सौभाग्य योजना के तहत गरीबों को मुफ्त में दिये जा रहे बिजली कनेक्शन
अक्टूबर 2017 से शुरु हुई सौभाग्य योजना में अब तक दिये जा चुके हैं करीब एक करोड़ कनेक्शन
31 मार्च 2019 को समाप्त हो रही सौभाग्य योजना
लखनऊ। विद्युत कनेक्शन नहीं ले पाने वालों को अब जिलाधिकारी और तहसील के कर्मचारी खोजेंगे। ऐसे लोगों को मुफ्त में बिजली कनेक्शन मुहैया कराया जाएगा। इस बाबत प्रमुख सचिव ऊर्जा आलोक कुमार ने सभी जिलों के डीएम को पत्र लिखा है। पत्र में कहा गया है कि गरीब वंचित तबके के ऐसे लोग जो अब तक बिजली कनेक्शन नहीं ले पाए हैं उनको चिन्हित कर कनेक्शन जारी करवाने का प्रयास करें। पत्र में यह भी कहा गया है कि प्रदेश में हर घर बिजली सहज योजना सौभाग्य के जरिए बिजली का मुफ्त कनेक्शन दिया जा रहा है, योजना बंद होने के बाद इसके लिए पैसे खर्च करने पड़ेंगे। प्रमुख सचिव ऊर्जा आलोक कुमार ने अपने पत्र में सभी डीएम से कहा है कि सौभाग्य योजना बंद होने से पहले ऐसे गरीबों और वंचितों को चिन्हित किया जाए जो अब तक किन्ही कारणों से कनेक्शन नहीं ले पाए हैं। डीएम अपने स्तर पर तहसील कर्मचारियों, विकास खंडों के कर्मचारियों को तैनात कर ऐसे लोगों को चिन्हित करें। प्रमुख सचिव ने कहा कि फरवरी माह के पहले 15 दिनों तक विशेष अभियान चलाकर इन चिन्हित लोगों के यहां मुफ्त बिजली पहुंचाई जाए। जिला प्रशासन ऐसे चिन्हित लोगों से आवेदन पत्र जुटाकर विद्युत वितरण निगम के अधीक्षण अभियंता को मुहैया करा दें। अधीक्षण अभियंता अपने स्तर से टीम लगाकर इन घरों या क्षेत्रों में बिजली पहुंचाने-कनेक्शन देने का काम करेंगे। इस योजना के तहत बीपीएल परिवारों को मुफ्त बिजली कनेक्शन दिया जा रहा है। जबकि एपीएल को मात्र 500 रुपये में सौभाग्य के तहत कनेक्शन मिलता है। योजना खत्म होने के बाद नया कनेक्शन लेने के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में एक किलोवाट का कनेक्शन लेने के लिए 1300 रुपये और शहरी क्षेत्रों में 1900 रुपये फीस चुकानी होगी। सौभाग्य योजना 31 मार्च 2019 में खत्म हो रही है। अक्टूबर 2017 से शुरू हुई इस योजना में अब तक प्रदेश के एक करोड़ से अधिक परिवारों को मुफ्त बिजली कनेक्शन दिए जा चुके हैं। वहीं करीब दो लाख से अधिक मजरों तक बिजली की सुविधा भी पहुंच चुकी है। वहीं उप्र पावर कॉरपोरेशन का दावा है कि फिलहाल प्रदेश के किसी भी क्षेत्र में बिजली कनेक्शन लेने के लिए कोई आवेदन लम्बित नहीं है। सभी आवेदकों को बिजली कनेक्शन जारी किया जा चुका है। वर्तमान में मांग पर बिजली कनेक्शन मुहैया कराया जा रहा है।