इलेक्ट्रिक बसों से पर्यटक कर सकेंगे राजधानी के ऐतिहासिक स्थलों का सफर
पर्यटकों को सस्ती सेवा देने के लिए बनायी जा रही योजना
लखनऊ। लखनऊ सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विसेज लिमिटेड के बस बेड़े में शामिल हो रहीं इलेक्ट्रिक बसों अब पर्यटन स्थलों तक भी पहुंचा जा सकेगा। इस महीने सिटी बस बेड़े में शामिल हो रही तीन दर्जन नई इलेक्ट्रिक बसें पर्यटकों को भी काफी राहत प्रदान करेंगी। ये बसें शहर में आवागमन के साथ ही ऐतिहासिक धरोहरों से भी लोगों को रुबरु कराएंगी। लोग इन बसों से शहर की ऐतिहासिक धरोहरों की भी सैर कर सकेंगे। इन बसों का संचालन चारबाग से किया जाएगा। सिटी बस प्रबंधन का कहना है कि शहर में हर साल बड़ी संख्या में देश-विदेश से पर्यटक आते हैं। ये पर्यटक ऐसे साधन चाहते हैं जो इन्हें यहां की ऐतिहासिक धरोहरों को दिखा सकें। पर्यटकों की इस मांग को देखते हुए सिटी बस प्रबंधन आईआरसीटीसी के अधिकारियों से संपर्क करेगा। साथ ही निजी टूर ऑपरेटर्स से भी बात कर उनसे पर्यटकों को बस की सुविधा उपलब्ध करायी जाएगी। अधिकारियों के मुताबिक बसों के इसी माह बेड़े में शामिल होने से यह सुविधा शुरु करने की कवायद चल रही है। इन बसों का प्रचार-प्रसार भी किया जाएगा, ताकि अधिक से अधिक पर्यटक इसका लाभ उठा सकें। यही नहीं यात्रियों को कई तरह के पैकेज भी देने की तैयारी है। इनमें यात्रियों को लंच की सुविधा भी दिया जाना शामिल है। हालांकि इसके लिए पर्यटक को अलग से भुगतान करना पड़ेगा। टूरिस्ट सिटी बसों के चालक-परिचालक को स्पेशल ट्रेनिंग दी जाएगी। ताकि वे पर्यटक के साथ बेहतर तरीके से पेश आ सकें और सामंजस्य बनाकर बातचीत कर सकें। बताते चलें कि इलेक्ट्रिक बसों की खेप राजधानी पहुंचना शुरू हो गयी है। सिटी बस प्रबंधन के अनुसार जो बसें बेड़े में शामिल हो चुकी हैं उन्हें जल्द ही राजधानी की सड़कों पर उतारा जाएगा।
इन जगहों पर घुमाने की तैयारी
बड़ा इमामबाड़ा (भूलभुलैया), लोहिया पार्क, हजरतगंज मार्केट, चिडिय़ाघर, अमीनाबाद मार्केट, छोटा इमामबाड़ा, रूमी गेट, हाथी पार्क, जनेश्वर मिश्रा पार्क, गौतमबुद्ध पार्क, रेजीडेंसी, शहीद स्मारक, चंद्रिका देवी मंदिर, छतर मंजिल, सूरज कुंड पार्क, मनकामेश्वर मंदिर, कुकरैल पिकनिक स्पॉट, बेगम हजरत महल पार्क, स्टेट म्यूजियम, पुराना हनुमान मंदिर, एलयू, सतखंडा, गोमती रिवर फ्रंट, दिलकुशा कोठी आदि।
आने वाली नई इलेक्ट्रिक बसों को राजधानी के 35 रूटों में बांटा जाएगा। हर रूट पर तीन से चार बसें चलाई जाएंगी। शहर में मौजूद पर्यटन स्थलों के लिए भी बस चलाने की तैयारी है। आने वाली सभी ई बसें छोटी और एसी हैं जिससे शहर के अंदर इनका संचालन सुगमतापूर्वक हो सकेगा।
सतीश पाल, एआरएम सिटी बस प्रबंधन
30 अप्रैल तक तैयार करें इलेक्ट्रिक बसों के चार्जिंग प्वाइंट
लखनऊ। राजधानी में इलेक्ट्रिक बसें आने वाली हैं और चार्जिंग प्वाइंट बनकर तैयार नहीं है। इस बात से नाराज नगर विकास के अधिकारी दुबग्गा सिटी बस डिपो पहुंचे। वहां चार्जिंग प्वाइंट निर्माण में हो रही देरी पर संस्था से जवाब तलब करते हुए 30 अप्रैल तक हर हाल में सभी चार्जिंग प्वाइंट बनाकर देने के निर्देश दिए। सिटी ट्रांसपोर्ट के प्रबंध निदेशक आरिफ सकलैन ने बताया कि दुबग्गा में इलेक्ट्रिक सिटी बसों का डिपो बनेगा। जहां चार्जिंग प्वाइंट होना बहुत जरूरी है। बिना चार्जिंग प्वाइंट बने इलेक्ट्रिक बसों के आने में देरी हो रही है। दुबग्गा में 18 चार्जिंग प्वाइंट बनने हैं। जहां एक बस की बैटरी चार्ज करने में दो घंटे का समय लगेगा। निरीक्षण के दौरान नगर विकास, नगरीय परिवहन निदेशालय व सिटी ट्रांसपोर्ट के उच्चाधिकारी मौजूद रहे। अप्रैल में टाटा कंपनी 25 इलेक्ट्रिक बसों की सप्लाई करने की तैयार में है। टाटा कंपनी की ओर से इलेक्ट्रिक बसों की सप्लाई की हरी झंडी मिलने के बाद विभाग को चार्जिंग प्वाइंट की याद आई। जिसे हर हाल में इसी माह बनाने के निर्देश दिए गए हैं। फिलहाल इन बसों का संचालन अगले माह से पांच रूटों पर पांच-पांच बसों के बेड़े के साथ शुरू होगा।