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यात्रियों से फीडबैक मिलने के बाद मेट्रो प्रशासन की ओर से उठाया गया कदम
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विभिन्न स्थानों से मेट्रो स्टेशन के लिए चलाई जाएंगी सिटी बसें
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हर मेट्रो स्टेशन के आसपास का एरिया किया जाएगा बसों से कवर
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मेट्रो के लिए फीडर बसों की भूमिका निभाएंगी सिटी बसें
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यात्रियों को लेने के लिए सिटी बस प्रबंधन को लिखा गया पत्र
बिजनेस लिंक ब्यूरो
लखनऊ। एलएमआरसी यात्रियों की सुविधा के लिए सिटी बस प्रबंधन से बात कर रहा है कि किस तरह विभिन्न क्षेत्र से लोगों को मेट्रो स्टेशन तक पहुंचाया जाए। एलएमआरसी ने सिटी बस प्रबंधन के अधिकारियों को कई मेट्रो स्टेशन पर सिटी बसों का संचालन करने का सुझाव भी दिया है। जिससे लोग आसानी से मेट्रो स्टेशन तक पहुंच सकें।
राजधानी के सभी मेट्रो स्टेशन मुख्य बाजार के पास बने हैं। जब इन स्टेशन तक जाने के लिए लोगों को समय से साधन नहीं मिलता है तो वे ऑटो, टेम्पो आदि से चले जाते हैं। यात्रियों से मिले फीडबैक के अनुसार अगर उन्हें मेट्रो स्टेशन तक जाने के लिए समय से साधन मिले तो उनका सफर और भी आसान हो जाएगा। सिटी बस प्रबंधन के अनुसार जिन स्टेशनों पर भीड़ अधिक रहती है, वहां बसों के संचालन में बदलाव किया जा सकता है। हजरतगंज और हुसैनगंज के लिए भी नए रूट पर बसों के संचालन की प्लॉनिंग की जा रही है। इसमें खास तौर पर स्कूल, सरकारी ऑफिस और बाजारों पर फोकस किया जा रहा है। इन लोगों को समय पर मेट्रो तक पहुंचाने का लक्ष्य रखा गया है। इन क्षेत्रों में मेट्रो स्टेशन से तीन से पांच किमी का दायरा कवर किया जाएगा।
सबसे पहले मुंशीपुलिया
सबसे पहले मुंशीपुलिया और उससे लगे एरिया में सिटी बसों का संचालन करने की तैयारी है। यहां छह बसें चलाई जाएंगी, जो शहर के विभिन्न क्षेत्रों से मेट्रो स्टेशन तक आएंगी। खास बात होगी कि रिहायशी इलाकों की कॉलोनी में भी इनका टाइम फिक्स किया जाएगा। मेट्रो स्टेशन से इनकी दूरी छह से आठ किमी होगी।
गोमतीनगर के लोगों को भी सुविधा
बादशाह नगर रेलवे स्टेशन पर गोमती नगर तक के यात्रियों को लाने की तैयारी है। यहां भी सुबह, दोपहर और शाम बसें समय से आएंगी, जिससे लोगों को मेट्रो का टाइम पता रहे।
टाइम मैनेजमेंट होगा चुनौती
सिटी बस प्रबंधन के अनुसार सभी जगहों पर एक-दो बसों के खड़े होने से लोगों को परेशानी नहीं होगी और न जाम लगेगा। बसों का टाइम मेट्रो के साथ लिंक हो जाएगा तो रोड पर वाहनों की संख्या में और भी कमी आएगी।
बसों के रूट परिवर्तन को लेकर मेट्रो के अधिकारियों से बात हो रही है। मेट्रो रूट पर बसों की सुविधा देने की जगह हम उनके लिए फीडर बसों की भूमिका अदा करेंगे। इससे यात्रियों का समय बचेगा, हमारा मेंटीनेंस कम होगा और मेट्रो का शानदार सफर भी लोगों को मिलेगा।
आरिफ सकलेन, एमडी, सिटी बस प्रबंधन