण किया जाएगा। राज्य भंडारण निगम के प्रबंध निदेशक आलोक सिंह कहते हैं कि मंडियों में मिनी वेयर हाउस बनाने की सारी प्रक्रियाएं लगभग पूरी कर ली गयी हैं। अनुबंध पत्र तैयार करके मंडी परिषद भेज दिया गया है। एएमयू साइन होते ही मिनी वेयर हाउस बनाने का कार्य शुरू कर दिया जाएगा। एक वर्ष में सभी मिनी वेयर हाउस भंडारण के लिए तैयार कर लिये जाएंगे। श्री सिंह बताते हैं कि सभी वेयर हाउस की छतों पर सोलर प्लांट लगाकर निगम को उर्जा के मामले में आत्म निर्भर किया जाएगा।
इन जनपदों में बनेंगे मिनी वेयर हाउस
लखनऊ, कानपुर, इलाहाबाद, फैजाबाद, अलीगढ़, मेरठ, वाराणसी, मुरादाबाद, आजमगढ़, गोरखपुर, बस्ती, बरेली, आगरा, सहारनपुर, मिर्जापुर, झांसी