लखनऊ। उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ एक के बाद एक कड़े फैसले ले रहे हैं। उन्होंने राज्य में भ्रष्टाचार के खिलाफ हल्ला बोलते हुए टास्क फोर्स बनाने का ऐलान किया है। सीएम योगी ने देर रात चली अधिकारियों के साथ बैठक के बाद फर्जी राशन कार्ज धारकों और भूमाफियाओं के खिलाफ टास्क फोर्स बनाने का फैसला लिया है।
सीएम योगी ने अधिकारियों के साथ हुई बैठक में फैसला लिया कि जिन परिवारों को गैस का चूल्हा मिला है उन लोगों को सरकारी मिट्टी का तेल नहीं मिलेगा। सीएम योगी ने योजनाओं में कालाबाजारी को रोकने के लिए जन कल्याणकारी योजनाओं को आधार कार्ड से जोड़ा जाएगा साथ ही योजनाओं को ऑनलाइन भी किया जाएगा जिससे पारदर्शिता रहे।
राजस्व विभाग के अधिकारियों के साथ इस बैठक में योगी ने पूरा ब्यौरा देखा कि किन जगहों पर भूमाफियाओं ने जमीन पर कब्जा किया है। इन सब को देखने के बाद योगी ने तीन स्तरीय टास्क फोर्स बनाने का एलान किया है। ये नियमित रूप से जमीनों को छुड़ाने का काम करेगी। जिला स्तर पर इस टास्क फोर्स का प्रमुख डीएम को बनाया गया है तो मंडल स्तर पर कमिश्नर को प्रमुख बनाया गया है। वहीं, चीफ सेक्रेटरी पूरे प्रदेश में इस टास्क फोर्स के मुखिया होंगे।
कुछ दिन पहले भाजपा ने इसके लिए एक हेल्पलाइन भी जारी की थी। अखिलेश यादव सरकार के दौरान सपा के नेताओं पर जमीन कब्जा करने के आरोप लगते रहे हैं। चुनावों से पहले ही भाजपा की तरफ से कहा गया था कि अगर प्रदेश में भाजपा की सरकार बनी तो भूमाफियाओं के खिलाफ कड़े कदम उठाए जाएंगे।