परिवहन मंत्री के शराबी चालक-परिचालकों के सवाल पर आश्चर्यचकित रह गए अफसर
अवध डिपो में शराबी चालक के निलंबन पर हुई थी हड़ताल
हड़ताल के बावजूद शराबी चालक को एआरएम ने नहीं किया था बहाल
लखनऊ। शराबी चालकों-परिचालकों की हरकतों की दास्तांन जब परिवहन मंत्री के मुंह से बयां हुई तो अफसरों के होश फाख्ता हो गए। शराबी चालक-परिचालक की बाबत मंत्री ने सवाल करना शुरु किया तो अफसर आश्चर्यचकित हो गए। बीते दिनों परिवहन निगम मुख्यालय पर हुई समीक्षा बैठक के दौरान कुछ ऐसा ही माहौल तब बन गया जब मंत्री ने अफसरों से पूछा कि बताओ तुम्हारे डिपो में कितने शराबी हैं? अभी तक शराब के नशे में चूर कितने कर्मचारियों पर कार्रवाई की है? शराबियों पर किस तरह नियंत्रण करते हैं? सूबे के परिवहन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) स्वतंत्र देव सिंह ने जब परिवहन निगम के अधिकारियों से यह सवाल पूछा तो अधिकारी आश्चर्यचकित रह गए। अफसरों के लिए यह बात आश्चर्यजनक इसलिए थी, क्योंकि इससे पहले कभी भी किसी मंत्री ने अधिकारियों से शराबी चालकों- परिचालकों और उन पर कार्रवाई के विषय में कभी पूछा ही नहीं था। अचानक उठे सवाल के जवाब में अधिकारियों ने दिमाग पर जोर देते हुए कुछ शराबियों का ब्यौरा दिया और अपने-अपने डिपो की समस्याओं से परिवहन मंत्री को अवगत भी कराया। जिसके बाद मंत्री ने समस्याओं को दूर करने का आश्वासन दिया। समीक्षा बैठक के दौरान पहली बार परिवहन मंत्री ने लखनऊ परिक्षेत्र के सभी डिपो के सहायक क्षेत्रीय प्रबंधकों से 1 या 2 मिनट नहीं बल्कि आधे घंटे से लेकर 1 घंटे तक लगातार सवाल-जवाब किए, जिससे अधिकारियों के पसीने छूट गए। गौरतलब है कि हाल ही में अवध डिपो की सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक अम्बरीन अख्तर ने एक शराबी चालक के खिलाफ निलंबन की कार्रवाई की थी। जिसके बाद शराबी चालक के पक्ष में यूनियन नेताओं ने गुटबाजी करते हुए डिपो में हड़ताल कर दी, जिससे डिपो को उस दिन लाखों के राजस्व का नुकसान हुआ। हड़ताल के बावजूद सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक ने शराबी चालक को बहाल नहीं किया। वहीं निगम के अधिकारियों को भी बखूबी पता है कि मुख्यालय के ठीक पीछे अवध डिपो में शाम से ही चालक-परिचालक जाम टकराने लगते हैं। शराबी चालक पर हुई कार्रवाई से खुश परिवहन मंत्री ने इसलिए ही समीक्षा बैठक की शुरुआत ही शराबी चालक-परिचालकों की संख्या और उन पर कार्रवाई के साथ उठाया। मंत्री ने कड़ी चेतावनी दी कि कोई भी चालक-परिचालक शराब का सेवन न करे, नहीं तो उसे नौकरी से बाहर का रास्ता दिखाया जाएगा।
मंत्री ने की महिला अधिकारी के काम की सराहना
समीक्षा बैठक के दौरान अवध डिपो की महिला सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक अम्बरीन अख्तर को देखते ही परिवहन मंत्री के मुंह से यही शब्द निकले कि तुम्हारा टेरर तो हर तरफ कायम है। परिवहन मंत्री ने महिला अधिकारी के काम की जमकर सराहना की। जब मंत्री ने महिला अधिकारी से डिपो में एआरएम के रूप में पदभार ग्रहण करने के समय से अब तक की आय के बारे में जानकारी चाही तो वह खुद आश्चर्यचकित हुए। जिस डिपो को कोई भी अधिकारी प्रदेश में आय के मामले में अब तक कभी टॉप पर नहीं पहुंचा पाया, उस डिपो को महिला अधिकारी ने प्रदेश में शिखर पर पहुंचा दिया। इतना ही नहीं हर माह अवध डिपो करोड़ों के फायदे में ही रहा। मंत्री ने महिला अधिकारी के काम की सराहना करते हुए सभी को उनसे सीख लेने की भी सलाह दी।
12 को होगा अत्याधुनिक आलमबाग बस अड्डे का अनावरण
लखनऊ। रोडवेज बसों के चलते चारबाग बस स्टेशन के आसपास लगने वाले जाम से अब लोगों को निजात मिल जाएगी। 12 जून को अत्याधुनिक आलमबाग बस स्टेशन के अनावरण के साथ जाम की समस्या समाप्त हो जाएगी। अनावरण के साथ ही चारबाग से करीब 750 बसें आलमबाग बस स्टेशन शिफ्ट हो जाएगी। शुक्रवार को अत्याधुनिक बस अड्डे का निरीक्षण करने पहुंचे सूबे के परिवहन मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) स्वतंत्र देव सिंह ने दी। परिवहन मंत्री ने बताया कि आलमबाग बस स्टेशन शुरू हो, इससे पहले ही बारिश हो गई। बारिश से यह पता चल जाएगा कि कहीं से पानी तो नहीं टपक रहा या सीलन तो नहीं आ रही तो इसे दुरुस्त कर लिया जाए। मंत्री ने बस स्टेशन के प्रतिनिधियों से 12 जून से पहले बस स्टेशन की सारी खामियां दूर करने को कहा। आलमबाग बस स्टेशन प्रदेश का ऐसा पहला अत्याधुनिक बस स्टेशन होगा, जहां पर यात्रियों के ठहरने के लिए कमरे बनाए गए हैं और यहां पर खाने-पीने के लिए कैंटीन समेत अन्य विशेष सुविधाएं यात्रियों को मिलेंगी। बस स्टेशन पर ही सिनेमाघर भी बनाया गया जिससे यात्रियों को मनोरंजन के लिए इधर-उधर जाना नहीं होगा। परिवहन निगम के प्रबंध निदेशक पी. गुरु प्रसाद ने बताया कि वर्तमान में चारबाग से 2100 से ज्यादा बसों का संचालन हो रहा है। आलमबाग बस स्टेशन शुरु होने के बाद 750 बसें यहां शिफ्ट होंगी।