- बोले कृषि मंत्री- किसी भी स्थिति में मिलावटी खाद बाजार में न बिकने पाये, चलाया जाय अभियान
- बुलन्दशहर, मुजफ्फरनगर, बहराइच, गोंडा, सीतापुर आदि जनपदों में चलेगा विशेष अभियान
- समस्त जनपदों में 15 दिसम्बर तक यूरिया की उपलब्धता होगी सुनिश्चित
- स्टाक में पहले से उपलब्ध डीएपी खाद का वितरण होगा पहले
बिजनेस लिंक ब्यूरो
लखनऊ। प्रदेश के किसानों को समय से गुणवत्तायुक्त उर्वरक मिले, इसके लिए कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने विभागीय अधिकारियों को सख्त हिदायत दी है। बाजार में मिलावटी खाद की शिकायतों का संज्ञान लेते हुए कृषि मंत्री ने कहा है कि किसी भी स्थिति में मिलावटी खाद बाजार में न बिकने पाये, इसके लिए मिलावटी खाद के विरुद्ध अभियान चलाया जाय। उन्होंने विशेष रूप से बुलन्दशहर, मुजफ्फरनगर, बहराइच, गोंडा, सीतापुर आदि जनपदों में सघन चेङ्क्षकग कराये जाने के निर्देश दिए हैं। साथ ही डीएपी खाद का वितरण सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए हैं।
कृषि मंत्री ने कहा कि यह दु:ख की बात है कि उर्वरक की पर्याप्त उपलब्धता होने के बावजूद यह शिकायत प्राप्त हो रही है कि किसानों को सहकारी समितियों से समय पर उर्वरक नहीं मिल पा रहा है, यह स्थिति अत्यन्त सोचनीय है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि पहले से स्टाक में उपलब्ध उर्वरक को पहले किसानों में वितरण सुनिश्चित करायें तथा यह भी सुनिश्चित हो कि उन्हें पहले के एमआरपी पर ही खाद उपलब्ध हो। उन्होंने कहा कि डीएपी 1,076 रुपये से लेकर 1,500 रुपये तक के मूल्य पर उपलब्ध है। ऐसी स्थिति में कम एमआरपी वाले खाद का वितरण पहले करें तथा स्टाक खत्म होने के बाद ही बढ़ी हुई दरों की खाद वितरित की जाय। उन्होंने अधिकारियों को सचेत करते हुए निर्देश दिए कि खाद वितरण में इस बात का विशेष ध्यान रखा जाए कि कम मूल्य की खाद को विशेष लोगों तक ही न वितरित किया जाय, बल्कि सर्व सामान्य किसानों को भी यह खाद आसानी से प्राप्त हो। साथ ही सभी जनपदों में आगामी 15 दिसम्बर तक पर्याप्त मात्रा में यूरिया की उपलब्धता सुनिश्चित की जाये।
उत्तर प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने प्रदेश में धान खरीद की धीमी रफ्तार पर गहरा असंतोष व्यक्त करते हुए सम्बन्धित क्रय एजेन्सियों को धान खरीद की गति बढ़ाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि नियमित रूप से क्रय केन्द्रों पर अधिकारी उपस्थित रहें तथा किसानों से धान की खरीद सुनिश्चित करें। कृषि मंत्री ने अधिकारियों को हिदायत देते हुए कहा कि यह शिकायत नहीं मिलनी चाहिए कि किसान क्रय केन्द्रों से बिना धान बेचे वापस लौट रहे हैं। साथ ही यह भी सुनिश्चित किया जाय कि किसान न्यूनतम समर्थन मूल्य से कम दाम पर धान बेचने के लिए बाध्य न हो। कृषि मंत्री ने धान, मक्का, दलहन-तिलहन खरीद व उर्वरक वितरण की समीक्षा के दौरान मक्का खरीद के संबंध में निर्देश दिए कि जिन-जिन जिलों में मक्के की खरीद की जानी है, वहां इस बात की जानकारी किसानों को विज्ञापन के माध्यम से दी जाए कि कहां-कहां मक्के की खरीद किसानों से की जाएगी क्योंकि बहुत से मक्का किसानों को यह पता ही नहीं है कि वह मक्का किस केन्द्र पर बेचें। इसी तरह उन्होंने उढ़द, मूंग, मूंगफली आदि की खरीद की भी समीक्षा की। बैठक में कृषि उत्पादन आयुक्त, विशेष सचिव, कृषि निदेशक के अलावा, सहकारिता, नेफेड, खाद्य विभाग, यूपी एग्रो आदि के वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद रहे।
12 दिसम्बर हुई सोलर पम्प बैंक ड्राफ्ट अपलोड करने की तिथि
कृषि मंत्री ने सोलर फोटोवोल्टाईक सिंचाई पम्प की स्थापना में पहले बैंक ड्राफ्ट लाओ पहले सोलर पम्प पाओ योजना की अब तक के प्रगति की समीक्षा के दौरान अधिकारियों को निर्देशित किया कि जिन किसानों ने योजना के तहत अब तक बैंक ड्राफ्ट जमा कर दिए हैं, उनके यहां आगामी डेढ़ में सोलर पम्प स्थापित कर दिए जाएं। इस कार्य में किसी भी तरह की शिथिलता नहीं आनी चाहिए। उन्होंने बताया कि सोलर पम्प की स्थापना के लिए 125 करोड़ रुपये स्वीकृत किए गये हैं। गौरतलब है कि अब तक 5,307 किसानों ने योजना के तहत बैंक ड्राफ्ट जमा कर दिए हैं, जिसमें 3,725 सोलर पम्पों की आपूर्ति किसानों को कर दी गयी है तथा अवशेष पर कार्यवाही चल रही है। इस योजना के तहत बैंक ड्राफ्ट विभागीय पोर्टल पर अपलोड करने की अंतिम तिथि 12 दिसम्बर 2018 तक कर दी गयी है। बैठक में विशेष सचिव कृषि प्रभात शर्मा, निदेशक नेडा अमृता सोनी, निदेशक कृषि सोराज सिंह सहित वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।