लखनऊ के ग्रामीण क्षेत्र समेत बाराबंकी में पायलेट प्रोजेक्ट लागू
1912 टेलीफोन नम्बर पर उपभोक्ता दर्ज करा सकते हैं खराब ट्रांसफार्मर की शिकायत
लखनऊ। मध्यांचल विद्युत वितरण निगम के प्रबंध निदेशक एसपी पांडेय ने ग्रामीण क्षेत्रों में क्षतिग्रस्त ट्रांसफार्मरों को बदलने में हो रही देरी को देखते हुए 72 घंटे में खराब ट्रांसफार्मरों को बदलने का आदेश दिया है। लखनऊ के ग्रामीण क्षेत्र समेत बाराबंकी में यह पायलेट प्रोजेक्ट तत्काल प्रभाव से लागू कर दिया गया है। उनके मुताबिक प्रारम्भ में यह प्रक्रिया प्रयोग के तौर पर लखनऊ जनपद के ग्रामीण क्षेत्र से व बाराबंकी में तत्काल प्रभाव से पायलेट प्रोजक्ट के रूप में लागू कर दी गयी है।
इसके सफल होने के बाद यह पूरे मध्यांचल डिस्काम में लागू कर दिया जाएगा। इसके लिए चार अंको का सरल व आसान टेलीफोन नम्बर 1912 तत्काल प्रभाव से चालू किया गया है, जिसपर उपभोक्ता खराब ट्रांसफार्मरों की शिकायतें आसानी से दर्ज करा सकेंगे। क्षतिग्रस्त ट्रांसफार्मरों की सूचना प्राप्त होते ही उपभोक्ताओं का ट्रांसफार्मर कार्यशाला को बदलने के लिए अवर अभियंता द्वारा प्राकलन तैयार किया जाता है जिस पर सम्बधित खंड के अधिशासी अभियंता की स्वीकृति प्राप्त की जाती है, जिससे ट्रांसफार्मर बदलने में अनावश्यक विलम्ब होता था। वर्तमान प्रक्रिया में ट्रांसफार्मर बड़ी आसानी से 72 घंटे में बदल पाना सम्भव हो सकेगा।
प्रबंध निदेशक ने अधिकारियों को सीधे ग्राम प्रधानों के मोबाइल नम्बर पर सम्पर्क स्थापित करने के निर्देश दिये, जिससे समय-समय पर उनसे विद्युत समस्याओं की जानकारी ली जा सके। एमडी ने कहा कि मध्यांचल डिस्काम के अन्तर्गत आने वाले सभी एक हजार ग्राम प्रधानों से विद्युत आपूर्ति व क्षतिग्रस्त ट्रांसफार्मरों की जानकारी ली गयी है जिसमें 954 ग्राम प्रधानों द्वारा उनके गांव में होने वाली विद्युत आपूर्ति के मामले में संतोष जताया है। केवल 46 प्रधानों ने ट्रांसफार्मर व उनके गांव में क्षतिग्रस्त ट्रांसफार्मरों की जानकारी दी है जिसे तत्काल बदलवा दिया गया है।