नई दिल्ली। देश के स्कूली और कॉलेज के छात्रों में कोरोना काल में अवसाद और तनाव को दूर करने के लिए मंगलवार को पहली बार ‘मनोदर्पण’ डिजिटल प्लेटफॉर्म लॉन्च किया गया। मानव संसाधन विकास मंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ ने आत्मनिर्भर भारत योजना के तहत इस प्लेटफार्म को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये लांच किया। इसमें मानव संसाधन विकास राज्य मंत्री संजय धोत्रे, स्कूली शिक्षा सचिव आनिता भटनागर और उच्च शिक्षा सचिव अमित खरे भी उपस्थित थे।
इस प्लेटफार्म के तहत एक हेल्पलाइन शुरू की गई है जिसके तहत कोई भी छात्र देशभर में सुबह 8:00 बजे से लेकर रात 8:00 बजे तक टेलीफोन पर अपने तनाव और अवसाद से संबंधित कोई जानकारी और सलाह प्राप्त कर सकता है। इस हेल्पलाइन का नंबर 844 840 6 32 है । इस हेल्पलाइन पर अभी 100 काउंसलर रहेंगे और धीरे-धीरे इनकी संख्या बढ़ाकर 500 कर दी जाएगी। यह प्लेटफॉर्म कोविड- 19 महामारी के समाप्त होने के बाद भी काम करता रहेगा।
गौरतलब है कि मानव संसाधन विकास मंत्रालय द्वारा आज दिये गये रिप्रेजेंटेशन के अनुसार देश भर में हर दिन कोई न कोई छात्र इस तनाव के कारण आत्महत्या कर रहा है। इस तरह हर महीने करीब 28 या 29 छात्र आत्महत्या करते हैं। देश में 12 करोड़ स्कूली बच्चे हैं।
सरकार ने छात्रों में बढ़ते अवसाद और तनाव को दूर करने के लिए नौ अप्रैल को एक विशेषज्ञ समिति का गठन किया था जिसकी सिफारिशों के आधार पर यह प्लेटफॉर्म लॉन्च किया गया ।
इस प्लेटफार्म पर छात्र अपने अवसाद और तनाव के बारे में काउंसलरों से ऑनलाइन चैट भी कर सकते हैं और इस प्लेटफाॅर्म पर छात्रों के लिए लिखित दिशा-निर्देश भी होंगे जो उनके लिए तनाव को दूर करने में सहायक साबित होगा। इसके साथ ही इस प्लेटफाॅर्म पर एक वेब पेज भी होगा और इस पर वेबिनार भी होंगे। इसके अतिरिक्त एक काउंसलर की डायरेक्टरी भी होगी ताकि कोई छात्र उनसे संपर्क कर अपने तनाव दूर करने के बारे में बातचीत कर सकता है। भारतीय मेडिकल अनुसंधान परिषद, डब्ल्यूएचओ और अन्य रिपोर्ट के अनुसार 10 से 13 साल के बच्चों में तनाव और अवसाद की समस्या काफी गंभीर है इसकी रोकथाम करना बहुत जरूरी है इस वेबसाइट पर रिसोर्स सेंटर भी होंगे।