- लखनऊ- कानपुर एक्सप्रेस-वे का डीपीआर तैयार
- 63 किमी लम्बा होगा एक्सप्रेस-वे
- शहीद पथ से बनी तक 11 किमी बनायी जाएगी एलीवेटेड रोड
- 44 किमी ग्रीन फील्ड में बनाया जाएगा तीव्रगामी मार्ग
- अचलगंज से फिर कानपुर रोड तक मिलेगा नया रास्ता
लखनऊ। अब वह दिन ज्यादा दूर नहीं जब लखनऊ से कानपुर की दूरी महज 45 मिनट में तय की जा सकेगी। लखनऊ से कानपुर को जोडऩे वाला एक्सप्रेस वे बनते ही यह कल्पना साकार हो जाएगी। राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण ने लखनऊ-कानपुर एक्सप्रेस वे को लगभग फाइनल टच दे दिया है। प्राधिकरण ने इसका फाइनल डीपीआर तैयार कर दिया है।
राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण की सर्वोच्च प्राथमिकता वाला यह एक्सप्रेस वे 63 किमी लम्बा होगा। इसमें राजधानी के भीड़भाड़ वाले इलाके में 11 किमी तक एलीवेटेड रोड के माध्यम से एक्सप्रेस वे को निकाला जाएगा। 4700 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले इस मार्ग का निर्माण जुलाई से शुरू हो जाएगा।
सड़क मार्ग से लखनऊ- कानपुर आने- जाने वालों को आये दिन लम्बे जाम से जूझना पड़ता है। कभी- कभी तो ऐसा भी होता है कि डेढ़ घंटे का यह सफर चार से पांच घंटे में तय हो पाता है। सड़क मार्ग का कोई और विकल्प न होने के कारण कानपुर रोड के जाम से होकर जाना लोगों की मजबूरी है। इस समस्या का समाधान तलाशा जा चुका है।
लखनऊ से कानपुर बिना किसी जाम या अन्य व्यवधान पहुंचने के लिए राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण बहुत जल्द एक्सप्रेस वे का निर्माण शुरू करने जा रहा है। इसके लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली गयी हैं। एक्सप्रेस वे शहीद पथ से शुरू होकर अचलगंज तक बनाया जाएगा। शहीद पथ से बनी तक कानपुर रोड के सामानांतर 11 किमी तक एलीवेटेड रोड बनाया जाएगा।
बनी से एक्सप्रेस वे की राह कानपुर रोड से जुदा हो जाएगी। बनी से 44 किमी तक ग्रीन फील्ड एरिया में एक्सप्रेस वे का निर्माण किया जाएगा। यहां से दतौली, कंथा, तौरा, अमरसस होते हुए अचलगंज में फिर कानपुर रोड में मिल जाएगी।
राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण में एक्सप्रेस वे के प्रोजेक्ट मैनेजर पी शिवशंकर बताते हैं कि यह प्रोजेक्ट प्राधिकरण की सर्वोच्च प्राथमिकता वाली योजना में शामिल है। योजना को फाइनल टच दिया जा रहा है। उम्मीद है कि जुलाई से एक्सप्रेस वे का काम शुरू कर दिया जाएगा। इस एक्सप्रेस वे को 2022 तक बनाने का लक्ष्य निर्धारित है।