हाथरस जिले के चंदपा थाना क्षेत्र स्थित एक गांव में 14 सितंबर को 19 साल की एक लड़की के साथ कथित तौर पर सामूहिक दुष्कर्म की वारदात हुई थी। पुलिस ने कहा कि पीड़िता को घटना के बाद अलीगढ़ के जेएन मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया था, सोमवार सुबह उसकी हालत गंभीर होने के कारण इलाज के लिये उसे दिल्ली भेजा गया था। मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों के अनुसार लड़की जीवन रक्षक प्रणाली पर थी। इससे पहले पुलिस अधीक्षक ने बताया कि था कि वारदात के दौरान लड़की का गला भी दबाया गया था जिससे उसकी जुबान बाहर आ गयी थी और कट गयी थी।
अलीगढ़ के अस्पताल के एक प्रवक्ता ने बताया कि महिला के पैर पूरी तरह काम नहीं कर रहे थे और हाथ भी आंशिक रूप से लकवाग्रस्त हो गए थे। उत्तर प्रदेश में विपक्षी नेताओं कांग्रेस की प्रियंका गांधी वाड्रा, समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव और बहुजन समाज पार्टी की मायावती ने घटना की निंदा करते हुये दोषियों को कड़ी सजा देने की मांग की।
कांग्रेस की उप्र प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा ने मंगलवार को एक ट्वीट में कहा, ‘हाथरस की हैवानियत झेलने वाली दलित बच्ची ने सफदरजंग अस्पताल में दम तोड़ दिया। दो हफ्ते तक वह अस्पताल में जिंदगी और मौत से जूझती रही। हाथरस, शाहजहांपुर और गोरखपुर में एक के बाद एक दुष्कर्म की घटनाओं ने राज्य को हिला दिया है।’ उन्होंने दूसरे ट्वीट में कहा, ‘उप्र में कानून व्यवस्था हद से ज्यादा बिगड़ चुकी है। महिलाओं की सुरक्षा का नाम-ओ-निशान नहीं है। अपराधी खुले आम अपराध कर रहे हैं। इस बच्ची के कातिलों को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिये । योगी आदित्यनाथ उप्र की महिलाओं की सुरक्षा के प्रति आप जवाबदेह हैं।’
बहुजन समाज पार्टी सुप्रीमो मायावती ने दोषियों को सख्त सजा दिये जाने की मांग की। उन्होंने हिंदी में ट्वीट कर कहा, ‘यूपी के हाथरस में सामूहिक दुष्कर्म के बाद दलित पीड़िता की आज हुई मौत की खबर अति दुखद:। सरकार पीड़ित परिवार की हरसंभव सहायता करे व फास्ट ट्रैक कोर्ट में मुकदमा चलाकर अपराधियों को जल्द सजा सुनिश्चित करें, बीएसपी की यह मांग है।’ समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी पीड़िता की मौत पर दुख व्यक्त किया। उन्होंने एक ट्वीट में कहा, ‘हाथरस की सामूहिक दुष्कर्म एवं दरिंदगी की शिकार एक बेबस दलित बेटी ने आख़िरकार दम तोड़ दिया. नम आंखों से पुष्पांजलि! आज की असंवेदनशील सत्ता से अब कोई उम्मीद नहीं बची।’
पुलिस अधीक्षक विक्रांतवीर के मुताबिक लड़की ने अपने साथ बलात्कार की वारदात के बारे में पुलिस को पहले कुछ नहीं बताया था मगर बाद में मजिस्ट्रेट को दिए गए बयान में उसने आरोप लगाया कि संदीप, रामू, लवकुश और रवि नामक युवकों ने उससे दुष्कर्म किया था। उन्होंने कहा कि वारदात के दौरान विरोध करने पर जान से मारने की कोशिश करते हुए उसका गला भी दबाया गया था। हाथरस के पुलिस अधीक्षक विक्रांतवीर ने शनिवार को ‘भाषा’ को बताया था कि 14 सितंबर को पहले चंदपा पुलिस थाने के एक गांव में 19 साल की एक दलित लड़की को संदीप (20) नाम के एक लड़के द्वारा जान से मारने की कोशिश का मामला सामने आया जिसके बाद उसी दिन उसे गिरफ्तार कर लिया गया।
बाद में मजिस्ट्रेट को दिये गये बयान में पीड़िता ने बताया कि उसके साथ संदीप के अलावा तीन और युवकों रामू, लवकुश और रवि ने मिलकर सामूहिक दुष्कर्म किया और विरोध करने पर जान से मारने की कोशिश में उसका गला दबाया जिससे उसकी जबान कट गयी थी। हाथरस के पुलिस अधीक्षक ने कहा था कि लड़की को अलीगढ़ के जेएन मेडिकल कालेज अस्पताल में भर्ती कराया गया है जहां उसको वेंटीलेटर पर रखा गया था।
हाथरस। हाथरस में सामूहिक दुष्कर्म की शिकार 19 वर्षीय लड़की की मंगलवार सुबह दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में मौत हो गई। पुलिस के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। हाथरस के पुलिस अधीक्षक विक्रांत वीर ने मंगलवार को ‘भाषा’ से बातचीत में इस बात की पुष्टि की कि लड़की की आज तड़के तीन बजे दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में मौत हो गयी है। उन्होंने कहा, “इस घटना के सिलसिले में गिरफ्तारी के बाद जेल में बंद चारों आरोपियों के खिलाफ अब भारतीय दंड संहिता की धारा 302 (हत्या) भी जोड़ी जाएगी।”