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गृहकर भुगतान न करने पर संपत्ति कुर्क करेगा निगम
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शैक्षणिक, छात्रावास, औद्योगिक व सरकारी भवनों को भेजी जा रही नोटिस
लखनऊ। शहर में 2.75 लाख भवन ऐसे हैं जिन्होंने अभी तक ओटीएस के तहत गृहकर भुगतान नहीं किया है। इन भवनों पर करीब 2.35 लाख ब्याज है। एक मुश्त समाधान योजना में भवन स्वामी को ब्याज से राहत मिल सकती इै। इसके बाद भी गृह करदाता सुध नहीं ले रहे हैं।
आवसीय भवन, शैक्षणिक, छात्रावास, औद्यौगिक इकाईयां व सरकारी भवनों के बकाएदार चुप मार कर बैठे हैं। इन सभी बकाएदारों को नोटिस भेजी जानी शुरू हो गई है। इसके बाद भी गृहकर का भुगतान न करने पर भवन को सीज अथवा कुर्क करने की कार्रवाई निगम करेगा। ओटीएस लागू होने के बाद से अब तक लक्ष्य का आधा भी नहीं वसूला जा सका है।
मुख्य कर निर्धारण अधिकारी अशोक सिंह के अनुसार 30 अप्रैल तक भुगतान न होने पर अगले महीने से भवन को सीज अथवा कुर्क करने की कार्रवाई शुरू की जाएगी। यदि समय रहते हुए भवन स्वामियों ने वर्तमान और भविष्य का कर नहीं दिया तो कुर्की की कार्यवाही हो सकती है।
केवल 644 दुकानदारों ने ही जमा किया गृहकर
नगर निगम के रिकार्ड के अनुसार सभी जोनों में 200 वर्गफुट से कम की 16958 दुकानें हैं जिन पर 37.53 करोड़ रुपये का बकाया है। लेकिन अभी तक सिर्फ 644 लोगों ने ही गृहकर जमा किया है। प्रमुख सचिव नगर विकास विभाग से पेच कसे जाने पर जोनल अधिकारी ने कर अधीक्षकों को नोटिस जारी की है।
एसएमएस से भेजी जा रही नोटिस
मुख्य कर निर्धारण अधिकारी अशोक सिंह ने बताया गृहकरदाताओं को एसएमएस के माध्यम से बिल भेजे जाने की शुरुआत कर दी गई है। इस सुविधा के माध्यम से भवन स्वामियों को उनके रजिस्र्टड मोबाइल पर देय गृहकर की सूचना मिलेगी। इसके अलावा नगर निगम की वेबसाइट का लिंक भी प्राप्त होगा। इसके जरिए कोई भी ऑनलाइन टैक्स भी जमा कर सकता है।