- सफाई व्यवस्था पर रहेगा जोर, जनता को मिलेगी राहत
- अक्टूबर तक निगम क्षेत्र को खुले में शौच से मुक्त करवाने का किया दावा
- पहले दिन से ही एक्शन मोड में दिखे नगर आयुक्त डॉ. इन्द्रमणि
- बिजनेस लिंक ब्यूरो
लखनऊ। नगर आयुक्त इन्द्रमणि त्रिपाठी ने कार्यभार संभालने के पहले ही दिन शहर के विभिन्न क्षेत्रों का निरीक्षण भी किया। वह अमौसी स्थित कान्हा उपवन भी पहुंचे। एयरपोर्ट के पास निरीक्षण के दौरान उन्होंने पाया कि यहां पर नगर निगम के हिस्से में हरियाली ही नहीं है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि जिम्मेदार कंपनी से स्पष्टीकरण मांगा जाए। इसके साथ ही उन्होंने राजभवन के पास नाले को भी देखा। उन्होंने निर्देश दिए कि एक सप्ताह के अंदर नाला सफाई कार्य पूर्ण हो। बाद में वह जोन-आठ का निरीक्षण करने भी पहुंचे। उन्होंने जोनल अधिकारियों व जोनल स्वास्थ्य अधिकारियों को निर्देश दिए कि हर जोन में नियमित रूप से सफाई अभियान चलाया जाए। बिजनेस लिंक संवाददाता से विशेष बातचीत में उन्होंने कहा कि उनकी प्राथमिकता में शहर को स्मार्ट बनाना है और जनता की समस्याओं को हमेशा के निस्तारण करना है।
बताते चले कि पीसीएस अधिकारी इन्द्रमणि त्रिपाठी ने बीते शुक्रवार को नगर आयुक्त की जिम्मेदारी संभालने के साथ ही नगर निगम जनता से वादा किया है कि राजधानी को साफ-सुथरा व स्मार्ट बनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि जनसमस्याएं दूर करायीं जाएंगी और जनता को बुनियादी सुविधाओं से वंचित नहीं रहने दिया जाएगा। लालबाग स्थित नगर निगम मुख्यालय पर कार्यभार संभालने के साथ ही नगर आयुक्त डॉ. इन्द्रमणि त्रिपाठी ने कहा कि नगर निगम में जनता की समस्याओं के निराकरण के लिए सेवा मित्र खिड़की की व्यवस्था शुरू की जाएगी। कूड़े को सूखे व गीले में पृथकीकरण करके समयबद्ध तरीके से उठवाने की व्यवस्था भी सुनिश्चित करायी जाएगी। नगर निगम की कार्यप्रणाली में पारदर्शिता लाने के साथ ही बारिश के पूर्व ही बाढ़ पंपिंग स्टेशनों को क्रियाशील करने व नाले नालियों की सफाई व्यवस्था सुनिश्चित कराने का वादा नगर आयुक्त ने राजधानी की जनता से किया है। डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन में सुधार करवाने के साथ ही पब्लिक ट्वायलेट को निजी संस्थाओं के सहयोग से चलवाने की बात भी नगर आयुक्त ने कही।
नगर आयुक्त इन्द्रमणि त्रिपाठी ने बताया कि अक्टूबर से पहले पूरे नगर निगम क्षेत्र को खुले में शौच से मुक्त कराया जाएगा। जलभराव से राहत व नागरिकों को साफ पानी उपलब्ध कराने के लिए प्रत्येक दिन ओटी टेस्ट की व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी। नगर आयुक्त ने कहा कि सुबह व शाम को शहर के अलग अलग इलाकों का निरीक्षण करने के साथ ही वह खुद लखनऊ की सफाई व्यवस्था बेहतर करने का प्रयास करेंगे। कार्यभार ग्रहण करने के बाद उन्होंने सभी विभागाध्यक्षों के साथ बैठक की। अपनी प्राथमिकताएं गिनाते हुए नगर आयुक्त ने बताया कि निगम के अधिकारी क्षेत्र में जाएंगे और जनता की शिकायतों को सुनने के साथ ही उनका निस्तारण भी सुनिश्चित करवाएंगे। उन्होंने कहा कि स्मार्ट सिटी परियोजना के रूके हुए कामों को आगे बढ़ाया जाएगा ताकि राजधानी लखनऊ को स्मार्ट सिटी की ऊपरी पायदान पर पहुंचाया जा सके। स्वच्छता सर्वेक्षण में शहर को टॉप कराना उनका लक्ष्य रहेगा।
नगर निगम में दाखिल-खारिज के मामलों के निस्तारण, जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाने व बायोमेट्रिक अटेंडेंस, समय पर उपस्थिति और अफसरों व कर्मचारियों के व्यवहार पर नजर रखी जाएगी। नागरिकों का शोषण न हो इसका विशेष ख्याल रखते हुए उन्हें बेहतर सुविधाएं मुहैया करवाने का प्रयास किया जाएगा। गृहकर व जलकर जैसे टैक्स की वसूली बढ़ाकर नगर निगम खजाने को भरने पर भी जोर दिया जाएगा। नगर आयुक्त इन्द्रमणि ने बताया कि वसूली बढ़ाने के लिए अगले हफ्ते सभी अधिकारियों के साथ बैठक कर कार्ययोजना बनायी जाएगी। हर घर का गृहकर निर्धारण सुनिश्चित कराया जाएगा। नगर निगम की जमीनों को अवैध कब्जों से मुक्त कराया जाएगा। इसके साथ ही डीएम की मदद व एंटी भू टास्क फोर्स के माध्यम से अवैध कब्जों से जमीनें खाली कराने के लिए अभियान चलाया जाएगा।
हरियाली गायब देख बिफरे
मुख्यालय में बैठक के बाद नगर आयुक्त ने एयरपोर्ट के पास निरीक्षण किया। यहां उन्होंने पाया कि निगम क्षेत्र में आने वाले हिस्से में हरियाली लापता है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि जिम्मेदार कंपनी से स्पष्टीकरण मांगा जाए। इसके साथ ही उन्होंने राजभवन के पास नाले को भी देखा। उन्होंने निर्देश दिए कि एक सप्ताह के अंदर नाला सफाई कार्य पूर्ण हो। नगर आयुक्त कान्हा उपवन भी गए और जोन 8 का भी निरीक्षण किया। उन्होंने निर्देश दिए कि हर जोन में नियमित रूप से सफाई अभियान चले।
इन बिंदुओं पर किया मंथन
- कूड़े का सूखे एवं गीले में पृथकीकरण करके समयबद्ध उठान
- नगर निगम कार्यप्रणाली में पारदर्शिता
- जनता की समस्याओं के निस्तारण हेतु सेवा मित्र खिड़की की व्यवस्था
- वर्षा ऋतु को ध्यान में रखते हुए जलभराव के स्थानों का चिन्हीकरण
- अक्टूबर 2018 से पूर्व पूरे नगर निगम क्षेत्रों को खुले में शौच से मुक्ति
- समयबद्ध रूप से नाले- नालियों की समुचित सफाई
- बाढ़ पंपिंग स्टेशनों को क्रियाशील किया जाना
- पानी की शुद्धता की जांच हेतु प्रतिदिन ओटी टेस्ट सुनिश्चित कराया जाना
इन बिंदुओं पर भी होमवर्क
- कूड़ा प्रबंधन के नाम पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी
- कूड़ा प्रबंधन व्यवस्था को ऑनलाइन किया जाएगा
- रिश्वत मांगने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी