निरीक्षण के दौरान बोली प्रमुख सचिव, सरकारी काम में बाधा न बने मीडिया
मंत्री के दौरे की वजह से बीच रास्ते रोक दी गयीं 100 से अधिक बसें
सप्ताह के अंत का दिन शनिवार…समय करीब 12 बजे दोपहर और पारा 43 डिग्री के आसपास। छुट्टïी होने के चलते चारबाग बस स्टेशन पर रोडवेज यात्रियों का आना-जाना लगा था। एसी बस से सफर करने वाले तमाम यात्री बुकिंग काउंटर की तरफ बढ़े तो वहां पर यह देखकर दंग रह गये कि आखिर एसी बसों के प्लेटफार्म पर इतना सन्नाटा क्यों है। रोडवेज के एसी बसों के स्थान पर यहां पर कुछ वीआईपी गाडिय़ों का काफिला खड़ा है। कुछ यात्रियों ने वहां के कर्मियों से पूछा तो बताया गया कि परिवहन राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार स्वतंत्र देव सिंह बस अड्डïे पर निरीक्षण के लिये आये हुए हैं, इसलिये यह जगह खाली रखी गयी है। नतीजतन, चाहकर भी एसी बस के यात्री तय समय पर अपनी बस का लोकेशन नहीं जान पा रहे थे। यही नहीं स्टेशन सूत्रों की मानें तो मंत्री के निरीक्षण के चक्कर में चारबाग बस स्टेशन आने-जाने वाली 100 से अधिक बसों को बीच में ही रोक दिया गया ताकि यहां पर टै्रफिक जाम की स्थिति न बने।
वहीं एसी बसों से गोरखपुर, आजमगढ़ व अन्य रूटों पर जाने वाले यात्री प्लेटफार्म पर बस न पाकर गर्मी से तिलमिलाते नजर आ रहे थे, जबकि मंत्री के देर तक स्टेशन पर रुकने के चलते प्रमुख सचिव के अलावा यूपी रोडवेज मुख्यालय व स्थानीय प्रबंधन के तमाम वरिष्ठï अधिकारी व कर्मी फील्ड छोड़कर निरीक्षण में डटे रहें। वहीं जानकारों की मानें तो मंत्री का दौरा यात्रियों के साथ यूपी रोडवेज पर भारी पड़ गया, निरीक्षण के इस चक्कर में तमाम बसों के रूटीन संचालन पर ब्रेक लगा दिया गया जिससे एक ही दिन में निगम को कई लाख रुपये का चूना लग गया। इस दौरान एएमडी राम गणेश, सीजीएम संचालन एचएस गाबा, सीजीएम टी जयदीप वर्मा, लखनऊ रीजन के आरएम एके सिंह, एसएस अजीत सिंह, चारबाग डिपो एआरएम आरके त्रिपाठी, एआरएम श्वेता सिंह व प्रशांत दीक्षित सहित अन्य रोडवेज अधिकारी मौजूद थे।
एसी बसों के प्लेटफार्म से इस बीच वहां से चलने वाली वॉल्वो, शताब्दी, प्लेटिनम, जनरथ व स्कैनिया आदि बसों के संचालन को कुछ समय के लिये हटा दिया गया और वहां पर वीआईपी वाहनों को पार्क कर दिया गया। एसी बस में सफर करने वाले कई यात्रियों ने जब पूछताछ कि तो बताया गया कि स्टेशन के दूसरे तरफ से एसी बस सेवा चलायी जा रही है।
बंद कमरे में चली मैराथन मीटिंग
अपने निर्धारित समय से विभागीय मंत्री करीब दो घंटे देरी से चारबाग बस स्टेशन पहुंचे। अपने वाहन से उतरकर मंत्री ने एमएसटी काउंटर के पास लगे खराब स्क्रीन व बंद पड़े पंखे के बारे में पूछताछ करनी शुरू की। तभी जब मीडिया कर्मियों ने विभागीय मंत्री से बस स्टेशन पर यात्री सुविधा के मद्देनजर कुछ सवाल पूछने की कोशिश की तो प्रमुख सचिव परिवहन आराधना शुक्ला ने यह कहकर सबको रोक दिया कि आप लोग सरकारी काम में बाधा नहीं पहुंचाये। इसके बाद मंत्री व प्रमुख सचिव सीधे वहां से आगे बढ़कर चारबाग डिपो कार्यालय में पहुंचे। इस दौरान करीब डेढ़ घंटे बंद कार्यालय में मैराथन मीटिंग चली। मीटिंग में मंत्री ने क्या कहा और किस बिंदु पर निर्देशित किया इसकी पुष्टï जानकारी नहीं मिल सकी। इसके बाद मंत्री ने परिसर में बने दोनों सार्वजनिक शौचालयों का दौरा किया और कहा कि यहां पर सीसीटीवी कैमरा लगना चाहिये। कार्यालयों में मंत्री ने कुछ रजिस्टर वगैरह चेक किये और सफाई व्यवस्था में और सुधार करने को कहा। वहीं जब प्रमुख सचिव को यह जानकारी दी गयी कि शहर के इस सबसे प्रमुख चारबाग बस स्टेशन की साफ-सफाई के लिये मुख्यालय से महज 40 हजार रुपये प्रति माह जारी किया जाता है तो जवाब में उन्होंने कहा कि शायद आपको गलतफहमी है, ऐसा कुछ नहीं है यदि कोई बात है तो स्थानीय स्टेशन प्रबंधन लिखकर दें।