नई दिल्ली। बीते कारोबारी वर्ष मेँ 10 प्रतिशत महिलाओं ने कर्ज लेकर उद्योगों की कमान अपने हाथों में रखी थी, यह जानकारी बीते शुक्रवार को जारी एक सर्वेक्षण रिपोर्ट में सामने आई हैं। यह सर्वेक्षण नियोग्रोथ क्रेडिट ने द्वारा कराया गया था। रिपोर्ट में बताया गया है कि वर्ष 2018 में देश में 5.85 करोड़ उद्यमी थे। इनमें 14 प्रतिशत महिलाएं शामिल थीं।
सर्वेक्षण रिपोर्ट के अनुसार, लखनऊ, दिल्ली एनसीआर, हैदराबाद, पुणे, बेंगलुरु और अहमदाबाद में लगभग 17,000 सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों (एमएसएमई) से पूछताछ कर जानकारी प्राप्त की गई। सर्वेक्षण मुताबिक 10.8 प्रतिशत कर्ज महिलाओं द्वारा संचालित एमएसएमई इकाइयों ने लिया। इन उद्योगों में महिला या तो अकेली मालिक थी, या पार्टनर या निदेशक थी। गौरतलब है कि उद्योग लाने के महिला उद्यमियों को कम ब्याज दर पर ऋण सरकार द्वारा दिया जाता है।
रिपोर्ट में यह भी सामने आया कि कि आधे से ज्यादा उद्यमियों ने पहली बार ऋण लिया। कर्ज लेने वालों में 75 प्रतिशत से ज्यादा पहली पीढ़ी के उद्योगपति शामिल थे। ऋण लेने वाले 25 प्रतिशत से ज्यादा उद्यमियों ने कहा कि ऋण लेने के बाद हमारे उद्योग में कर्मचारियों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है।