- ईको ग्रीन कंपनी ने सिर्फ 65 फीसदी घरों से कूड़ा कलेक्शन का दावा किया
- शहर के पुराने इलाके ज्यादा प्रभावित
- तमाम बार नगर निगम भी कर चुका है प्रयास, लेकिन अब असफल
- घरों से कूड़ा न उठने से जनता को होती है परेशानी
बिजनेस लिंक ब्यूरो
लखनऊ। शहर के 35 फीसद लोगों के घरों से अभी कूड़ा कलेक्ट नहीं हो रहा है। जिससे लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। निगम प्रशासन का दावा है कि इस माह के अंत तक हर घर से कूड़ा कलेक्शन का काम शुरू हो जाएगा, लेकिन हकीकत तो 28 फरवरी के बाद ही सामने आएगी। निगम प्रशासन ने पहले भी इस दिशा में काफी दावे किए थे, लेकिन नतीजा सिफर रहा।
ईकोग्रीन कंपनी के अधिकारी शहर के करीब 65 फीसद घरों से कूड़ा कलेक्शन का दावा कर रहे हैं। निश्चित रूप से पहले से ज्यादा इस सुविधा में सुधार हुआ है लेकिन अभी सभी को इस सुविधा का लाभ नहीं मिल रहा है। जिन एरिया में घरों से कूड़ा नहीं उठ रहा है, वहां रहने वाले सड़क या फिर खाली प्लाट में कूड़ा फेंकने को मजबूर हैं।
जानकारी के अनुसार, शहर के पुराने इलाकों में अभी यह व्यवस्था पूरी तरह से प्रभावी नहीं हो सकी है। इसके साथ ही शहर के बाहरी इलाके भी इस सुविधा से कटे हुए हैं। यहां के लोगों ने कई बार निगम प्रशासन से इस संबंध में गुहार भी लगाई लेकिन स्थिति में कोई खास सुधार होता नजर नहीं आया।
निगम प्रशासन की ओर से एक अप्रैल 2018 से घरों से कूड़ा कलेक्शन की नई व्यवस्था लागू की गई। जिसमें प्रत्येक जोन के 5 वार्ड चिन्हित किए गए। पहले इन वार्डो में शत प्रतिशत घरों से कूड़ा उठान की व्यवस्था को मजबूत करना था। इसके बाद दूसरे चरण में फिर पांच से सात वार्ड लिए जाने थे। नई व्यवस्था तो लागू हुई, लेकिन चयनित पांच वार्डो में से शत प्रतिशत कूड़ा कलेक्शन नहीं हो सका। जिसके बाद पार्षदों ने निगम प्रशासन से इस संबंध में शिकायत दर्ज कराई थी।
ईकोग्रीन के संसाधन
1800 के करीब कर्मचारी
300 कुल ई-रिक्शा
478 हाथ रिक्शा
48 जीप
152 पीआईजिओ
90 मिनी टिपर
22 ट्रैक्टर ट्रॉली
यूजर चार्ज पर एक नजर
2 करोड़ हर माह अनुमानित यूजर चार्ज वसूली
1 करोड़ 15 लाख इस माह में चार्ज वसूलने का लक्ष्य
50 से 100 रुपये करीब प्रति कंज्यूमर यूजर चार्ज
ईकोग्रीन कंपनी का दावा
65 फीसद घरों से उठ रहा कूड़ा
35 फीसद घरों से ही नहीं उठ रहा कूड़ा
संबंधित कंपनी को निर्देश दिए जा चुके हैं कि 28 फरवरी तक शत प्रतिशत घरों से कूड़ा कलेक्शन का काम शुरू हो जाए। इसे ध्यान में रखते हुए कंपनी की ओर से नई गाडिय़ां भी लाई जा रही हैं। जिससे कूड़ा कलेक्शन व्यवस्था प्रभावी होगी।
डॉ. इंद्रमणि त्रिपाठी, नगर आयुक्त