दो लाख के बकाए पर किया फोर्स पीडी फिर जारी किया कनेक्शन
विभागीय बकाये को भूलकर अभियंताओं ने लेसा को लगायी चपत
लखनऊ। योगी सरकार की जीरो टॉलरेंस नीति पर विद्युत विभाग के अभियंताओं की कारगुजारी भारी पड़ रही है। लाख कोशिशों और तमाम दावों के बाद भी अभियंताओं के काले कारनामे थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। ईमानदारी की आड़ में अभियंता नियमों को ताख पर रखकर काली कमायी में जुटे हुए हैं। इन अभियंताओं को न तो सरकार का डर है और न ही ऊर्जा प्रबंध तंत्र का। लेसा में अभियंताओं और संविदा कर्मियों के गठजोड़ के चलते भ्रष्टाचार चरम पर है। संविदा कर्मियों से लेकर अभियंता तक पूरी तरह से भ्रष्टïाचार में संलिप्त हैं। अभियंताओं और संविदा कर्मियों के भ्रष्टïाचार का उदाहरण तकरीबन रोजाना ही मिल जाते हैं। ताजा चर्चित मामला रहीमनगर डिवीजन के विकास नगर इलाके से जुड़ा हुआ है। जहां पर बकाये पर कनेक्शन जारी कर विभाग को चपत लगायी गयी। यह पूरा कारनामा विभागीय अभियंता व संविदा कर्मियों ने मिलकर अंजाम दिया। विकास नगर के कल्याणपुर रिंग रोड के उपभोक्ता शोएब खान अकाउंट आईडी 188790000 के घरेलू दो किलोवाट कनेक्शन पर दो लाख 10 हजार रुपये का बकाया था। लेकिन अभियंताओं ने दरियादिली दिखाते हुए उपभोक्ता के कनेक्शन की मीटर उखाड़कर फोर्स पीडी कर दिया। अभियंताओं की ओर से फोर्स पीडी इसलिए की गई कि उपभोक्ता मिल नहीं रहा है। अभियंताओं के भ्रष्टाचार की कहानी यहीं नहीं खत्म हुई। उन्होंने शोएब खान को उसी पते पर सात किलोवाट का कामर्शियल कनेक्शन अकाउंट आईडी 2467245175 नंबर पर जारी कर दिया। बकाये पर कनेक्शन जारी करने के दौरान अभियंता विभाग के दो लाख 10 हजार रुपये बकाये को भी भुला बैठे। जबकि विभागीय नियम के तहत बकाये पर कनेक्शन जारी नहीं किया जा सकता है।
जांच में खुली पोल
बीते दिनों रहीमनगर डिवीजन के अधिशासी अभियंता महेन्द्र सिंह की अगुवाई में इलाके में छापेमारी की गई। इस दौरान जांच की गई तो पता चला कि पहले परिसर पर रहे कनेक्शन की फोर्स पीडी कर दी गई। इस दौरान अधीक्षण अभियंता बीके चौधरी ने बताया कि उपभोक्ता को बकाया वसूली के लिए आरसी जारी करवाई जाएगी। इस दौरान जांच भी की जाएगी कि किस अभियंता ने यह कारनामा कर दिया।