- मुख्य सचिव ने किया समर्पित मॉनिटरिंग सेल एवं कन्ट्रोल रूम का शुभारंभ
- प्रमुख नदियों-नालों की जल गुणता पर नजर रखेगा मॉनिटरिंग सेल एवं कन्ट्रोल रूम
- औद्योगिक इकाईयों, सीवेज उपचार संयंत्रों एवं संयुक्त उत्प्रवाह शुद्धीकरण संयंत्रों से निस्तारित जल की गुणता का होगा सघन अनुश्रवण
बिजनेस लिंक ब्यूरो
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव डॉ. अनूप चन्द्र पाण्डेय ने कहा है कि समर्पित मॉनिटरिंग सेल एवं कन्ट्रोल रूम के माध्यम से प्रदेश की प्रमुख नदियों एवं नालों की जल गुणता तथा औद्योगिक इकाईयों, सीवेज उपचार संयंत्रों एवं संयुक्त उत्प्रवाह शुद्धीकरण संयंत्रों से निस्तारित उत्प्रवाह की गुणता का सतत् सघन अनुश्रवण कराया जाएगा। उन्होंने कहा कि समस्त आंकड़े ऑनलाइन पोर्टल पर प्रदर्शित कराये जाएं। गंगा एवं सहायक नदियों की जल गुणता बनाये रखने के लिए प्रदूषण फैलाने वाले स्त्रोंतों के विरुद्ध ई-अलर्ट जारी करते हुये तत्काल कार्यवाही सुनिश्चित कराई जाए।
मुख्य सचिव ने उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड में स्थापित समर्पित मॉनिटरिंग सेल एवं कन्ट्रोल रूम का शुभांरभ करने के बाद कहा कि कन्ट्रोल रूम का संचालन प्रतिदिन 24&7 कराया जायेगा। उन्होंने कहा कि समर्पित मॉनिटरिंग सेल एवं कन्ट्रोल रूम में डेडिकेटेड ऑफीसर्स एवं स्टाफ को तैनात किया गया है। उन्होंने बताया कि कन्ट्रोल रूम में 09 ऑफीसर्स, 18 जूनियर रिसर्च फेलो एवं तीन अटेण्डेण्ट्स को तैनात किया गया है। उन्होंने कहा कि कुंभ मेला-2019 के दौरान गंगा नदी में स्वच्छ एवं निर्मल जल उपलब्ध कराने के लिए सम्पूर्ण प्रदेश में 121 जूनियर रिसर्च फेलो एवं अन्य स्टाफ के माध्यम से सतत् अनुश्रवण कार्य कराया जाएगा।
मुख्य सचिव ने कहा कि 09 प्रमुख नदियों का सघन अनुश्रवण 55 बिन्दुओं पर तथा नदियों में मिलने वाले प्रमुख नालों का नियमित अनुश्रवण कराया जायेगा जिससे किसी भी परिस्थिति में प्रदूषित उत्प्रवाह का निस्तारण नदीं-नालों में न किया जाए। उन्होंने बताया कि इसके अलावा प्रदेश में 89 सीवेज उत्प्रवाह संयंत्रों, सात संयुक्त उत्प्रवाह शुद्धिकरण संयंत्रों एवं 889 अति प्रदूषणकारी औद्योगिक इकाईयों का नियमित अनुश्रवण कराकर ऑनलाइन सूचनाएं नियमित कन्ट्रोल रूम में परीक्षण के लिए उपलब्ध कराई जाय। प्राप्त सूचनाओं के आधार पर दोषी इकाईयों के विरूद्ध तत्काल कार्यवाही कराई जाय।
उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के सदस्य सचिव आशीष तिवारी ने बताया कि कुंभ मेला-2019 के दृष्टिगत गंगा नदी एवं सहायक नदियों की जलगुणता एवं अविरलता सुनिश्चित करने, विभिन्न जल प्रदूषणकारी औद्योगिक इकाईयों में स्थापित प्रदूषण नियंत्रण व्यवस्थाओं एवं निस्तारित उत्प्रवाह की गुणता का सतत् अनुश्रवण किये जाने तथा दोषी इकाईयों के विरुद्ध त्वरित कार्यवाही किये जाने के उद्देश्य से उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड में समर्पित मॉनिटरिंग सेल एवं कन्ट्रोल रूम की स्थापना की गयी है। इस दौरान प्रमुख सचिव वन एवं पर्यावरण एवं अध्यक्षा, उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड कल्पना अवस्थी सहित नगर विकासए वन एवं वन्य जीव, औद्योगिक विकास, ग्राम्य विकास एवं पंचायती राज सहित अन्य विभागों के वरिष्ठ अधिकारीगण उपस्थित रहे।