विद्युत आपूर्ति के लिए जारी हुआ था एक हजार करोड़ रुपए का बजट
प्रदेश के 45 हजार स्कूलों में होना था बिजली कनेक्शन
लखनऊ। सूबे की योगी सरकार जहां प्रदेश में 24 घंटे विद्युत आपूर्ति की बात कह रही है तो वहीं यह भी कहा जा रहा है कि कुछ ही गांव बचे हैं जहां पर अभी बिजली नहीं पहुंची है। इसके विपरीत बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों में बिजली सप्लाई की बात छोडि़ए, बिजली का कनेक्शन भी नहीं हो सका है। प्रदेश में नई सरकार के गठन के बाद बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों में बिजली कनेक्शन की जो रिपोर्ट मांगी गयी वह चौंकाने वाली है। प्रदेश में अभी भी कुल 22 हजार परिषदीय स्कूल ऐसे हैं जहां पर बिजली का कनेक्शन नहीं हुआ है। यह हाल तब है जब बीते विधानसभा चुनाव में सभी परिषदीय स्कूलों को बिजली कनेक्शन कराने के लिए प्रदेश सरकार की ओर से भारी-भरकम बजट जारी किया गया था। प्रदेश में बेसिक शिक्षा परिषद के करीब एक लाख 45 हजार स्कूल हैं। इसमें से करीब 22 हजार स्कूलों में अभी तक बिजली के कनेक्शन नहीं हुए हैं। इनमें से बहुत सारे स्कूल ऐसे हैं जिनको बने हुए पांच साल से अधिक का समय हो चुका है। चुनाव से पहले इन स्कूलों में बिजली कनेक्शन के लिए करीब एक हजार करोड़ रुपए की व्यवस्था की गई थी। जब इस बजट की जांच रिपोर्ट मांगी गई तो, इतना पैसा खर्च होने के बाद भी करीब 22 हजार स्कूलों में कनेक्शन न होने की बात सामने आई। स्कूलों में बिजली कनेक्शन की इस रिपोर्ट को लेकर विभागीय मंत्री की ओर से इन स्कूलों के लिए जारी बजट का लेखा-जोखा मांगा है। ताकि नया सत्र शुरु होने से पहले इन स्कूलों में बिजली की व्यवस्था की जा सके।
शहर के 174 स्कूल में कनेक्शन नहीं
राजधानी के 328 स्कूलों में नए बिजली कनेक्शन के लिए बजट दिया गया था। पूरा चुनाव बीत जाने के बाद भी अभी तक करीब 174 स्कूलों में बिजली कनेक्शन नहीं हो सका है। जबकि सभी 328 स्कूलों का पैसा जारी हो चुका है। रिपोर्ट में गोरखपुर, इलाहाबाद, बलिया, गाजीपुर, मेरठ, सहारनपुर, कानपुर जैसे बड़े शहरों में करीब आठ हजार से अधिक स्कूलों में कनेक्शन न होने का खुलासा हुआ।
वायरिंग के लिए मिले थे सात हजार
चुनाव से पहले एक तय बजट के अनुसार स्कूल में वायरिंग करने के लिए प्रति स्कूल 6142 रुपए दिए गए थे। वहीं जिन स्कूलों में अभी तक बिजली का कनेक्शन नहीं है, उन स्कूलों को नए कनेक्शन के लिए अलग से 6955 रुपए प्रति स्कूल की दर से बजट दिया गया था। लेकिन स्कूलों में बजट आने के बाद भी बिजली का कनेक्शन नहीं किया गया।
पोलिंग स्टेशन बनने के बाद शुरु हुई कवायद
बीते विधानसभा चुनाव में प्रदेश के 45 हजार से अधिक प्राइमरी स्कूल पोलिंग स्टेशन बनाए गए थे। जिसके बाद इन स्कूलों में बिजली कनेक्शन न होने की बात सामने आयी। जिसके बाद प्रदेश के 45 हजार से ज्यादा स्कूलों में इसी बहाने बिजली पहुंचाने की कवायद शुरु हुई। प्रदेश के मतदेय स्थल के रुप में चिन्हित किए गए 45,809 प्राइमरी स्कूलों में बिजली कनेक्शन के लिए बजट जारी किया गया।
फैक्ट फाइल
- प्रदेश में बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूल एक लाख 45 हजार
- अब तक जहां बिजली का कनेक्शन नहीं – 22 हजार
- इन स्कूलों में कुल छात्रों की संख्या – 5.50 लाख
- चुनाव से पहले वायरिंग के लिए प्रति स्कूल – 6142 रुपए
- नए वायरिंग के लिए प्रति स्कूल – 6955 रुपए