मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आपदा के इस दौर में गरीबों को राशन,पीड़ितों को इलाज और श्रमिकों की सुरक्षित व सम्मानजनक वापसी को अत्यधिक महत्व दिया। उनके निर्देश पर इनके संबन्ध में व्यापक व्यवस्था की गई है। यही कारण है मुख्यमंत्री के रूप में योगी आदित्यनाथ को सर्वश्रेष्ठ माना जा रहा है। योगी व्यवस्था को इससे भी बेहतर बनाने की दिशा में सक्रिय है। वह मात्र इंतजाम कर देने से संतुष्ट नहीं है। वह इनकी गुणवत्ता का स्तर भी उच्चकोटि की बनाये रखना चाहते है। इसके लिए उन्होंने सभी जिला प्रशासन को भी जबाबदेह बनाया है।
योगी स्वयं भी इन कार्यों की निगरानी कर रहे है। कुछ समय पहले वह कम्युनिटी किचेन का निरीक्षण करने पहुंच गए थे। इसके माध्यम से उन्होंने पूरे प्रदेश में चलने वाले कम्युनिटी किचेन को सन्देश दिया था। उन्होंने कहा था कि फूड पैकेट की गुणवत्ता का पूरा ध्यान रखना होगा। इसके अलावा योगी ने स्वयं जाकर श्रमिकों को वापसी संबन्धी व्यवस्था को देखा था। उन्होंने श्रमिकों से स्वयं संवाद भी किया था। इसके बाद वह श्रमिकों से पैदल ना चलने की अपील कर चुके है। उन्होंने विश्वास दिलाया था कि सरकार उनको गंतव्य तक पहुंचाने के लिए कटिबद्ध है। इन प्रयासों से लाखों श्रमिको की सुरक्षित वापसी संभव हो रही है। इसी प्रकार योगी ने कोरोना के दृष्टिगत स्वास्थ सेवाओं का विस्तार किया है।
स्वास्थ सेवाओं की गुणवत्ता के प्रति योगी गम्भीर है। हकीकत देखने के लिए वह स्वयं डाॅ राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान पहुंच गए थे। यहां मौजूद लोगों से उन्होंने स्वास्थ सुविधाओ की जानकारी ली। चिकित्सकों व अन्य स्टाफ को आवश्यक दिशा निर्देश दिए। कहा कि प्रदेश की स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ बनाया गया है। इससे कोरोना से मुकाबले को बल मिला है। तीनों श्रेणी के कोविड अस्पतालों की स्थापना की गई। वहां डाॅक्टरों सहित हर स्तर के प्रशिक्षित चिकित्सा कर्मियों की उपलब्धता सुनिश्चित है। दवा एवं संक्रमण से बचाव वाले उपकरण पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध कराए गए है। अन्य रोगियों के लिए टेलीमेडिसिन के द्वारा चिकित्सीय परामर्श तथा इमरजेंसी सेवाओं का संचालन कराया जा रहा है। उन्होंने स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभागों तथा प्रशासन को टीम भावना के साथ समन्वित रूप से कार्य करने के निर्देश दिए हैं। ग्रामीण तथा शहरी इलाकों में सेनिटाइजेशन कार्य जारी रखा जाएगा।
क्वारंटीन सेन्टर तथा शेल्टर होम में भोजन,पानी, स्वच्छता और सुरक्षा की व्यवस्था सुनिश्चित रहेगी। सभी जरूरतमंदों को कम्युनिटी किचन के द्वारा शुद्ध एवं भरपेट भोजन की व्यवस्था की गई है।क्वारंटीन सेन्टर में कामगारों श्रमिकों की स्किल मैपिंग करते हुए उनका मोबाइल नम्बर एवं बैंक खाता संख्या सहित सम्पूर्ण विवरण संकलित किया जाए, जिससे इन्हें रोजगार प्रदान करने में सुविधा होगी। कामगारों श्रमिकों की स्किलिंग कराकर औद्योगिक संगठनों से मुलाकात कराया जाएगा। होम क्वारंटीन के लिए घर जाने वाले श्रमिकों को खाद्यान्न किट उपलब्ध कराई जा रही है। होम क्वारंटीन के दौरान इन्हें एक हजार रुपए का भरण पोषण भत्ता भी प्रदान किया जा रहा है। यदि किसी गरीब का खाता निष्क्रिय है तो उसे अविलम्ब सक्रिय कराया जा रहा है। जिससे उन्हें भरण पोषण भत्ते की धनराशि मिल सके। मुख्यमंत्री हेल्पलाइन द्वारा करीब पैंतालीस हजार ग्राम प्रधानों से संवाद किया गया है। प्रत्येक दशा में यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि सभी जरूरतमंद परिवारों को अनिवार्य रूप से खाद्यान्न उपलब्ध होता रहे।
उन्होंने प्रदेश में खाद्यान्न की पोर्टबिलिटी को मजबूती से लागू किया जा रहा है। डॉ राम मनोहर लोहिया अस्पताल निरीक्षण के माध्यम से योगी ने सभी जिलाधिकारियों को सन्देश व निर्देश दिया है। उन्होंने जिलाधिकारियों को चिकित्सालयों व चिकित्सा सेवाओं का आकस्मिक निरीक्षण करने के निर्देश दिए हैं। किसानों की समस्याओं पर भी योगी का फोकस है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के किसानों को उपज का उचित व लाभकारी मूल्य दिलाने के लिए राज्य सरकार द्वारा गेहूं खरीद की व्यवस्था की गई है। मूल्य समर्थन योजना के तहत गेहूं क्रय केन्द्र स्थापित किए गए हैं। अधिक से अधिक किसानों को इस योजना का लाभ दिया जाएगा। योगी ने निराश्रित गौबवंश के लिए स्थापित गौआश्रय स्थलों के लिए भूसा बैंक व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने तथा पशुओं की ईयर टैगिंग कार्य को तेजी से पूरा करने के निर्देश भी दिए।