- ग्रामीण क्षेत्रों में स्वरोजगार और स्वावलंबन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से स्वयं सहायता समूहों को मिला फंड
- ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत 35 हजार 938 परिवारों के खातों में ट्रांसफर किया गया फंड
- मुख्यमंत्री ने विभिन्न जिलों के स्वयं सहायता समूह की महिलाओं और प्रवासी श्रमिकों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से की बातचीत
- प्रवासी श्रमिकों और कामगारों की प्रतिभा से उत्तर प्रदेश को देश और दुनिया के सामने अग्रणी बनाने के लिए सरकार प्रयासरत
- बैंकिंग करेस्पांडेंट सखी के माध्यम से 58 हजार ग्रामीण महिलाओं को रोजगार, अब होगा घर-घर जाकर लेनदेन
- अब नहीं लगाने होंगे बैंकों के चक्कर, बैंक खुद चलकर आयेगा आपके द्वार
लखनऊ। ग्रामीण क्षेत्रों में स्वरोजगार और स्वावलंबन को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से योगी सरकार ने 35 हजार 938 परिवारों को 218.49 करोड़ रुपये का रिवॉल्विंग फंड दिया है। ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत दिये गये इस फंड के जरिये मास्क समेत सिलाई, कढाई, पत्तल, मसाले जैसे उत्पादों के लिए काम कर रही महिलाओं को मदद मिलेगी। साथ ही मुख्यमंत्री ने बैंकिंग करेस्पांडेंट सखी योजना की घोषणा की। इसके तहत 58 हजार ग्रामीण महिलाओं को रोजगार मिलेगा।
इस दौरान मुख्यमंत्री ने विभिन्न जिलों के स्वयं सहायता समूह की महिलाओं और प्रवासी श्रमिकों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से बात करके उनका उठसाहवर्धन किया। इन स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी अधिकतर महिलाएं प्रवासी कामगारों और श्रमिकों के परिवारों की हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि इस कोरोना संकट के समय में भी हमारे महिला स्वयं सेवी संगठन हर संभव योगदान दे रहे हैं और कुछ तो स्वयं सेवी समूह ऐसे हैं, जिन्होंने इस मुश्किल वक्त में पीपीई किट का प्रोडक्शन भी किया है।
मुख्यमंत्री ने कहा इससे यह साबित होता है कि इस तरह के समूह अत्यंत प्रतिभाशाली हैं, जिन्हें यदि थोड़ा मार्गदर्शन और सहयोग दे दिया जाए तो वो कुछ भी करने में सक्षम हैं। उन्होंने कहा कि यदि हम लोग महिला स्वयं समूहों को समय पर रिवॉल्विंग फंड और कम्युनिटी इन्वेस्टमेंट फंड उपलब्ध करवा देते हैं, तो ये ग्रामीण स्वावलंबन का एक आदर्श उदाहरण बन कर उभर सकते हैं।
प्रवासी श्रमिकों की प्रतिभा से यूपी बनेगा ब्रांड
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार सभी प्रवासी कामगार और श्रमिकों को उनकी स्किल के अनुसार प्रदेश में रोजगार देगी, साथ ही उनकी हर सम्भव सहायता की जाएगी, जिससे उनकी प्रतिभा का लाभ उत्तर प्रदेश को मिलेगा और देश और दुनिया के सामने उत्तर प्रदेश प्रत्येक क्षेत्र में अग्रणी स्थान पर होगा। उन्होंने कहा कि हम उत्तर प्रदेश को रेडीमेड गारमेंट्स का हब और ब्रांड बना सकते हैं।
58 हजार बैंकिंग करेस्पांडेंट सखी की घोषणा
मुख्यमंत्री ने घोषणा करते हुए कहा कि हम एक नया कार्य प्रारंभ करने जा रहे हैं, जिसका नाम है बैंकिंग करेस्पांडेंट सखी, जिसमें गांव की महिलाएं बैंकों से जुडक़र पैसे के लेनदेन को घर-घर जाकर करवाएंगी। बैंक जाने की आवश्यकता ही नहीं होगी। ये सारा लेनदेन डिजिटल होगा। इससे कोरोना संक्रमण का खतरा तो कम होगा ही, साथ में गांव की महिलाओं को रोजगार भी मिलेगा। उन्होंने कहा कि हम 58 हजार बैंकिंग करेस्पांडेंट सखी की घोषणा कर रहे हैं। साथ ही उन्होंने निर्देश दिया कि इन सखियों को तत्काल तैनात करने की व्यवस्था की जाए। बैंकिंग करेस्पांडेंट सखी को चार हजार रुपये महीने, आगामी 6 महीनों तक प्रदान किए जाएंगे। डिवाइस के लिए भी 50 हजार रुपये उन्हें दिए जाएंगे। इसके अलावा बैंक भी उनको लेनदेन पर कमिशन देगा, जिससे उनकी हर महीने एक निश्चित आए बन जाएगी। उन्होंने कहा कि अब बैंकों के चक्कर नहीं लगाने होंगे, बैंक खुद चलकर आपके पास आयेगा।