- राज्य सरकार 25 लाख प्रवासी मजदूरों के हुनर और क्षमता का उठायेगी लाभ
- उत्तर प्रदेश में अब तक आ चुके हैं लगभग 12 लाख प्रवासी मजदूर
बिजनेस लिंक ब्यूरो
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य के ऑनलाइन लोन फेयर में सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम क्षेत्र से जुड़े लोगों को चेक सौंपे। इस दौरान एमएसएमई विभाग राज्य स्तरीय बैंकर कमेटी के साथ संवाद बनाकर 56,754 लाभाॢथयों को 2002 करोड़ रुपये का लोन वितरित किया। लखनऊ में यूपी के सीएम योगी अदित्यनाथ ने ऑनलाइन स्वरोजगार संगम कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस दौरान 56 हजार 754 उद्यमियों को 2 हजार 2 करोड़ 49 लाख का ऋण ऑनलाइन वितरित किया गया। सरकार ने उम्मीद जताई है कि इसके जरिए दो से ढाई लाख लोगों को रोजगार मिलेगा।
इस दौरान मुख्यमंत्री ने जनपद गौतमबुद्ध नगर के और झांसी के लाभार्थियों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए से संवाद भी किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि केन्द्र सरकार द्वारा एमएसएमई सेक्टर हेतु दिये गये पैकेज के माध्यम से देश व प्रदेश में एमएसएमई सेक्टर सुदृढ़ होगा। लोकल को ग्लोबल बनाकर ही भारत को आत्मनिर्भर बनाया जा सकता है। प्रधानमंत्री की प्रेरणा से ही प्रदेश में एक जनपद, एक उत्पाद योजना लागू की गयी।
सीएम योगी ने कहा कि उत्तर प्रदेश में रोजगार की संभावनाओं को विकसित किये जाने की आवश्यकता है। प्रवासी श्रमिक और कामगारों को बड़ी संख्या में एमएसएमई सेक्टर के माध्यम से रोजगार दिया जा सकता है। उत्तर प्रदेश के प्रत्येक प्रोडक्ट को बौद्धिक संपदा के दायरे में लाकर प्रदेश सरकार उसे प्रोत्साहित करेगी। पीपीई किट, एन-95 मास्क तथा वेंटिलेटर्स जैसे चिकित्सीय उपकरण भी अब प्रदेश में बनने लगे हैं। सीएम योगी ने प्रधानमंत्री और वित्त मंत्री का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि इस कार्यक्रम के तहत लगभग 36,000 व्यापारियों को 1,600-2,000 करोड़ रुपये का ऋण मिलेगा। एमएसएमई सेक्टर में यूपी में अपार संभावनाएं हैं। काफी तादाद में रोजगार सृजन होगा। करीब 2 लाख लोगों को नए रोजगार से जोड़ा जा सकता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में करीब 25 लाख प्रवासी मजदूर आएंगे। प्रवासी मजदूरों की क्षमता का लाभ उठाएंगे। हमारे पास अब तक लगभग 12 लाख प्रवासी मजदूर आ चुके हैं, 10 लाख प्रवासी मजदूर अभी और आने वाले हैं। इनमें ड्राइवर, प्लंबर, टेलर, अलग-अलग क्षेत्र में काम करने वाले बहुत अच्छे कौशल के लोग हैं। सीएम ने कहा कि उत्तर प्रदेश मनरेगा में रोजगार देने में अग्रणी प्रदेशों में है। कल तक हम प्रतिदिन 25 लाख लोगों को मनरेगा के माध्यम से रोजगार दे रहे थे।
उन्होंने कहा कि मेरा अनुमान है कि इस महीने के अंत तक हम इसे 50 लाख तक लेकर जाएंगे। लॉकडाउन के चलते लाभार्थियों की सुविधा के लिए विभागीय योजनाओं जैसे मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना, एक जनपद, एक उत्पाद योजना और विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना को ऑनलाइन किया गया है।