स्मार्ट सिटी में दिव्यांग फें्रडली बनेगी सड़क और फुटपाथ
लखनऊ। स्मार्ट सिटी योजना में शहर की सड़क, फुटपाथ को दिव्यांग फें्रडली बनाया जाएगा। इन पर ट्रैक का निर्माण इस तरह से किया जाएगा जिससे दिव्यांग व्हीलचेयर के जरिये इनका उपयोग कर सकें। दृष्टिबाधित भी छड़ी के माध्यम से आगे बढ़ सकेंगे। स्मार्ट सिटी योजना से जुड़े एक अधिकारी ने बताया ट्रैक इस तरह से बना होगा कि दिव्यांगों को छड़ी के माध्यम से पता चल जाएगा कि उन्हें कब मुडऩा है और कहां रुकना है।
इसके अलावा इन सड़कों की दिशा पट्टिका (साइनेज) भी बदली जाएंगी। इन्हें छूकर भी दृष्टिबाधित सड़क का नाम जान सकेंगे। स्मार्ट सिटी लिमिटेड के महाप्रबंधक एसके जैन के अनुसार इन सड़कों को इस तरह से डिजाइन किया जाएगा कि यहां मौजूद कुर्सियों पर आराम से बैठकर लोग फ्री वाई-फाई सेवा का आनंद ले सकेंगे। करीब दो किलोमीटर लंबे इस मार्ग का सुंदरीकरण किया जाएगा। इसके अलावा इंटीग्रेटड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम के लिए 76 करोड़ का टेंडर फाइनल किया गया है। 110 चौराहें सुधरेंगे, 11 चौराहों पर सर्विलांस सिस्टम लगेगा। यह सारा काम मार्च तक पूरा हो जाएगा। लालबाग में नॉलेज सेंटर बनाया जा रहा है।
संपत्तियों का डी सर्वे
नगर निगम की सभी संपत्तियों का डी सर्वे कराया जाएगा। टैक्स से छूटी संपत्तियों की ऑनलाइन फीडिंग होगी। यह काम मार्च-अप्रैल तक पूरा हो जाएगा इसके बाद साफ्टवेयर के माध्यम से सीधे टैक्स का कैलकूलेशन हो जाएगा।
197 करोड़ में सीवर के काम
अमृत व स्मार्ट सिटी मिशन की कन्वर्जेन्स के अन्तर्गत स्मार्ट सिटी क्षेत्र कैसरबाग एबीडी में 29812,78 लाख की लागत से 38649 हाउस कनेक्शन, 13225 किमी सीवर लाइन एवं 1 एसपीएस व 1 एससीपीएस का निर्माण होगा। अमृत मिशन के अन्तर्गत सीवरेज डिस्ट्रिक्ट-4, जोन-3 के विक्रमादित्य मार्ग एवं आसपास के क्षेत्रों में सीवरेज सम्बंधी कार्य एवं एक सीवरेज पम्ंिपग स्टेशन निर्माण होगा। इस पर 2694.47 लाख रूपए खर्च होंगे। ऐशबाग स्थित डब्लूटीपी 60 एमएलडी का उच्चीकरण होगा। इस पर 12898.18 लाख खर्च होंगे।
मार्च से स्मार्ट होगा ट्रैफिक सिस्टम
स्मार्ट सिटी मिशन के अन्तर्गत लखनऊ स्मार्ट सिटी मैनेजमेन्ट सिस्टम (एमएसआई) नागरिकों को बेहतर सेवाओं एवं गर्वनेंस के समस्त सेक्टरों के सशक्तीकरण के लिए मास्टर सिस्टम इन्टीग्रेटर द्वारा कमाण्ड एवं कन्ट्रोल केन्द्र सीसीटीवी कैमरा, वर्तमान कमाण्ड केंद्र सुदृढ़ीकरण, स्मार्ट सिटी सर्विलांस प्रणाली स्मार्ट टिकटिंग, आकस्मिक कॉल बिन्दु, वैरियेबल मैसेजिंग साइनेज, अर्बन मोबिलिटी केन्द्र, वन लखनऊ मोबिलिटी कार्ड। स्मार्ट सुविधा केंद्र की परियोजना के लिए 4500 लाख खर्च होंगे। ये सभी सुविधाएं मार्च तक मिलना शुरू हो जाएंगी। पांच वर्ष तक इनका अनुरक्षण व संचालन मास्टर सिस्टम इन्टीग्रेटर के माध्यम से कराया जाएगा।