- चार बार प्रकाशित निविदा कर दी गई निरस्त, पांचवीं बार प्रकाशित निविदा भी तय समय बीतने के बावजूद नहीं खुली
- कृषि निदेशालय प्रबंध तंत्र ने चहेती फर्मों की झोली में डाले करोड़ों के काम
- अधिक कीमतों पर कराये गये कार्य, निविदा से की जा सकती है तस्दीक
लखनऊ। राज्य सरकार एक ओर निविदा प्रक्रिया में व्याप्त भ्रष्टाचार के चलन को समाप्त करने के लिये लागू की गई ई-निविदा प्रणाली के कसीदे पढ़ रही है। वहीं दूसरी ओर कृषि विभाग के आलम्बरदारों ने चहेती फर्मों की झोली में करोड़ों की निविदायें कैसे डाली जाय, इसका सूत्र इजाद कर लिया है। विभागीय तंत्र इस सूत्र के दम पर प्रकाशित निविदा खोले जाने के निर्धारित समय से पूर्व ही इसे रद्द करके चहेती फर्मों को मालामाल और ई-निविदा भरने वाली अन्य फर्मों को बेहाल कर रहा है।
कृषि विभाग के प्रसार शिक्षा एवं प्रशिक्षण अनुभाग प्रबंध तंत्र ने मुद्रण कार्य सहित अन्य के लिये प्रकाशित तकनीकि निविदा को पांच बार विभिन्न अव्यवहारिक कारणों से रद्द कर दिया। वर्ष 2016 में जिन फर्मों को कार्य मिला था, उन्हीं फर्मों की झोली में करोड़ों के यह कार्य भी डाल दिये गये। सूत्रों की मानें तो इस कार्य के लिये तकनीकि निविदा में हिस्सा लेने वाली अन्य फर्मों की दरें कम हैं। पर, इसे न खोलकर प्रतिस्पर्धा रहित वातावरण में कहीं अधिक दरों पर कार्य कराकर राजकीय कोष को करोड़ों का चूना लगाया गया है।
गौरतलब है कि प्रदेश के किसानों को उपलब्ध कराये जाने वाले विभिन्न प्रकार के कृषि साहित्य आदि के मुद्रण कार्य के लिये पांच बार निविदा प्रकाशित कराई गई। मुद्रण कार्य के लिये वित्तीय वर्ष 2017-18 में तीन बार निविदा प्रकाशित कराई गई। तो वहीं वित्तीय वर्ष 2018-19 में अब तक दो बार यह निविदा प्रकाशित कराई जा चुकी है। यह बात अलग है कि पांच बार निविदा प्रकाशित होने के बावजूद अब तक यह चहेते ठेकेदारों की मोहब्बत में खोली नहीं जा सकी है। विभागीय सूत्रों की मानें तो वित्तीय वर्ष 2017-18 में पहली बार प्रकाशित यह निविदा ऑनलाइन भरने की समय सीमा एक जुलाई से 23 जून और निविदा खुलने की तिथि 23 जून 2017 निर्धारित थी। लेकिन यह निविदा रद्द कर दी गई। दूसरी बार वित्तीय वर्ष 2017-18 के लिये ही ऑनलाइन निविदा भरने की समय सीमा छह जुलाई से 19 जुलाई रखी गई और निविदा खुलने की तिथि 19 जुलाई 2017 निर्धारित की गई। लेकिन इस बार भी यह निविदा नहीं खुली। वित्तीय वर्ष 2017-18 में तीसरी बार प्रकाशित हुई इस निविदा को ऑनलाइन भरने की समय सीमा 24 जनवरी से सात फरवरी 2018 निर्धारित की गई। सात फरवरी को यह निविदा खुलनी थी, लेकिन नहीं खुली।
वित्तीय वर्ष 2018-19 में चौथी बार प्रकाशित इस निविदा को ऑनलाइन भरने की समय सीमा आठ से 22 मई निर्धारित की गई और 22 मई को निविदा खुलनी थी। पर, नहीं खुली। पांचवी बार प्रकाशित कराई गई इस निविदा को ऑनलाइन आठ से 18 जून 2018 तक भरा जाना था और निविदा खुलने की तिथि 18 जून निर्धारित थी। लेकिन इसे बढ़ाकर 25 जून कर दिया गया। बावजूद इसके कृषि विभाग प्रबंध तंत्र पांचवी बार प्रकाशित इस निविदा को अभी तक नहीं खोल सका है।
विभिन्न तकनीकि कारणों से पूर्व में निविदा निरस्त की गई। पर, कृषि साहित्य आदि का चार रंगों में मुद्रण कार्यों तकनीकि निविदा इस बार अवश्य खोली जायेगी।
सोराज सिंह, कृषि निदेशक, उप्र