नई दिल्ली: यदि आप रात भर जागते हैं, या फिर नींद नहीं आने की परेशानी से गुज़र रहे हैं तो इसकी वजह जीन में परिवर्तन है. वैज्ञानिकों के मुताबिक ऐसे इंसान जिन्हें जीवनभर में नींद न आने की समस्या रहती है उसकी वजह इंसान के जीन में होनेवाला उत्परिवर्तन होता है.
अमेरिका के रॉकफेलर विश्वविद्यालय के रिसर्चरों ने अपने शोध में पता किया कि जीन सीआरवाई1 की अलग-अलग किस्में आंतरिक जैविक समय (बाइलॉजिकल क्लॉक) को कम कर देती हैं जो कि रात के वक्त नींद आने की अवस्था और सुबह में जागने के बाद आपको नियंत्रित करने का काम करती है. ऐसे इंसान जो ‘रात में नींद नहीं आने’ के ऐसे वेरिएंट्स से ग्रसित हैं उन्हें यह लंबे समय तक जगाए रखती है.
रॉकफेलर विश्वविद्यालय के प्रोफेसर मिशेल डब्ल्यू योंग के मुताबिक, ‘अन्य जीन उत्परिवर्तन (जीन म्यूटेशन) की तुलना में जो कि दुनियाभर में रह रहे ऐसे अकेले परिवार जिन्हें नींद न आने तकलीफ है, यह पूरी तरह से असरदार और सही तरीके से होनेवाले जेनेटिक बदलाव है.’
नए रिसर्च के अनुसार, यह जेनेटिक बदलाव (म्यूटेशन) हर 75 में से एक इंसान में मौजूद रहता है.