- जापान के उद्यमी प्रतिनिधिमण्डल ने दिखाई राज्य में निवेश करने में रुचि, मांगा सरकार से सहयोग
- मुख्यमंत्री ने उद्यमियों की सुरक्षा और सहयोग के लिए दिखाई प्रतिबद्धता, उपलब्धियों के साथ बताई आवश्यकता
लखनऊ। जापानी निवेशक उत्तर प्रदेश में जल्द बड़ा निवेश कर सकते हैं। जापान के उद्यमी यह निवेश मैनुफैक्चङ्क्षरग, स्वास्थ्य एवं ग्राम्य विकास, अपशिष्ट प्रबन्धन, कृषि, दुग्ध विकास, पशुधन विकास, नवीनीकरण ऊर्जा, चिकित्सा, मत्स्य विकास, खाद्य प्रसंस्करण आदि क्षेत्र में करने की रुचि दिखाई है। मुख्यमंत्री ने कहा वर्तमान में केन्द्र और प्रदेश दोनों ही स्तरों पर स्थिर सरकारें काम कर रही हैं। निवेशकों को अवश्य ही इसका लाभ उठाना चाहिये।
जापान और फिनलैंड से आये उद्यमियों के प्रतिनिधिमण्डल ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलकर राज्य में औद्योगिक विकास और निवेश प्रोत्साहन के निर्णयों की प्रशंसा की। विभिन्न क्षेत्रों में निवेश करने की रुचि दिखाते हुये प्रदेश सरकार से सहयोग का अनुरोध किया। प्रतिनिधिमण्डल का प्रदेश में स्वागत करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा राज्य सरकार प्रदेश में निवेश करने वाले उद्यमियों की सुरक्षा और सहयोग के लिए प्रतिबद्ध है। उत्तर प्रदेश में निवेश की काफी सम्भावनाएं हैं। प्रदेश में निवेश का बेहतर वातावरण बनाने के लिए राज्य सरकार ने नई औद्योगिक नीति लागू की है।इस नीति में निवेश और रोजगार पर विशेष बल देते हुए उद्यमियों के लिए अनेक सुविधाओं का प्राविधान किया गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जापान के कई महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट राज्य में पहले से संचालित हैं। जापान के प्रधानमंत्री ने अपने विगत भारत दौरे के दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ मिलकर अहमदाबाद में बुलेट ट्रेन परियोजना की आधारशिला रखी है। आधारभूत संरचना का विकास, ग्राम्य विकास, स्वास्थ्य, स्मार्ट सिटी, सॉलिड वेस्ट मैनेजमेन्ट, डेयरी, कृषि उपकरण आदि क्षेत्रों में प्रदेश को जापानी तकनीक का काफी लाभ मिल सकता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में आधारभूत संरचना के क्षेत्र में तीव्र विकास के अवसर बन रहे हैं। प्रदेश के कई नगरों में मेट्रो रेल या समकक्ष पब्लिक ट्रासपोर्ट सिस्टम की आवश्यकता महसूस की जा रही है। इस क्षेत्र में यहां के अनुरूप किफायती टेक्नोलॉजी की प्रदेश में आवश्यकता है। जापान के उद्यमी अपनी रुचि और विशेषज्ञता के अनुसार क्षेत्र का चयन कर निवेश कर सकते हैं।
फिनलैण्ड की तकनीकि से लैस होंगे औद्योगिक क्लस्टर
इसके अलवा फिनलैण्ड के ऊर्जा, आवास एवं पर्यावरण मंत्री किमो टेलीकेईन के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमण्डल ने ऊर्जा मंत्री एवं औद्योगिक विकास मंत्री के साथ बैठक में फिनलैण्ड को ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट-2018 में पार्टनर कण्ट्री के रूप में आमंत्रित करने, सम्भावित सहयोग से सम्बन्धित क्षेत्रों पर एक संयुक्त अध्ययन एवं क्रियान्वयन के लिये रूपरेखा तैयार करना, प्रदेश में फिनलैण्ड विशिष्ट इण्डस्ट्रीयल क्लस्टर की स्थापना, संभावित औद्योगीकरण, रिसर्च, शिक्षाविदों को प्रशिक्षण एवं क्षमता विकास कार्यक्रमों के आदान-प्रदान तथा दोनों पक्षों द्वारा क्षेत्र विशेष अपनायी जाने वाली उत्तम प्रक्रियाओं के आदान-प्रदान पर विचार किया।
प्रतिनिधिमण्डल में ये रहे मौजूद
प्रतिनिधिमण्डल में टोकियो इंस्ट्रूमेन्टस इंक के सुरगा साहजिल एवं कटसुआ मोरिटा, यागी कारपोरेशन कम्पनी लि. के यागी कीनिची, इण्टरनेशनल सेण्टर फॉर हेल्थ एण्ड डेवलमेन्ट के सुशील यामाटो, मियाची कारपोरेशन के मियाची क्योकाजू, मारयूयोशी सूटेन कम्पनी लि. के योशीकावा कूनिरो, सूईकायू संगया कम्पनी लि. के ओथा सूयूजा, मेडी सनगयो कम्पनी लि. के सिराई यूवा, जे.नेट कम्पनी लि. के वाटनबे सिरो, होरी कारपोरेशन के होरी अकीरा, सोनी मोबाइल कम्यूनिकेशन इंक के टी.हिगूची तथा पीएचडी चैम्बर ऑफ कॉमर्स एण्ड इण्डस्ट्री के मुकेश सिंह एवं रामकृष्ण सरन मौजूद रहे।
औद्योगिक समस्याओं के लिये करें सम्पर्क
राज्य सरकार ने मुख्यमंत्री कार्यालय में सिंगल विण्डो सिस्टम की व्यवस्था की है। मुख्यमंत्री के सचिव मृत्युंजय कुमार नारायण एवं विशेष सचिव अमित सिंह इस व्यवस्था को देख रहे हैं। निवेशक या उद्यमी विभिन्न औद्योगिक समस्याओं के समाधान के लिए इन अधिकारियों से सम्पर्क कर सकते हैं।